
सुजलॉन एनर्जी लिमिटेड को 4 जुलाई यानी की शुक्रवार के दिन एनएसी और बीएसई की ओर से कोई आपत्ति नहीं का लेटर मिल गया है। कम्पनी ने अच्छी खबर बताते हुए कहा है कि उसे पुनर्गठन के प्रस्ताव पर अप्रूवल मिल गया है। यह कंपनी और इसके निवेशकों के लिए किसी खुशखबरी से कम नहीं है। आपको बता दें सुजलॉन एनर्जी लिमिटेड भारत में पवन ऊर्जा क्षेत्र में काम करने वाली सबसे बड़ी कम्पनी है। इस जानकारी मिलने के बाद उम्मीद लगाई जा रही है कि आज सोमवार के दिन शेयर में बड़ा उछाल देखा जा सकता है।
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पुर्नगठन योजना क्या है?
पुर्नगठन योजना के तहत सुजलॉन कंपनी अपने कारोबार में बदलाव करके इसे और भी बेहतर करना चाहती है। यह जो मंजूरी मिल है वह सुजलॉन की एक योजना है जो कि मई 2023 में पास हुई थी। मंजूरी कंपनी के कारोबार में बढ़ोतरी के काम आ सकती है। यह योजना का महत्वपूर्ण भाग है सुजलॉन एनर्जी अपनी ही एक और कम्पनी, सुजलॉन ग्लोबल सर्विसेज लिमिटेड, को पूरी तरीके से अपने कारोबार में मिलाने वाली है। यानी की सुजलॉन ग्लोबल सर्विसेज अब सुजलॉन एनर्जी का हिस्सा ही बनने वाली है।
मंजूरी मिलने के बाद क्या होगा?
कंपनी को NSE और BSE से तो मंजूरी मिल ही गई है लेकिन अब नेशनल कम्पनी लॉ ट्रिब्यूनल के पास प्रस्ताव भेजा जाएगा। जब तक NCLI द्वारा अप्रूवल नहीं मिलता है तब को दोनों कंपनी एक साथ नहीं जुड़ पाएंगी। कंपनी ने बताया कि वह यह फैसला अपने कारोबार को बड़ा और विस्तार हो सके लिए उठा रही है। जब ये दोनों कंपनी एक साथ जुड़ जाएंगी तो इनका कारोबार मजबूती और बढ़िया तरीके से चलेगा।
क्या कहना है स्टॉक एक्सचेंज का?
स्टॉक एक्सचेंजों से सुजलॉन को अप्रूवल तो मिल गया है लेकिन इस पर उनके द्वारा नियम बताए गए हैं जो कंपनी को मानने होंगे। कंपनी को सेबी के सभी नियमों का पालन करना है। यदि कंपनी पर कोई पुराना केस अभी भी चल रहा है अथवा वसूली तो इसकी जानकारी पहले से ही बतानी होगी। जब प्रस्ताव सेबी के पास जाता है तो उसके बाद उसमें कोई भी बदलाव नहीं किया जाएगा।
इस खबर के बाद शेयर में काफी तेजी हुई थी और यह 65.65 रूपए लेवल पर बंद हुआ। अब आज देखते हैं कि मार्केट खुलने के बाद शेयर कितना अधिक उछाल करता है या नहीं।