सौर ऊर्जा की लोकप्रियता आज के समय में तेजी से बढ़ रही है, ऐसे में सोलर पैनल की जानकारी का होना जरूरी है, सोलर पैनल सौर ऊर्जा से बिजली बनाने का कार्य करते हैं, सोलर पैनल की सबसे बड़ी विशेषता यह है कि ये पर्यावरण को प्रदूषण-मुक्त रखने में सहायक होते हैं। 3Kw सोलर पैनल से कितनी बिजली बनती से यहाँ जानें।
सोलर पैनल से बिजली उत्पादन को प्रभावित करने वाले कारक
सोलर पैनल बिजली उत्पादन के लिए निम्न कारकों पर निर्भर रहते हैं:-
- मौसम की स्थिति– सोलर पैनल बिजली उत्पादन के लिए मौसम पर निर्भर रहते हैं, साफ मौसम में बिजली का उत्पादन सही से किया जा सकता है। आज के समय में आधुनिक तकनीक के मोनोक्रिस्टलाइन एवं बाइफेशियल सोलर पैनल बाजार में उपलब्ध हैं, जिनके द्वारा कम रोशनी में भी बिजली का उत्पादन किया जा सकत है।
- सोलर पैनल की स्थापना– सोलर पैनल को दक्षिण दिशा की ओर स्थापित किया जाता है, ऐसे में अधिक धूप सोलर पैनल पर पड़ती है, जिससे अधिक बिजली का उत्पादन किया जाता है। सोलर पैनल को सही दिशा एवं सही कोण पर स्थापित करना आवश्यक होता है।
- रखरखाव एवं सर्विसिंग– सोलर पैनल पर जमी धूल मिट्टी को समय-समय पर साफ करते रहना चाहिए, ऐसे में सोलर पैनल सही से कार्य करते हैं, एवं अपनी क्षमता के अनुसार बिजली उत्पादन करते हैं।
3Kw सोलर पैनल से कितनी बिजली बनती है?
3 किलोवाट से आप सीधा यह समझ सकते हैं कि इनके द्वारा 3000 वाट तक बिजली बनाई जा सकती है, इसे उदाहरण से आसानी से समझा जा सकता है:-
- यदि आप 3 किलोवाट सोलर पैनल को 1 घंटे धूप में रखते हैं तो इनके द्वारा 3 किलोवाट-घंटा बिजली बनाई जाती है।
- अगर इस सोलर पैनल को 5 घंटे धूप में रखा जाए तो ये 15 किलोवाट घंटा बिजली जनरेट कर सकते हैं। इसे 15 यूनिट कहते हैं।
- सोलर पैनल द्वारा बिजली बनाने में कुछ कारकों के कारण बिजली की हानि भी होती है जिसे मानक रूप से 20% कहा जाता है।
- ऐसे में 5 किलोवाट के सोलर पैनल से 12 यूनिट तक बिजली आप प्राप्त कर सकते हैं।
सोलर पैनल से अधिक बिजली उत्पादन के लिए आधुनिक मोनोक्रिस्टलाइन सोलर पैनल का प्रयोग कर सकते हैं, जरूरी है कि आप किसी सोलर एक्सपर्ट की सहायता से सोलर पैनल को स्थापित करें।