6.5KW सोलर सिस्टम लगवाने की सोच रहे हैं? जानिए कीमत, सब्सिडी और बिजली बचत का पूरा हिसाब!

अगर आप यूपी में हैं और महीने का ₹6–7 हजार बिजली बिल भर रहे हैं, तो अब आपके पास है सोलर पावर से आज़ादी पाने का मौका! जानिए 6.5 kW सोलर सिस्टम की 2025 में कीमत, सब्सिडी, सालाना बचत और इंस्टॉलेशन का पूरा तरीका, जिसे जानकर आप भी तुरंत फैसला ले सकते हैं!

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Written by Rohit Kumar

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6.5KW सोलर सिस्टम लगवाने की सोच रहे हैं? जानिए कीमत, सब्सिडी और बिजली बचत का पूरा हिसाब!
6.5KW सोलर सिस्टम लगवाने की सोच रहे हैं? जानिए कीमत, सब्सिडी और बिजली बचत का पूरा हिसाब!

सोलर एनर्जी-Solar Energy के बढ़ते उपयोग और भारत सरकार की योजनाओं के चलते अब घरेलू उपयोग के लिए 6.5 kW Solar System लगवाना एक अच्छा इंवेशमेंट बन गया है। इसके अलावा अगर आप उत्तर प्रदेश के मेरठ जैसे शहरों में रहते हैं,और मंथली आने वाले बिजली बिल से परेशान होकर इससे छुटकारा पान चाहते हैं। तो यह जानकारी आपके लिए बेहद उपयोगी साबित हो सकती है। इसलिए आपको हम आज 6.5 किलोवाट सोलर सिस्टम की कीमत 2025 में किनती है, ,और इस सिस्टम को लगवाने के लिए सरकार कितनी सब्सिडी की मदद करता है। जानिए पूरी जानकारी के साथ।

2025 में 6.5 kW सोलर सिस्टम का प्राइस

भारत में वर्ष 2025 में एक किलोवाट (kw) ऑन-ग्रिड सोलर सिस्टम की कीमत लगभग ₹37,500 से ₹42,000 के बीच है। इसका मतलब यह हुआ कि 6 kW के लिए कुल खर्च ₹2.85 लाख से ₹3.00 लाख तक आ सकता है। क्योंकि 6.5 kW सिस्टम का आकार थोड़ा अधिक है,इसलिए इसकी कुल कीमत ₹3.0 लाख से ₹3.3 लाख के बीच बैठती है। यह कीमत पैनल, इन्वर्टर, स्ट्रक्चर, वायरिंग और इंस्टॉलेशन को मिलाकर है।

ब्लूबर्ड सोलर और अन्य प्रमुख विक्रेताओं के अनुसार, यह सिस्टम एक औसत मध्यमवर्गीय घर की लगभग सभी बिजली जरूरतों को पूरा कर सकता है, खासकर अगर आप रेफ्रिजरेटर, एसी, वॉशिंग मशीन और गीजर जैसे उपकरण चला रहे हों।

केंद्र सरकार की सब्सिडी: पीएम सूर्य घर योजना का लाभ

सरकार की प्रमुख रिन्यूएबल एनर्जी-Renewable Energy स्कीम “PM Surya Ghar Muft Bijli Yojana” के अंतर्गत सोलर पैनल सिस्टम पर अच्छी-खासी सब्सिडी दी जा रही है। इस योजना के तहत 3 kW तक की क्षमता पर ₹18,000 प्रति किलोवाट की दर से सब्सिडी मिलती है। इसके ऊपर की क्षमता के लिए ₹9,000 प्रति किलोवाट की सब्सिडी निर्धारित की गई है।

6.5 kW सिस्टम पर यह गणना इस प्रकार होगी: पहले 3 kW पर ₹18,000 × 3 = ₹54,000 और शेष 3.5 kW पर ₹9,000 × 3.5 = ₹31,500। इस तरह कुल केंद्रीय सब्सिडी होगी ₹85,500।

उत्तर प्रदेश की राज्य सब्सिडी: अतिरिक्त राहत

अगर आप उत्तर प्रदेश के निवासी हैं, तो राज्य सरकार की ओर से भी आपको अतिरिक्त राहत दी जा रही है। यूपी सरकार द्वारा 3 किलोवाट से अधिक की क्षमता वाले घरेलू सोलर सिस्टम पर ₹30,000 की एकमुश्त सब्सिडी दी जाती है।

इस प्रकार, 6.5 kW सोलर सिस्टम के लिए कुल (केंद्र + राज्य) सब्सिडी ₹85,500 + ₹30,000 = ₹1.155 लाख तक हो सकती है। यानी लगभग ₹1.15 लाख की सीधी राहत आपके इंस्टॉलेशन खर्च से मिल जाएगी।

इंस्टॉलेशन के बाद आपकी जेब से कितना खर्च?

अगर आप ₹3.0 लाख से ₹3.3 लाख के बीच सोलर सिस्टम लगवाते हैं और ₹1.155 लाख की सब्सिडी प्राप्त करते हैं, तो आपकी नेट पेमेंट केवल ₹1.85 लाख से ₹2.15 लाख के बीच होगी। यह भुगतान एकमुश्त या कुछ विक्रेताओं के साथ आसान किश्तों में भी किया जा सकता है।

यह निवेश एक बार का होता है और इसके बाद आपको अगले 25 वर्षों तक बड़ी मात्रा में बिजली बिल से राहत मिलती है।

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सालाना बिजली बचत और रिटर्न ऑन इन्वेस्टमेंट

एक 6.5 kW का ऑन-ग्रिड सोलर सिस्टम औसतन 9,000 से 10,000 यूनिट बिजली साल भर में पैदा करता है। यदि मान लिया जाए कि घरेलू बिजली की दर ₹8 प्रति यूनिट है, तो आपकी सालाना बचत ₹80,000 तक हो सकती है।

इसका मतलब है कि महज 2.5 से 3 वर्षों में आपकी पूरी लागत वसूल हो जाएगी। बाकी के वर्षों में यह सिस्टम आपके लिए सिर्फ लाभ का सौदा रहेगा। 25 साल की औसत जीवन अवधि में यह सिस्टम ₹20 लाख से अधिक की बचत कर सकता है।

अतिरिक्त लाभ पर्यावरण से लेकर आमदनी तक

6.5 kW का सोलर सिस्टम केवल बिजली की बचत तक ही सीमित नहीं है, बल्कि यह आपकी अतिरिक्त बिजली को ग्रिड में भेजकर आपको नेट-मीटरिंग के जरिए आमदनी का मौका भी देता है। खासकर गर्मियों में जब उत्पादन ज्यादा होता है और खपत कम, तो आप DISCOM से यूनिट के बदले क्रेडिट या पैसा प्राप्त कर सकते हैं।

इसके साथ ही, यह पर्यावरण के लिए भी लाभदायक है क्योंकि यह CO₂ उत्सर्जन को कम करता है। बिजली कटौती या दरों में बढ़ोतरी की स्थिति में भी यह सिस्टम आपको आत्मनिर्भर बनाए रखता है। इसके साथ मिलने वाली 25 साल तक की वारंटी इसे एक सुरक्षित और दीर्घकालिक निवेश बनाती है।

इंस्टॉलेशन की प्रक्रिया जानिए जरूरी स्टेप्स

सोलर सिस्टम इंस्टॉल करवाने के लिए सबसे पहले आपको एक प्रमाणित और BIS मान्यता प्राप्त विक्रेता चुनना होगा। इसके बाद DISCOM पोर्टल या PM Surya Ghar पोर्टल पर रजिस्ट्रेशन करना होता है। स्वीकृति के बाद इंस्टॉलेशन किया जाता है और फिर नेट-मीटरिंग सेटअप होता है।

पूरा प्रोसेस लगभग 30 दिनों में पूरा हो सकता है, जिसमें इंस्टॉलेशन, कनेक्शन, निरीक्षण और सब्सिडी क्लेम शामिल होता है। एक बार इंस्टॉलेशन हो जाने के बाद सब्सिडी सीधे आपके बैंक खाते में ट्रांसफर की जाती है।

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Rohit Kumar
रोहित कुमार सोलर एनर्जी और रिन्यूएबल एनर्जी सेक्टर में अनुभवी कंटेंट राइटर हैं, जिन्हें इस क्षेत्र में 7 वर्षों का गहन अनुभव है। उन्होंने सोलर पैनल इंस्टॉलेशन, सौर ऊर्जा की अर्थव्यवस्था, सरकारी योजनाओं, और सौर ऊर्जा नवीनतम तकनीकी रुझानों पर शोधपूर्ण और सरल लेखन किया है। उनका उद्देश्य सोलर एनर्जी के प्रति जागरूकता बढ़ाना और पाठकों को ऊर्जा क्षेत्र के महत्वपूर्ण पहलुओं से परिचित कराना है। अपने लेखन कौशल और समर्पण के कारण, वे सोलर एनर्जी से जुड़े विषयों पर एक विश्वसनीय लेखक हैं।

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