5 साल में 68,000% की जबरदस्त छलांग! Waaree Renewable के शेयरों पर आज टिकी रहेंगी सबकी नजर

पिछले 5 सालों में Waaree Renewable के शेयर ने 68,000% का रिटर्न देकर निवेशकों को करोड़पति बना दिया है! सिर्फ ₹10,000 की निवेश राशि आज ₹68 लाख में बदल चुकी होती। अब सबकी नजरें इस पर टिकी हैं, क्या यह मल्टीबैगर सफर यहीं रुकेगा या अभी असली उछाल बाकी है? जानिए एक्सपर्ट्स की राय और भविष्य की रणनीति।

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Written by Rohit Kumar

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Waaree Renewable Technologies Limited (WAAREERTL) के शेयर 21 जुलाई 2025 को भारतीय शेयर बाजार में खास फोकस में रहने वाले हैं। इसकी वजह है कंपनी को हाल ही में असम पावर डिस्ट्रीब्यूशन कंपनी (APDCL) की ओर से मिला एक बड़ा झटका। Renewable Energy सेक्टर की यह प्रमुख कंपनी अब उस EPC प्रोजेक्ट का हिस्सा नहीं रहेगी, जिसे सरकार ने एशियन डेवलपमेंट बैंक (ADB) की फंडिंग से पूरा करने की योजना बनाई थी।

5 साल में 68,000% की जबरदस्त छलांग! Waaree Renewable के शेयरों पर आज टिकी रहेंगी सबकी नजर
5 साल में 68,000% की जबरदस्त छलांग! Waaree Renewable के शेयरों पर आज टिकी रहेंगी सबकी नजर

कंपनी को यह जानकारी शनिवार, 19 जुलाई 2025 को प्राप्त हुई, और इसके बाद से निवेशकों में इस बात को लेकर उत्सुकता बढ़ गई है, कि सोमवार को शेयर किस दिशा में जाएगा। हालांकि शुक्रवार को Waaree Renewable का शेयर मामूली रूप से 0.16% की बढ़त के साथ ₹1,186.25 पर बंद हुआ था।

प्रोजेक्ट रद्द करने की वजह और प्रभाव

Waaree Renewable Technologies को 125 मेगावॉट एसी (181.3 मेगावॉट पीक डीसी) क्षमता वाले सोलर पावर प्रोजेक्ट का EPC कार्य मिला था। यह प्रोजेक्ट एक कंसोर्टियम के तहत दिया गया था,जिसमें कंपनी भी एक महत्वपूर्ण भागीदार निभाती थी। यह प्रोजेक्ट एक टर्नकी आधार पर दिया गया था, जिसमें संचालन और रखरखाव (O&M) की जिम्मेदारी भी शामिल थी।

प्रोजेक्ट का अनुबंध 11 मार्च 2025 को साइन हुआ था, और इसे 18 महीने की अवधि में पूरा किया जाना था। लेकिन अब इस पूरे अनुबंध को खत्म कर दिया गया है, क्योंकि असम सरकार ने इस प्रोजेक्ट को ADB के माध्यम से मिलने वाली फंडिंग से वापस ले लिया है।

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Waaree Renewable के शेयरों का प्रदर्शन

Waaree Renewable के शेयरों ने पिछले पांच वर्षों में निवेशकों को जबरदस्त रिटर्न दिया है। आंकड़ों की मानें तो कंपनी ने पांच साल में 68,000% से ज्यादा रिटर्न दिया है। यानी अगर किसी निवेशक ने 5 साल पहले ₹1,000 लगाए होते, तो उनकी वैल्यू अब ₹6.8 लाख से ज्यादा होती।

हालांकि, बीते एक साल में कंपनी के शेयरों में गिरावट देखने को मिली है। पिछले 12 महीनों में शेयर 36.76% तक गिर चुका है। वहीं 2025 की शुरुआत से अब तक Year-to-Date (YTD) आधार पर इसमें 15.87% की गिरावट देखी गई है।

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दिलचस्प बात यह है कि पिछले पांच ट्रेडिंग सेशन्स में Waaree Renewable के शेयरों ने 21.21% की तेजी दिखाई है। इससे यह स्पष्ट होता है कि निवेशक अब भी कंपनी में भरोसा दिखा रहे हैं, हालांकि इस प्रोजेक्ट के रद्द होने का असर सोमवार को शेयर की चाल पर जरूर दिख सकता है। कंपनी का मार्केट कैप (M-Cap) शुक्रवार, 18 जुलाई 2025 को ₹12,366.25 करोड़ रहा।

52-वीक हाई और लो का स्तर

Waaree Renewable के शेयरों ने 25 सितंबर 2025 को ₹2,074.95 का 52-सप्ताह का उच्चतम स्तर छुआ था। वहीं 7 अप्रैल 2025 को इसका न्यूनतम स्तर ₹732.05 रहा। इन आंकड़ों से यह स्पष्ट है कि शेयरों में अस्थिरता जरूर रही है, लेकिन दीर्घकालिक निवेशकों के लिए यह अब भी एक Multibagger साबित हो चुका है।

कंपनी की फाइनेंशियल स्थिति

हाल ही में जारी Q1 वित्तीय नतीजों में Waaree Renewable ने जबरदस्त प्रदर्शन किया था। कंपनी का शुद्ध लाभ सालाना आधार पर 207% बढ़कर ₹86 करोड़ पहुंच गया। इस खबर के बाद कंपनी के शेयरों में 15% तक की उछाल देखी गई थी। ऐसे में अब यह देखना दिलचस्प होगा कि सरकार द्वारा फंडिंग वापस लिए जाने और प्रोजेक्ट रद्द होने का कंपनी के वित्तीय प्रदर्शन पर भविष्य में क्या असर पड़ेगा।

आगे की संभावनाएं

हालांकि प्रोजेक्ट कैंसलेशन एक नेगेटिव न्यूज़ है, लेकिन यह भी ध्यान देना जरूरी है कि कंपनी की तकनीकी क्षमता और EPC सेक्टर में अनुभव बहुत मजबूत है। Renewable Energy क्षेत्र में भारत की दीर्घकालिक नीति और Waaree जैसे प्लेयर्स की भूमिका अब भी अहम बनी हुई है।

यदि कंपनी इस झटके से उबरकर नई डील्स हासिल करती है, तो निवेशकों के लिए यह एक लॉन्ग टर्म अवसर बन सकता है। वहीं, शॉर्ट टर्म में शेयर की चाल में अस्थिरता संभव है।

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Rohit Kumar
रोहित कुमार सोलर एनर्जी और रिन्यूएबल एनर्जी सेक्टर में अनुभवी कंटेंट राइटर हैं, जिन्हें इस क्षेत्र में 7 वर्षों का गहन अनुभव है। उन्होंने सोलर पैनल इंस्टॉलेशन, सौर ऊर्जा की अर्थव्यवस्था, सरकारी योजनाओं, और सौर ऊर्जा नवीनतम तकनीकी रुझानों पर शोधपूर्ण और सरल लेखन किया है। उनका उद्देश्य सोलर एनर्जी के प्रति जागरूकता बढ़ाना और पाठकों को ऊर्जा क्षेत्र के महत्वपूर्ण पहलुओं से परिचित कराना है। अपने लेखन कौशल और समर्पण के कारण, वे सोलर एनर्जी से जुड़े विषयों पर एक विश्वसनीय लेखक हैं।

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