
देश में रिन्यूएबल एनर्जी-Renewable Energy की ओर बढ़ती जागरूकता और सरकार की सब्सिडी योजनाओं के चलते अब आम लोग भी सोलर एनर्जी-Solar Energy की तरफ रुख कर रहे हैं। खासकर गांवों और कस्बों में किसानों और घरेलू उपभोक्ताओं के लिए यह एक बेहतरीन विकल्प बनकर उभर रहा है। इसी संदर्भ में कई लोग यह जानना चाहते हैं कि क्या एक 3kW का सोलर सिस्टम 1HP मोटर और 1 टन एयर कंडीशनर (AC) को चला सकता है? इसका उत्तर है– हां, लेकिन कुछ जरूरी शर्तों और तकनीकी समझ के साथ।
1HP मोटर के लिए सोलर सिस्टम की आवश्यकताएं
1HP मोटर की वास्तविक पावर जरूरत लगभग 750W होती है, लेकिन इसे शुरू करते समय जो स्टार्टअप सर्ज आता है, वह काफी अधिक होता है। इन्वर्टर लॉस और अन्य बिजली खपत को ध्यान में रखते हुए इसकी कुल जरूरत लगभग 1,200W तक पहुंच जाती है। ऐसे में अगर आप इस मोटर को सोलर सिस्टम से चलाना चाहते हैं, तो उसकी डिजाइन सही होनी चाहिए।
सोलर पैनलों की बात करें तो 1HP मोटर के लिए कम से कम 1.2kW क्षमता वाले पैनल्स की जरूरत होगी। यह 12 × 100W या फिर 4 × 300W सोलर पैनलों से पूरा किया जा सकता है। वहीं, इन्वर्टर की बात करें तो इसकी न्यूनतम क्षमता 2kW होनी चाहिए, ताकि मोटर को स्टार्ट करते समय आने वाले सर्ज को वह संभाल सके। यदि आप चाहें तो एक सॉफ्ट स्टार्ट डिवाइस का इस्तेमाल कर इस सर्ज को काफी हद तक कम कर सकते हैं।
1 टन AC चलाने के लिए सोलर डिजाइन
1 टन AC की सामान्य पावर खपत लगभग 1.3kW होती है, लेकिन अगर आप इसे लंबे समय तक या गर्मी के चरम समय में चलाते हैं, तो यह खपत 1.5kW से भी अधिक हो सकती है। ऐसे में इसकी सोलर जरूरतें भी बढ़ जाती हैं।
इस उद्देश्य के लिए आपको लगभग 5 × 325W क्षमता वाले सोलर पैनल्स लगाने होंगे, जो औसतन 8 घंटे तक AC चलाने के लिए पर्याप्त होंगे। यहां भी इन्वर्टर की भूमिका अहम होती है। इसे कम से कम 2kW की क्षमता वाला होना चाहिए, जिससे AC की स्टार्टिंग पावर और निरंतर खपत दोनों को हैंडल किया जा सके।
3kW सोलर सिस्टम की दैनिक उत्पादन क्षमता
एक 3kW सोलर सिस्टम औसतन 12 से 15 यूनिट (kWh) तक बिजली प्रतिदिन उत्पन्न कर सकता है। यह आंकड़ा आपके क्षेत्र की धूप, मौसम और पैनल की क्वालिटी पर निर्भर करता है। अब अगर आप 1HP मोटर और 1 टन AC को एक साथ नहीं, बल्कि अलग-अलग समय पर इस्तेमाल करते हैं, तो यह पूरा सिस्टम दोनों को सहजता से चला सकता है।
इन दोनों उपकरणों की कुल जरूरत लगभग 2.5kW होती है। ऐसे में 3kW की सोलर क्षमता इसे संभाल सकती है, बशर्ते आप टाइम मैनेजमेंट का सही ध्यान रखें। मोटर को सुबह के समय और AC को दोपहर या शाम के समय चलाना एक बेहतर रणनीति हो सकती है।
लागत और सरकारी सब्सिडी
एक 3kW ऑन-ग्रिड सोलर सिस्टम की बाजार में औसत कीमत ₹75,000 से ₹90,000 तक हो सकती है। यह कीमत पैनलों की क्वालिटी, इन्वर्टर ब्रांड और इंस्टॉलेशन चार्ज पर निर्भर करती है।
सकारात्मक खबर यह है कि भारत सरकार की PM सूर्य घर योजना के अंतर्गत 3kW तक के घरेलू सोलर सिस्टम पर 40% तक की सब्सिडी दी जा रही है। इसका लाभ लेने के लिए आपको सरकार की आधिकारिक वेबसाइट पर आवेदन करना होता है और संबंधित डिस्कॉम से अप्रूवल लेना होता है। एक बार सिस्टम इंस्टॉल हो जाने के बाद सब्सिडी सीधे आपके खाते में ट्रांसफर की जाती है।
तकनीकी डिजाइन की भूमिका
यदि आप अपने सोलर सिस्टम से अधिकतम उपयोग और लाभ लेना चाहते हैं, तो इसकी डिजाइनिंग पर विशेष ध्यान देना चाहिए। सही क्षमता का इन्वर्टर, बेहतर क्वालिटी के सोलर पैनल्स और ऊर्जा खपत का संतुलन इस बात को सुनिश्चित करेगा कि आप बिना किसी रुकावट के 1HP मोटर और 1 टन AC का उपयोग कर सकें।
इससे न केवल आपकी बिजली की बचत होगी, बल्कि लंबे समय में यह निवेश आपको बिजली बिल से राहत और आत्मनिर्भरता देगा। साथ ही, यह पर्यावरण की दृष्टि से भी एक बेहद सकारात्मक कदम है।