राजस्थान में सोलर पैनल पर 90% सब्सिडी! किन कंपनियों से लगवाएं सोलर सिस्टम?

क्या वाकई 90% सब्सिडी मिल रही है? जानिए प्रधानमंत्री सूर्य घर योजना और राजस्थान की नई सोलर पॉलिसी से कैसे उठा सकते हैं जबरदस्त फायदा!

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Written by Rohit Kumar

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राजस्थान में सोलर पैनल पर 90% सब्सिडी! किन कंपनियों से लगवाएं सोलर सिस्टम?
राजस्थान में सोलर पैनल पर 90% सब्सिडी! किन कंपनियों से लगवाएं सोलर सिस्टम?

राजस्थान में सोलर पैनल सब्सिडी को लेकर इन दिनों सोशल मीडिया पर जबरदस्त चर्चा हो रही है। कुछ पोस्ट में दावा किया जा रहा है कि सरकार सोलर पैनल लगाने पर 90% तक सब्सिडी दे रही है। हालांकि, सरकारी दस्तावेज़ और मौजूदा योजनाओं के अनुसार इतनी अधिक सब्सिडी का कोई आधिकारिक प्रमाण नहीं है। लेकिन इसका मतलब यह नहीं कि राजस्थान में सोलर पैनल पर सब्सिडी नहीं मिल रही। केंद्र और राज्य सरकार, दोनों ने सोलर एनर्जी को बढ़ावा देने के लिए कई योजनाएं शुरू की हैं, जो आम उपभोक्ताओं को बड़े स्तर पर राहत दे रही हैं।

प्रधानमंत्री सूर्य घर मुफ्त बिजली योजना के तहत आकर्षक सब्सिडी

भारत सरकार द्वारा शुरू की गई प्रधानमंत्री सूर्य घर मुफ्त बिजली योजना (PM Surya Ghar Muft Bijli Yojana) के तहत घरेलू उपभोक्ताओं को सोलर पैनल इंस्टॉल कराने पर सब्सिडी दी जाती है। यह सब्सिडी उपभोक्ता की आवश्यकता और इंस्टॉल की गई क्षमता पर निर्भर करती है।

1 से 2 किलोवाट (kW) क्षमता वाले सोलर सिस्टम पर ₹30,000 से ₹60,000 तक की सब्सिडी दी जाती है। अगर उपभोक्ता 2 से 3 किलोवाट तक का सिस्टम इंस्टॉल करता है, तो यह राशि ₹60,000 से ₹78,000 तक बढ़ जाती है। वहीं, 3 किलोवाट से अधिक के सिस्टम के लिए अधिकतम ₹78,000 की सब्सिडी निर्धारित की गई है। इसके अतिरिक्त, पात्र उपभोक्ताओं को हर महीने 300 यूनिट तक मुफ्त बिजली भी प्रदान की जाती है।

यह योजना खासतौर पर मध्यमवर्गीय और ग्रामीण घरों को ध्यान में रखते हुए डिजाइन की गई है, जिससे Renewable Energy को अपनाने की गति को तेज किया जा सके।

राजस्थान सरकार की Renewable Energy को बढ़ावा देने वाली नीतियां

राजस्थान, भारत के उन अग्रणी राज्यों में से एक है, जहां Renewable Energy, खासकर सौर ऊर्जा को बढ़ावा देने के लिए व्यापक नीतियां बनाई गई हैं। राज्य सरकार ने बिजली उत्पादन और उपभोग दोनों स्तरों पर सोलर प्रोजेक्ट्स को आकर्षित करने के लिए कई आर्थिक प्रोत्साहन दिए हैं।

राज्य सरकार ने सौर ऊर्जा पर बिजली शुल्क को घटाकर 40 पैसे प्रति यूनिट कर दिया है, जो पहले 60 पैसे था। इसके अलावा, Renewable Energy परियोजनाओं के लिए भूमि कर में 100% छूट दी गई है। इसके साथ ही स्थानांतरण, वितरण और बैंकिंग शुल्क में भी रियायतें दी जा रही हैं। ये सभी पहलें राज्य में सोलर प्रोजेक्ट्स को आर्थिक दृष्टि से व्यावहारिक और लाभदायक बनाती हैं।

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राजस्थान में प्रमुख सोलर पैनल इंस्टॉलेशन कंपनियां

राजस्थान में कई प्रमुख कंपनियां सोलर पैनल इंस्टॉलेशन की सेवाएं प्रदान कर रही हैं, जो सब्सिडी योजनाओं के तहत भी कार्य कर रही हैं। इनमें Spectra Solar, Waaree Energies, और Sunsure Energy जैसी कंपनियां शामिल हैं।

Spectra Solar राजस्थान में 15 वर्षों से अधिक समय से सक्रिय है और इंस्टॉलेशन को केवल 3–5 दिनों में पूरा करने का दावा करती है। यह कंपनी 5 साल की मुफ्त मेंटेनेंस सेवा भी देती है। वहीं, Waaree Energies, राजस्थान रिन्यूएबल एनर्जी कॉर्पोरेशन लिमिटेड (RRECL) द्वारा सूचीबद्ध है और सब्सिडी वाली योजनाओं में भागीदार है। Sunsure Energy न केवल इंस्टॉलेशन करती है बल्कि नेट मीटरिंग और सब्सिडी आवेदन प्रक्रिया में भी मदद करती है।

सोलर सब्सिडी प्राप्त करने की प्रक्रिया

राजस्थान में सोलर सब्सिडी प्राप्त करने के लिए केंद्र सरकार के राष्ट्रीय रूफटॉप सोलर पोर्टल पर जाकर रजिस्ट्रेशन करना होता है। इसके बाद उपभोक्ता को आवेदन फॉर्म भरना होता है और आवश्यक दस्तावेज़ अपलोड करने होते हैं। पंजीकरण के बाद, बिजली वितरण कंपनी (DISCOM) आपके घर की साइट का निरीक्षण करती है।

इसके बाद उपभोक्ता को RRECL द्वारा प्रमाणित विक्रेता का चयन करना होता है। इंस्टॉलेशन प्रक्रिया पूर्ण होने पर नेट मीटरिंग के लिए आवेदन किया जाता है और अंतिम निरीक्षण के बाद प्लांट को कमीशन किया जाता है। अंत में, उपभोक्ता अपने बैंक खाते का विवरण पोर्टल पर देकर सब्सिडी का अनुरोध करता है, जो लगभग 30 दिनों में सीधे बैंक खाते में ट्रांसफर कर दी जाती है।

राजस्थान में सोलर पैनल लगाना क्यों है समझदारी का सौदा?

बढ़ती हुई बिजली दरें, ऊर्जा संकट और पर्यावरणीय असंतुलन के बीच सोलर एनर्जी एक स्थायी समाधान बन कर उभरी है। राजस्थान जैसे राज्य, जहां सूरज की रोशनी सालभर उपलब्ध रहती है, वहां सोलर एनर्जी अपनाना न केवल पर्यावरण की रक्षा करता है, बल्कि बिजली खर्चों में भी भारी कटौती लाता है। सरकार की ओर से मिल रही सब्सिडी इस प्रक्रिया को और भी सुलभ बना देती है।

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Rohit Kumar
रोहित कुमार सोलर एनर्जी और रिन्यूएबल एनर्जी सेक्टर में अनुभवी कंटेंट राइटर हैं, जिन्हें इस क्षेत्र में 7 वर्षों का गहन अनुभव है। उन्होंने सोलर पैनल इंस्टॉलेशन, सौर ऊर्जा की अर्थव्यवस्था, सरकारी योजनाओं, और सौर ऊर्जा नवीनतम तकनीकी रुझानों पर शोधपूर्ण और सरल लेखन किया है। उनका उद्देश्य सोलर एनर्जी के प्रति जागरूकता बढ़ाना और पाठकों को ऊर्जा क्षेत्र के महत्वपूर्ण पहलुओं से परिचित कराना है। अपने लेखन कौशल और समर्पण के कारण, वे सोलर एनर्जी से जुड़े विषयों पर एक विश्वसनीय लेखक हैं।

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