810MW Solar Project Deal: राजस्थान में पगल के लिए 810 मेगावाट सोलर पार्क पर हुआ बड़ा करार – NIRL और RVUNL ने मिलाए हाथ!

बीकानेर में NIRL और RVUNL ने मिलाया हाथ, हर साल बनेगी 2 अरब यूनिट ग्रीन एनर्जी, 2030 के ऊर्जा लक्ष्य में देगा बड़ा योगदान – जानिए इस डील का पूरा असर!

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Written by Rohit Kumar

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810MW Solar Project Deal को लेकर राजस्थान में Renewable Energy क्षेत्र में एक नया अध्याय जुड़ गया है। बीकानेर जिले के पगल क्षेत्र में 810 मेगावाट क्षमता वाली सोलर परियोजना के लिए NLC इंडिया रिन्यूएबल्स लिमिटेड (NIRL) और राजस्थान राज्य विद्युत उत्पादन निगम लिमिटेड (RVUNL) के बीच पावर परचेज एग्रीमेंट (PPA) पर हस्ताक्षर किए गए हैं। यह करार न केवल प्रदेश की ऊर्जा क्षमता को सशक्त करेगा बल्कि भारत की ग्रीन एनर्जी नीति को भी मजबूत बनाएगा।

पगल में लगेगा 810 मेगावाट का सोलर पार्क

यह परियोजना राजस्थान के बीकानेर जिले में पगल क्षेत्र में स्थित 2000 मेगावाट की प्रस्तावित सोलर पार्क का हिस्सा है। इस डील के तहत 810 मेगावाट की परियोजना को विकसित किया जाएगा, जो NIRL की अब तक की सबसे बड़ी रिन्यूएबल एनर्जी परियोजनाओं में से एक होगी। इस सोलर पार्क से हर वर्ष अनुमानित 2 बिलियन यूनिट (BU) हरित बिजली का उत्पादन किया जाएगा। इससे करीब 1.5 मिलियन मीट्रिक टन कार्बन डाइऑक्साइड (CO₂) के उत्सर्जन में कमी आने की संभावना है।

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MNRE की अल्ट्रा मेगा योजना के तहत मिलेगा समर्थन

810 मेगावाट की यह परियोजना भारत सरकार के नवीन और नवीकरणीय ऊर्जा मंत्रालय (MNRE) की Ultra Mega Renewable Energy Power Parks (UMREPP) योजना के तहत Mode 8 के अंतर्गत विकसित की जा रही है। इसका मकसद देश में बड़े पैमाने पर हरित ऊर्जा उत्पादन को बढ़ावा देना है। Mode 8 मॉडल केंद्र और राज्य सरकारों के सहयोग से बड़ी जमीन पर ग्रिड से जुड़ी रिन्यूएबल परियोजनाओं के लिए अनुकूल माहौल तैयार करता है।

भारत के 2030 के एनर्जी गोल में अहम योगदान

भारत सरकार का लक्ष्य है कि वह 2030 तक 500 गीगावाट नॉन-फॉसिल फ्यूल-आधारित पावर जनरेशन क्षमता हासिल करे। ऐसे में यह प्रोजेक्ट उस दिशा में एक ठोस कदम माना जा रहा है। NLC इंडिया लिमिटेड ने भी अपनी रिन्यूएबल एनर्जी क्षमता को 2030 तक 10 गीगावाट तक पहुंचाने का रोडमैप तैयार किया है, जिसमें यह डील एक मील का पत्थर साबित होगी।

राजस्थान बन रहा है ग्रीन एनर्जी का गढ़

राजस्थान विशेष रूप से बीकानेर जिला, रिन्यूएबल एनर्जी उत्पादन के लिए देश का सबसे अनुकूल क्षेत्र बनता जा रहा है। यहां पर सालभर सूर्य की तेज रोशनी उपलब्ध रहती है और खुली जमीन का पर्याप्त भंडार है, जो सोलर प्रोजेक्ट्स के लिए उपयुक्त माने जाते हैं। इस तरह की परियोजनाएं न केवल राज्य को ऊर्जा आत्मनिर्भर बनाएंगी, बल्कि स्थानीय लोगों को रोजगार के अवसर भी देंगी।

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NIRL और RVUNL की साझेदारी से उम्मीदें

NIRL और RVUNL के बीच हुआ यह समझौता दोनों संस्थानों के लिए एक रणनीतिक जीत है। NIRL को जहां एक बड़े प्रोजेक्ट पर काम करने का अवसर मिला है, वहीं RVUNL को सस्ती और स्वच्छ बिजली आपूर्ति सुनिश्चित करने का माध्यम मिलेगा। इससे राजस्थान में विद्युत वितरण और उत्पादन प्रणाली और भी मजबूत होगी।

हरित ऊर्जा के भविष्य की दिशा में बड़ा कदम

यह डील भारत के ग्रीन एनर्जी भविष्य को संवारने की दिशा में एक निर्णायक पहल है। इससे देश के क्लाइमेट गोल्स को प्राप्त करने में मदद मिलेगी, साथ ही वैश्विक स्तर पर भारत की भूमिका को भी मजबूती मिलेगी। बड़े पैमाने पर Renewable Energy उत्पादन देश को ऊर्जा सुरक्षा और पर्यावरणीय स्थिरता की ओर ले जाएगा।

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Rohit Kumar
रोहित कुमार सोलर एनर्जी और रिन्यूएबल एनर्जी सेक्टर में अनुभवी कंटेंट राइटर हैं, जिन्हें इस क्षेत्र में 7 वर्षों का गहन अनुभव है। उन्होंने सोलर पैनल इंस्टॉलेशन, सौर ऊर्जा की अर्थव्यवस्था, सरकारी योजनाओं, और सौर ऊर्जा नवीनतम तकनीकी रुझानों पर शोधपूर्ण और सरल लेखन किया है। उनका उद्देश्य सोलर एनर्जी के प्रति जागरूकता बढ़ाना और पाठकों को ऊर्जा क्षेत्र के महत्वपूर्ण पहलुओं से परिचित कराना है। अपने लेखन कौशल और समर्पण के कारण, वे सोलर एनर्जी से जुड़े विषयों पर एक विश्वसनीय लेखक हैं।

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