
आज के समय में Renewable Energy की ओर बढ़ते रुझान के बीच सोलर सिस्टम को एक महत्वपूर्ण आवश्यकता माना जा रहा है। अब मात्र ₹13,000 की लागत में आप अपने घर में 1 किलोवाट क्षमता का सोलर सिस्टम लगवा सकते हैं और बिजली बिल की टेंशन से छुटकारा पा सकते हैं। केंद्र और राज्य सरकारों की सब्सिडी योजनाओं के चलते यह 1kW सोलर सिस्टम आपकी पहुंच में आ गया है।
केंद्र सरकार की पीएम सूर्यघर योजना से मिलेगी मदद
केंद्र सरकार ने पीएम सूर्यघर योजना के तहत सोलर सिस्टम को हर घर तक पहुंचाने के उद्देश्य से सब्सिडी प्रदान की है। इस योजना के अंतर्गत, 1 किलोवाट से लेकर 10 किलोवाट तक के ऑन-ग्रिड सोलर सिस्टम पर सब्सिडी उपलब्ध कराई जाती है। 1 किलोवाट के ऑन-ग्रिड सोलर सिस्टम के लिए ₹30,000 तक की सब्सिडी दी जाती है। इससे सामान्य कीमत में लगभग 50% की कटौती होती है।
इस योजना के तहत, ₹30,000 की सब्सिडी के बाद आपको केवल ₹30,000 में अपना सोलर सिस्टम लगवाने का मौका मिलता है। यह योजना खासतौर पर उन लोगों के लिए फायदेमंद है, जो रिन्यूएबल एनर्जी की दिशा में कदम बढ़ाना चाहते हैं।
राज्य सरकार की सब्सिडी योजनाओं से लागत में और कमी
केंद्र सरकार के अलावा, राज्य सरकारें भी सोलर पैनल इंस्टालेशन के लिए अलग-अलग सब्सिडी योजनाएं चला रही हैं। हर राज्य में सब्सिडी की राशि भिन्न होती है। उदाहरण के तौर पर, 1 किलोवाट क्षमता के सोलर सिस्टम के लिए राज्य सरकार ₹17,000 तक की सब्सिडी प्रदान करती है।
राज्य सब्सिडी के लाभ के साथ, 1 किलोवाट का सोलर सिस्टम मात्र ₹13,000 में इंस्टॉल किया जा सकता है। यह कीमत इसे बेहद किफायती बनाती है और इसे हर आम आदमी के बजट में शामिल करती है।
सब्सिडी पाने के लिए क्या है जरूरी
सोलर सब्सिडी का लाभ लेने के लिए कुछ आवश्यक शर्तें पूरी करनी होती हैं। इनमें मुख्य शर्त यह है कि आवेदक के नाम पर बिजली कनेक्शन होना चाहिए। इसके अलावा, DISCOM द्वारा रजिस्टर्ड वेंडर से ही सोलर सिस्टम की खरीदारी और इंस्टालेशन किया जाना चाहिए।
1 किलोवाट के सोलर पैनल इंस्टालेशन के लिए कम से कम 10 स्क्वायर मीटर जगह की जरूरत होती है। इसके साथ ही, छत पर स्थायी निर्माण होना चाहिए ताकि पैनल को मजबूती से लगाया जा सके।
1kW सोलर सिस्टम के फायदे
1 किलोवाट का सोलर सिस्टम न केवल आपकी बिजली की जरूरतों को पूरा करता है बल्कि यह बिजली बिल में भारी कमी लाने में भी मददगार साबित होता है। ऑन-ग्रिड सिस्टम होने के कारण आप अतिरिक्त बिजली को ग्रिड में बेच सकते हैं, जिससे आपको अतिरिक्त आय भी हो सकती है।
सोलर सिस्टम लगाने से आप पर्यावरण को भी लाभ पहुंचाते हैं क्योंकि यह पूरी तरह से ग्रीन एनर्जी प्रदान करता है। इसके जरिए आप कार्बन फुटप्रिंट को कम करने में योगदान दे सकते हैं।
कैसे करें आवेदन
सोलर सिस्टम सब्सिडी के लिए आवेदन करने के लिए आपको अपने राज्य के DISCOM की आधिकारिक वेबसाइट पर जाना होगा। वहां सब्सिडी योजना का फॉर्म भरकर सबमिट करना होगा। आवेदन करने के बाद, DISCOM द्वारा मान्यता प्राप्त वेंडर से संपर्क कर सोलर सिस्टम की खरीदारी और इंस्टालेशन करें।
FAQs
1. 1 किलोवाट सोलर सिस्टम लगाने की लागत कितनी होती है?
1 किलोवाट सोलर सिस्टम की सामान्य लागत ₹40,000-₹50,000 के बीच होती है, लेकिन सब्सिडी के बाद इसे मात्र ₹13,000 में इंस्टॉल किया जा सकता है।
2. सोलर सिस्टम के लिए कितनी जगह चाहिए?
1 किलोवाट का सोलर सिस्टम लगाने के लिए कम से कम 10 स्क्वायर मीटर की जगह की जरूरत होती है।
3. सब्सिडी के लिए कौन पात्र है?
सब्सिडी का लाभ उठाने के लिए आवेदक के पास अपने नाम पर बिजली कनेक्शन और DISCOM रजिस्टर्ड वेंडर से सिस्टम खरीदने की आवश्यकता होती है।
4. सब्सिडी का आवेदन कहां करें?
आप अपने राज्य के DISCOM की आधिकारिक वेबसाइट पर जाकर सब्सिडी के लिए आवेदन कर सकते हैं।
5. सोलर पैनल की लाइफ कितनी होती है?
अधिकांश सोलर पैनल 20-25 साल तक उपयोगी होते हैं और उनकी कार्यक्षमता लंबे समय तक बनी रहती है।
6. ऑन-ग्रिड सोलर सिस्टम का क्या लाभ है?
ऑन-ग्रिड सोलर सिस्टम में अतिरिक्त बिजली ग्रिड को भेजी जा सकती है, जिससे आपको बिजली के बिल पर क्रेडिट मिलता है।
7. क्या सोलर सिस्टम से बिजली बिल पूरी तरह खत्म हो जाता है?
सही क्षमता का सोलर सिस्टम लगाने से आपका बिजली बिल शून्य तक हो सकता है, खासकर जब आपका सिस्टम आपकी ऊर्जा जरूरतों को पूरी तरह से पूरा करता हो।
8. सब्सिडी में कितना समय लगता है?
सब्सिडी प्रोसेसिंग का समय राज्य और केंद्र सरकार की प्रक्रिया पर निर्भर करता है, लेकिन सामान्यतः यह 1-3 महीने में पूरा हो जाता है।