सोलर पैनल के माध्यम से सौर ऊर्जा से बिजली बनाई जाती है, इनके प्रयोग से बिजली के बिल को कम किया जा सकता है, साथ ही पर्यावरण को सुरक्षित बनाने में भी सोलर पैनल सहायक होते हैं। सोलर पैनल के प्रयोग से अनेक प्रकार के लाभ प्राप्त किये जा सकते हैं। 2kW Solar पैनल को घर में स्थापित कर आप अनेक प्रकार के विद्युत उपकरणों को इसके माध्यम से चला सकते हैं। सोलर पैनल को स्थापित करने के लिए सरकार द्वारा भी नागरिकों को प्रोत्साहित किया जा रहा है, ऐसे में कम कीमत में सोलर सिस्टम को स्थापित किया जा सकता है।
2kW Solar पैनल कितनी बिजली बनाते हैं?
2kW Solar पैनल से 8 यूनिट से 10 यूनिट तक बिजली का उत्पादन प्रतिदिन किया जा सकता है, यदि आपके घर में बिजली का लोड प्रतिदिन इतना रहता है तो आप इस सोलर पैनल को घर पर स्थापित कर सकते हैं, महीने में आप औसतन 2kW Solar पैनल से 250 यूनिट से 300 यूनिट तक बिजली बना सकते हैं।
बाजार में पालीक्रिस्टलाइन एवं मोनोक्रिस्टलाइन प्रकार के सोलर पैनल उपलब्ध रहते हैं, सोलर पैनल को इंवर्टर एवं बैटरी के साथ जोड़ कर सोलर सिस्टम स्थापित किया जाता है। जिसे ऑनग्रिड एवं ऑफग्रिड प्रकार से स्थापित कर सकते हैं।
2kW Solar पैनल से चलेंगी ये डिवाइस
2kW क्षमता के Solar पैनल से निम्नलिखित डिवाइसों को यूजर चला सकते हैं:-
- ट्यूबलाइट एवं LED बल्ब
- सीलिंग फैन
- रेफ्रिजरेटर (500 लीटर)
- LED टीवी
- लैपटॉप एवं डेस्कटॉप कंप्यूटर
- कूलर
- एयर कंडीशनर (1 टन)
- म्यूजिक सिस्टम
- जूसर ग्राइंडर
- 800 वाट का टोस्टर
- वाशिंग मशीन
- लेजर प्रिंटर
- सेटटॉप बॉक्स
सभी उपकरणों को एक साथ नहीं चलाया जा सकता है, ऐसे में ऊर्जा खपत अधिक हो सकती है।
2kW सोलर सिस्टम के लिए सबसे अच्छा सोलर इन्वर्टर
सोलर पैनल द्वारा डीसी के रूप में बिजली का निर्माण किया जाता है, घरों में प्रयोग होने वाले ज्यादातर उपकरण एसी बिजली के प्रयोग से चलते हैं, ऐसे में डीसी को एसी में बदलने के लिए सोलर इंवर्टर का प्रयोग सोलर सिस्टम में किया जाता है। बाजार में आज के समय में अनेक आधुनिक प्रकार के सोलर इंवर्टर उपलब्ध हैं। सोलर इंवर्टर निम्न दो तकनीकों में बाजार में उपलब्ध रहते हैं:-
- MPPT इन्वर्टर– इस तकनीक के सोलर इन्वर्टर आधुनिक होते हैं, इस तकनीक के इंवर्टर द्वारा सोलर पैनल से प्राप्त होने वाली बिजली की करंट एवं वोल्टेज दोनों को ही नियंत्रित किया जा सकता है। इनके प्रयोग से सोलर पैनल से अधिकतम बिजली प्राप्त की जा सकती है।
- PWM इन्वर्टर– यह सोलर इंवर्टर की पारंपरिक तकनीक है, इस इंवर्टर द्वारा पैनल से आने वाली बिजली की वोल्टेज को ही कंट्रोल कर सकते हैं। इन सोलर पैनल की दक्षता कम होती है, इसलिए इनकी कीमत भी कम होती है।
UTL गामा+ 3350 सोलर इन्वर्टर जो MPPT टेक्नोलॉजी के साथ में उपलब्ध है, इसमें लगे MPPT चार्ज कंट्रोलर की रेटिंग 50 एम्पियर तक होती है, इस इंवर्टर पर 2160 वाट क्षमता के सोलर पैनल जोड़े जा सकते हैं, यह इंवर्टर 3 kVA तक के लोड को आसानी से चला सकते हैं। पावर बैकअप के लिए इस पर 2 बैटरियों को जोड़ा जा सकता है, यह Pure Sine Wave आउटपुट प्रदान करता है, इस इंवर्टर पर 2 साल की वारंटी प्रदान की जाती है। इसकि कीमत लगभग 20 हजार रुपये है।
2kW Solar पैनल घर के लिए एवं छोटे प्रतिष्ठानों के लिए एक अच्छा विकल्प है, इनके प्रयोग से बनने वाली बिजली का उपयोग कर यूजर अपने बिजली बिल को कम कर सकता हैं सोलर सिस्टम के प्रयोग से प्रदूषण मुक्त तरीके से बिजली प्राप्त की जा सकती है। ऐसे में यूजर पर्यावरण के प्रति भी अपनी जिम्मेदारियों का पालन करता है।