
भारत सरकार द्वारा रिन्यूएबल एनर्जी-Renewable Energy को बढ़ावा देने के लिए शुरू की गई प्रधानमंत्री सूर्य घर: मुफ्त बिजली योजना इन दिनों सुर्खियों में है। यह योजना न सिर्फ पर्यावरण संरक्षण के लिहाज़ से महत्वपूर्ण है, बल्कि आम नागरिकों के बिजली खर्च को भी बड़े स्तर पर कम कर रही है। इसके तहत सरकार देशभर के 1 करोड़ घरों में रूफटॉप सोलर पैनल-Rooftop Solar Panel लगाने का लक्ष्य लेकर चल रही है, जिससे हर महीने 300 यूनिट तक मुफ्त बिजली मिलने का वादा किया जा रहा है।
योजना की सबसे बड़ी खासियत यह है कि इसमें 60% तक की सब्सिडी दी जा रही है, जो सीधे लाभार्थी के बैंक खाते में स्थानांतरित होती है। इससे योजना की पारदर्शिता और विश्वसनीयता दोनों सुनिश्चित होती है। नागरिक pmsuryaghar.gov.in पोर्टल के माध्यम से आसानी से आवेदन कर सकते हैं और इस योजना का लाभ उठा सकते हैं।
हर साल ₹15,000 तक की बचत और मुफ्त बिजली
प्रधानमंत्री सूर्य घर योजना का मूल उद्देश्य हर घर को सौर ऊर्जा-Solar Energy से जोड़ना है ताकि ऊर्जा की आत्मनिर्भरता सुनिश्चित हो सके। योजना के तहत सोलर पैनल लगाने से न केवल घर की बिजली की जरूरतें पूरी होती हैं, बल्कि ग्रिड में अतिरिक्त बिजली भेजकर आमदनी भी की जा सकती है। सरकार के अनुसार, एक सामान्य घरेलू उपभोक्ता इस योजना के जरिए हर साल करीब ₹15,000 तक की बचत कर सकता है। यह एक स्थायी और व्यावहारिक समाधान है, जिससे बिजली बिलों का बोझ कम होता है और पर्यावरण के प्रति जिम्मेदारी भी निभाई जा सकती है।
सब्सिडी की श्रेणियां और उनकी विस्तृत जानकारी
योजना के अंतर्गत सब्सिडी तीन श्रेणियों में विभाजित है। यदि कोई उपभोक्ता 2 किलोवाट (kW) तक का सोलर सिस्टम इंस्टॉल करता है, तो उसे 60% की सब्सिडी प्राप्त होती है। वहीं, 2 से 3 kW के बीच की क्षमता पर अतिरिक्त लागत पर 40% की सब्सिडी दी जाती है। अगर उपभोक्ता 3 किलोवाट से अधिक की क्षमता का सिस्टम लगवाता है, तो उसे अधिकतम ₹78,000 तक की सब्सिडी मिल सकती है। यह राशि सीधे लाभार्थी के खाते में अधिकतम 30 दिनों के भीतर ट्रांसफर की जाती है, जिससे पारदर्शिता और समयबद्धता सुनिश्चित होती है।
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ऑनलाइन आवेदन प्रक्रिया और पात्रता की प्रमुख शर्तें
इस योजना का लाभ प्राप्त करने के लिए नागरिकों को pmsuryaghar.gov.in वेबसाइट पर जाकर ऑनलाइन आवेदन करना होता है। आवेदन के बाद राज्य की DISCOM और रजिस्टर्ड वेंडर मिलकर आवेदन की सत्यता की जांच करते हैं। सत्यापन के बाद सोलर सिस्टम की स्थापना की जाती है।
पात्रता की बात करें तो, आवेदक भारतीय नागरिक होना चाहिए, उसके पास स्वामित्व वाला मकान और उपयुक्त छत स्थान होना अनिवार्य है। इसके अलावा, यदि आवेदक ने पहले किसी अन्य सोलर सब्सिडी योजना का लाभ नहीं लिया है, तो वह इस योजना का पात्र माना जाएगा।
किसानों के लिए विशेष योजना: पीएम-कुसुम योजना की विस्तार से जानकारी
जहाँ प्रधानमंत्री सूर्य घर योजना शहरी और ग्रामीण घरेलू उपभोक्ताओं के लिए है, वहीं किसानों के लिए सरकार ने प्रधानमंत्री किसान ऊर्जा सुरक्षा एवं उत्थान महाभियान (PM-KUSUM) योजना शुरू की है। इस योजना के अंतर्गत किसानों को सोलर पंप लगाने के लिए 60% सब्सिडी, 30% बैंक ऋण और केवल 10% स्वयं की लागत वहन करने की शर्त पर सुविधा दी जा रही है।
इस योजना का मुख्य उद्देश्य किसानों को डीजल पंप से मुक्ति दिलाकर सौर ऊर्जा की ओर स्थानांतरित करना है। साथ ही, किसान अतिरिक्त बिजली को ग्रिड में बेचकर अतिरिक्त आय भी अर्जित कर सकते हैं। यह योजना विशेष रूप से ग्रामीण भारत में रिन्यूएबल एनर्जी-Renewable Energy के विस्तार में एक क्रांतिकारी कदम के रूप में देखी जा रही है।
बैंक ऋण सुविधा: बिना गारंटी आसान फाइनेंसिंग विकल्प
जिन उपभोक्ताओं के लिए सोलर सिस्टम की लागत एकमुश्त वहन करना मुश्किल है, उनके लिए सरकार ने बिना किसी गारंटी के करीब 7% ब्याज दर पर बैंक ऋण की सुविधा भी प्रदान की है। इससे मध्यवर्गीय और ग्रामीण नागरिकों को भी इस योजना से जुड़ने में मदद मिल रही है और वे आसानी से सोलर पैनल इंस्टॉल कर सकते हैं।
उत्तर प्रदेश (आगरा) में योजना की सक्रिय भागीदारी
यदि आप उत्तर प्रदेश, विशेष रूप से आगरा जैसे क्षेत्र में रहते हैं और आपके पास स्वयं का मकान है, तो आप भी इस योजना का सीधा लाभ उठा सकते हैं। इन क्षेत्रों में DISCOM और रजिस्टर्ड विक्रेताओं के माध्यम से योजना को तेज़ी से लागू किया जा रहा है। सरकार यह सुनिश्चित कर रही है कि लाभार्थियों तक योजना की पूरी जानकारी और सुविधाएं समय पर पहुँचे।