सोलर एनर्जी के उपयोग से बिजली के बिल को कम किया जा सकता है, सौर ऊर्जा का प्राकृतिक स्रोत सूर्य से प्राप्त होती है, यह नवीकरणीय ऊर्जा है, जिसका प्रयोग हाल के समय में अधिक बढ़ गया है। सौर ऊर्जा के माध्यम से बिजली प्राप्त करने के लिए सोलर पैनल का प्रयोग किया जाता है, सोलर पैनल की सबसे बड़ी विशेषता यह है कि इनके प्रयोग से पर्यावरण को स्वच्छ एवं सुरक्षित रखा जा सकता है। सरकार द्वारा नागरिकों को सोलर पैनल स्थापित करने के लिए सोलर सब्सिडी प्रदान की जाती है, जिसे प्राप्त करने से सोलर सिस्टम में होने वाले निवेश को कम किया जा सकता है।
1/2/3/5 किलोवाट सोलर पैनल से कौन-कौन से डिवाइस चला सकते हैं?
सामान्यतः घरों में 1/2/3/5 किलोवाट क्षमता के सोलर पैनल चलाए जाते हैं, सोलर पैनल को घर में बिजली के लोड के अनुसार ही उपभोक्ता द्वारा लगाया जाता है, घर के लोड को जानने के लिए इलेक्ट्रिक मीटर और बिजली के बिल की सहायता प्राप्त की जा सकती है, जिसके बाद सही क्षमता के सोलर पैनल को स्थापित कर के सोलर सिस्टम लगाया जाता है, सोलर पैनल के प्रयोग से बनने वाली बिजली को ऑनग्रिड माध्यम से चलाने पर सभी उपकरणों को चला सकते हैं, यदि ऑफग्रिड सोलर सिस्टम को स्थापित किया जाए तो ऐसे में कुछ ही उपकरणों को चलाया जा सकता है।
1 किलोवाट सोलर पैनल
1 किलोवाट क्षमता के सोलर पैनल द्वारा 3-5 यूनिट बिजली का उत्पादन किया जा सकता है, इस प्रकार के सोलर पैनल द्वारा सीमित बिजली का उत्पादन होता है, यह घरों एवं छोटी दुकानों के लिए उपयुक्त माने जाते हैं, सरकार द्वारा इस सोलर सिस्टम को ऑनग्रिड लगाने पर 30,000 रुपये की सब्सिडी दी जाती है, 1 किलोवाट क्षमता के सोलर पैनल से नीचे दिए गए उपकरण चलाए जा सकते हैं:-
- 2 पंखे (Fan)
- 3-4 एलईडी बल्ब
- 1 टीवी
- 1 फ्रीज
2 किलोवाट सोलर पैनल
2 किलोवाट क्षमता के सोलर पैनल द्वारा हर दिन 8-10 यूनिट बिजली बनाई जा सकती है, 2 किलोवाट के ऑनग्रिड सिस्टम पर सरकार द्वारा 60,000 रुपये की सब्सिडी दी जाती है, इस सोलर सिस्टम से निम्नलिखित उपकरण चलाए जा सकते हैं:-
- 5-6 बल्ब
- 3 सीलिंग फैन
- 1 टीवी
- 1 फ्रीज
- 1 कूलर
- 1 इस्त्री/प्रेस
- 1 ओवन
3 किलोवाट सोलर पैनल
3 किलोवाट सोलर पैनल का प्रयोग सबसे अधिक घरों में प्रयोग किया जाता है, इस क्षमता के सोलर उपकरण द्वारा प्रतिदिन 12-15 यूनिट बिजली का उत्पादन किया जा सकता है। इस क्षमता के ऑनग्रिड सोलर सिस्टम को लगाने पर सरकार द्वारा 78,000 रुपये की सब्सिडी दी जाती है, 3 किलोवाट सोलर पैनल से चलाए जाने वाले उपकरण इस प्रकार रहते हैं:-
- 1 टन का एसी
- 7-8 बल्ब
- 3 सीलिंग फैन
- 1 इस्त्री/प्रेस
- 1 ओवन
- 1 टीवी
- 1 फ्रीज
- 1 कूलर
5 किलोवाट सोलर पैनल
5 किलोवाट सोलर पैनल से अधिक क्षमता के उपकरण भी चलाए जा सकते हैं क्योंकि इस क्षमता के सोलर पैनल द्वारा हर दिन 23-25 यूनिट बिजली का उत्पादन कर सकते हैं, इस प्रकार के सोलर पैनल से बिजली के बिल को काफी हद तक कम किया जा सकता है, 5 किलोवाट क्षमता के ऑनग्रिड सिस्टम पर सरकार द्वारा 78,000 रुपये की सब्सिडी प्रदान की जाती है। इस क्षमता के सोलर पैनल निम्नलिखित उपकरणों को चला सकते हैं:-
- 2 एसी
- वाशिंग मशीन
- 9-10 पंखे
- 10-12 बल्ब
- पानी की मोटर
- फ्रीज
- टीवी
- ओवन
सोलर पैनल बाजार में कई ब्रांड के उपलब्ध हैं, उपभोक्ता अपनी जरूरत एवं बजट के अनुसार इनका चयन कर सकते हैं। सोलर पैनल पर किये जाने वाले निवेश को समझदारी का निवेश कहा जाता है, क्योंकि सोलर पैनल के प्रयोग से 25 साल से अधिक समय तक बिजली का लाभ प्राप्त किया जा सकता है। साथ ही पर्यावरण को स्वच्छ एवं सुरक्षित बनाने के लिए भी सोलर पैनल महत्वपूर्ण योगदान प्रदान करते हैं:-