सोलर सिस्टम को स्थापित करने के बाद उपभोक्ता अनेक प्रकार के लाभ प्राप्त कर सकते हैं, सोलर पैनल की स्थापना के अनुसार ही लाभ प्राप्त किये जा सकते हैं। सोलर पैनल को मुख्यतः ऑनग्रिड, ऑफग्रिड एवं हाइब्रिड प्रकार से स्थापित किया जाता है। सोलर पैनल को लगाने से पहले आपको घर या जिस स्थान पर आप सोलर पैनल लगाना चाहते हैं वहाँ बिजली के लोड की जानकारी होनी चाहिए।
7 किलोवाट ऑनग्रिड सोलर सिस्टम
यदि आपके घर में बिजली का लोड 30 यूनिट से 35 यूनिट तक रहता है तो ऐसे में आप 7 किलोवाट का सोलर सिस्टम स्थापित कर सकते हैं। ऑनग्रिड सोलर सिस्टम को कम बिजली कटौती वाले स्थानों के लिए बेस्ट कहा जाता है, ऐसे सोलर पैनल को लगाने पर सरकार द्वारा दी जाने वाली सब्सिडी प्राप्त की जा सकती है। ऑनग्रिड सोलर सिस्टम में सोलर पैनल से बनने वाली बिजली को ग्रिड के साथ शेयर किया जाता है, ऐसे सिस्टम में ग्रिड की बिजली का प्रयोग ही किया जाता है, ऐसे में सभी उपकरणों को चलाया जा सकता है।
7 किलोवाट ऑनग्रिड सोलर सिस्टम को लगाने में खर्चा
ऑनग्रिड सोलर सिस्टम में शेयर होने वाली बिजली की गणना करने के लिए नेट-मिटरिंग की जाती है। सिस्टम में डीसी को एसी में बदलने के लिए सोलर इंवर्टर को स्थापित किया जाता है, इस सोलर सिस्टम में होने वाला खर्चा इस प्रकार रहता है:-
- 7 किलोवाट सोलर पैनल की कीमत– लगभग 2 लाख रुपये (पालीक्रिस्टलाइन सोलर पैनल)
- सोलर इंवर्टर की कीमत– लगभग 70 हजार रुपये
- नेट मीटर एवं अन्य खर्चे– 50 हजार रुपये
- कुल खर्चा- 3.20 लाख रुपये
ऑनग्रिड सोलर सिस्टम पर सब्सिडी
केंद्र सरकार की पीएम सूर्य घर मुफ़्त बिजली योजना का लाभ प्राप्त कर के आप सब्सिडी के माध्यम से ऑनग्रिड सोलर सिस्टम स्थापित लगा सकते हैं। इस योजना का आवेदन कर आप 7 किलोवाट के ऑनग्रिड सोलर सिस्टम पर 78,000 रुपये की सब्सिडी प्राप्त कर सकते हैं। ऐसे में आप लगभग 2.50 लाख में इस सोलर सिस्टम को लगा सकते हैं।
सोलर सिस्टम को स्थापित कर के जीवाश्म ईंधन की निर्भरता को कम किया जा सकता है, जिससे कार्बन फुटप्रिन्ट को कम कर के पर्यावरण को सुरक्षित रखा जा सकता है। सोलर पैनल के प्रयोग से ग्रिड बिजली के बिल से राहत प्राप्त की जा सकती है।