सौर ऊर्जा के प्रयोग से अनेक कार्यों को आसानी से किया जा सकता है, आज के समय में लगभग सभी क्षेत्रों में सौर ऊर्जा का प्रयोग किया जा रहा है, सौर ऊर्जा से चलने वाले कई आधुनिक उपकरण बाजार में देखे जा सकते हैं, कृषि क्षेत्र में भी बिजली की जरूरतों को आसानी से पूरा किया जा सकता है।
खेती में सिंचाई के उद्देश्य से सोलर वाटर पंप (Solar water pump) को स्थापित कर सकते हैं, 3 एचपी वाटर सोलर पंप को स्थापित कर सिंचाई की जा सकती है, यह सौर ऊर्जा से संचालित होता है, ऐसे में किसानों पर बिजली बिल का लोड नहीं पड़ता है।
3 एचपी सोलर वाटर पंप
कृषि क्षेत्रों में कई ऐसे स्थान होते हैं जहां ग्रिड बिजली का कनेक्शन नहीं होता है, ऐसे स्थानों के लिए सोलर वाटर पंप को उपयुक्त विकल्प माना जाता है, सोलर पंप को चलाने के लिए सोलर पैनल स्थापित किये जाते है, जो सौर ऊर्जा से बिजली का उत्पादन करते हैं, सोलर पंप के प्रयोग से पर्यावरण को भी लाभ होता है, क्योंकि ये उपकरण किसी प्रकार का प्रदूषण उत्पन्न नहीं करते हैं, जिससे पर्यावरण में कार्बन फुटप्रिन्ट की मात्रा को कम किया जा सकता है। देश के अनेक राज्यों में इन्हें स्थापित करने के लिए किसानों को सब्सिडी दी जाती है।
3 HP Solar water pump को एक बार सही से स्थापित करने के बाद लंबे समय तक इसका लाभ किसान प्राप्त कर सकते हैं, इन्हें संचालित करने वाले सोलर पैनल पर निर्माता ब्रांड द्वारा 20 से 25 साल की वारंटी भी प्रदान की जाती है, सोलर पैनल का सही से रखरखाव करने के बाद ही लंबे समय तक इनसे ऊर्जा उत्पादन किया जा सकता है। साथ ही आप इस सिस्टम के द्वारा अपने नजदीकी डिस्कॉम को बिजली बेच कर भी लाभ प्राप्त कर सकते हैं। जिससे आपको आर्थिक लाभ भी प्राप्त होता है।
3 HP Solar water pump सिस्टम में उपकरण
सोलर पैनल से बनने वाली बिजली डीसी के रूप में होती है, ऐसे में डीसी से संचालित होने वाले सोलर वाटर पंप को आप खरीद सकते हैं। इस प्रकार के सोलर पंप की कीमत अधिक होती है। सोलर पंप को एसी से भी चलाया जा सकता है, इसके लिए सिस्टम में बैटरी और इंवर्टर को भी जोड़ा जाता है, यदि आप बैटरी को नहीं जोड़ना चाहते हैं तो आप ग्रिड से सिस्टम को कनेक्ट कर सकते हैं। इसमें सोलर पैनल एवं सोलर पंप मुख्य उपकरण होते हैं।
3 एचपी के सोलर पंप को चलाने के लिए 335 वाट के 10 सोलर पैनल स्थापित किये जाते हैं। इस सिस्टम में आप VFD (Variable Frequency Drive) इंवर्टर का प्रयोग करते हैं, यह सोलर पैनल से प्राप्त होने वी असमान बिजली को कंट्रोल करने का काम करता है। सोलर पंप को स्टील या हैवी लोहे के स्ट्रक्चर में फिट किया जाता है, सोलर पैनल को सही कोण एवं सही दिशा में स्थापित करना चाहिए, जिससे वे अधिक सूर्य का प्रकाश प्राप्त करें एवं अधिक बिजली का उत्पादन करें।
3 एचपी सोलर वाटर पंप लगाने में खर्चा
3 एचपी के सोलर वाटर पंप में लगने वाले सभी उपकरणों का कुल खर्चा उनके ब्रांड एवं प्रकार पर निर्भर करता है। इस सोलर वाटर पंप को लगाने में औसतन कुल खर्चा 2 लाख से 2.5 लाख रुपये तक हो सकता है, जिसमें सोलर पंप, पैनल एवं कंट्रोलर सब स्थापित हो जाते हैं। केंद्र सरकार द्वारा चलाई जाने वाली पीएम कुसुम योजना से आप इसकी कीमत को कम कर सके हैं, कुछ राज्यों में सोलर पंप पर 70% तक की सब्सिडी सरकार द्वारा प्रदान की जाती है, इसका आवेदन आप अपने ब्लॉक में कर सकते हैं।
सोलर उपकरणों पर किये जाने वाले निवेश को समझदारी का निवेश कहा जाता है, इस प्रकार के उपकरणों का लाभ लंबे समय तक यूजर प्राप्त कर सकते हैं। सोलर उपकरणों के प्रयोग से पर्यावरण को स्वच्छ एवं सुरक्षित रखा जा सकता है, सोलर पंप के प्रयोग से जीवाश्म ईंधन से चलने वाले वाटर पंप के प्रयोग को कम कर सकते हैं, जिससे प्रदूषण को कम करने में सहायता प्राप्त होती है।