भारत एक कृषि प्रधान देश है, यहाँ की ज्यादातर आबादी कृषि पर निर्भर है। कृषि क्षेत्र को विकसित करने के लिए आवश्यक है कि इसमें आधुनिक तकनीक के उपकरणों का प्रयोग किया जाए। कृषि में सिंचाई एक महत्वपूर्ण कार्य होता है, अधिकांश फसलों को उगाने के लिए सिंचाई की जाती है। सामान्यतः किसानों द्वारा जीवाश्म ईंधन या ग्रिड बिजली से चलने वाले पंपों का प्रयोग किया जाता है, जीवाश्म ईंधन से चलने वाले पंप किसानों को आर्थिक नुकसान पहुंचाने के साथ में पर्यावरण को भी भारी मात्रा में प्रदूषित करते हैं, ऐसे में सोलर पंप का प्रयोग कर कृषि को विकसित किया जा सकता है।
5 एचपी के सोलर पंप
सोलर पंप को सोलर वाटर पंप, सबमर्सिबल पंप के नाम से भी जाना जाता है। सोलर पंप को चलाने के लिए सोलर पैनल, सोलर इंवर्टर का प्रयोग भी किया जाता है। वाटर पंप दो प्रकार के होते हैं, डीसी बिजली से चलने वाले सोलर पंप की कीमत अधिक होती है, जबकि एसी से चलने वाले पंप कम कीमत में उपलब्ध रहते हैं। 5 एचपी के सोलर पंप को चलाने के लिए 5 किलोवाट के सोलर पैनल को स्थापित किया जाता है, ऐसे सोलर पैनल से आसानी से इस सोलर पंप को चलाया जा सकता है। किसान अपनी जरूरत के अनुसार पालीक्रिस्टलाइन या मोनोक्रिस्टलाइन सोलर पैनल को स्थापित कर सकते हैं।
5 एचपी के सोलर पंप को चलाने के लिए सोलर पैनल
5 HP के सोलर पंप को चलाने के लिए आप 330 वाट के पालीक्रिस्टलाइन सोलर पैनल का प्रयोग कर सकते हैं। इसमें आप 15 सोलर पैनल को जोड़ सकते हैं, जिसने बनने वाली बिजली के द्वारा सोलर वाटर पंप को आसानी से चला सकते हैं। यदि आप मोनोक्रिस्टलाइन प्रकार के सोलर पैनल को स्थापित करते हैं, तो इस प्रकार के सोलर पैनल अधिक दक्षता के होते हैं, इन्हें कम स्थान में भी स्थापित किया जा सकता है। ऐसे सोलर पैनल का प्रयोग कर के आप अपनी बिजली की अन्य जरूरतों को भी पूरा कर सकते हैं।
सोलर पंप को चलाने के लिए इंवर्टर
AC के माध्यम से चलने वाले इंवर्टर के द्वारा पंप को चलाने के लिए सिस्टम में इंवर्टर को जोड़ा जाता है। ऐसे में VFD (Variable Frequency Drive) प्रकार के इंवर्टर को स्थापित किया जाता है। इंवर्टर के प्रयोग से सोलर पैनल से बनने वाली डीसी बिजली को एसी में बदलने का कार्य किया जाता है। सोलर पंप से प्राप्त होने वाली असमान बिजली को कंट्रोल करने का कार्य सोलर चार्ज कंट्रोलर द्वारा किया जाता है, ऐसे में सिस्टम में प्रयोग किये गए उपकरणों को सुरक्षित ढंग से चला सकते हैं। 5 एचपी के सोलर पंप को चलाने के लिए 5 किलोवाट तक के लोड को चलाने वाले इंवर्टर को स्थापित करते हैं।
5 एचपी के सोलर पंप को लगाने का खर्चा और सब्सिडी
5 HP के सोलर पंप को आप आसानी से अपने नजदीकी बाजार से भी खरीद सकते हैं, इस सोलर पंप को लगाने में कुल खर्च लगभग 2.50 लाख रुपये तक हो सकता है। सोलर पंप को लगाने के लिए केंद्र सरकार द्वारा पीएम कुसुम योजना को शुरू किया गया है। इस योजना के माध्यम से आप कम कीमत में सोलर पैनल लगा सकते हैं। इस योजना से आप भारी मात्रा में सब्सिडी प्राप्त कर सकते हैं। साथ ही राज्य सरकारों द्वारा भी सोलर पंप लगाने के लिए सब्सिडी प्रदान की जाती है। ऐसे में आप अपने ब्लॉक से सब्सिडी की अधिक जानकारी प्राप्त कर सकते हैं।
सोलर पंप के प्रयोग से पर्यावरण को स्वच्छ एवं सुरक्षित रखा जा सकता है, क्योंकि डीजल से चलने वाले पंप भारी मात्रा में कार्बन उत्सर्जन करते हैं, सोलर पंप के प्रयोग से किसी प्रकार का प्रदूषण उत्पन्न नहीं होता है। सोलर उपकरणों में किये जाने वाले निवेश को समझदारी का निवेश कहा जाता है, इस प्रकार के आधुनिक उपकरण का प्रयोग लंबे समय तक किया जा सकता है।