शेयर बना तूफान! सोलर कंपनी को मिला अब तक का सबसे बड़ा ऑर्डर, शेयर बना रॉकेट, ब्रोकरेज ने कहा- खरीदो अभी

एक सोलर कंपनी ने हाल ही में अपने इतिहास का सबसे बड़ा ऑर्डर हासिल किया है, और उसके शेयर ने आसमान छूना शुरू कर दिया है। प्रमुख ब्रोकरेज ने इसे ‘खरीदने’ की सलाह दी है। जानिए क्यों इस अवसर को हाथ से जाने देना जोखिम भरा हो सकता है और कैसे आप इसका लाभ उठा सकते हैं!

Photo of author

Written by Rohit Kumar

Published on

सोलर कंपनी को मिला सबसे बड़ा ऑर्डर जानें क्यों ब्रोकरेज ने कहा खरीदो अभी
सोलर कंपनी को मिला सबसे बड़ा ऑर्डर जानें क्यों ब्रोकरेज ने कहा खरीदो अभी

ACME Solar, भारत की प्रमुख सोलर और रिन्यूएबल एनर्जी (Renewable Energy) कंपनी, ने हाल ही में देश के सबसे बड़े बैटरी एनर्जी स्टोरेज सिस्टम (BESS) का ऑर्डर दिया है। इस ऑर्डर का आकार 3.1 GWh है, और इसे दुनिया की दिग्गज एनर्जी सिस्टम सप्लायर्स जैसे Zhejiang Narada और Trina Energy को दिया गया है। कंपनी ने इस ऑर्डर की डिलिवरी अगले 4-8 महीनों के भीतर पूरी करने की योजना बनाई है। इसके परिणामस्वरूप ACME Solar के शेयरों में तूफान जैसा उतार-चढ़ाव देखा गया है, जिससे यह कंपनी के लिए एक बड़ा अवसर बन सकता है।

ACME Solar की बैटरी एनर्जी स्टोरेज सिस्टम (BESS) की अहमियत

ACME Solar का यह कदम भारत में बैटरी एनर्जी स्टोरेज सिस्टम (BESS) की दिशा में एक महत्वपूर्ण मील का पत्थर साबित हो सकता है। कंपनी का लक्ष्य है कि वह रिन्यूएबल एनर्जी की बढ़ती मांग को पूरा करने के लिए एक कंटीन्यूड और कंसिसटेंट एनर्जी सप्लाई प्रदान करे। इसके लिए, कंपनी बैटरी स्टोरेज तकनीक का इस्तेमाल करती है, जो रिन्यूएबल एनर्जी को स्टोर करके उच्च डिमांड के समय में उसे आपूर्ति कर सकती है।

बता दें कि बैटरी एनर्जी स्टोरेज सिस्टम (BESS) के जरिए स्टोर की गई अतिरिक्त ऊर्जा उच्च डिमांड के समय में रिलीज की जाती है। ACME Solar के FDRE (Flexible Dispatchable Renewable Energy) प्रोजेक्ट्स का उद्देश्य ठीक यही है, जिससे देश भर में कंसिस्टेंट और ऑन-डिमांड पावर सप्लाई सुनिश्चित की जा सके।

ACME Solar के वित्तीय दृष्टिकोण और ऑपरेशनल कैपेसिटी

ACME Solar, जो पहले केवल सोलर और विंड एनर्जी में सक्रिय थी, अब अपने पोर्टफोलियो को और विविधता देने के लिए FDRE और बैटरी एनर्जी स्टोरेज प्रोजेक्ट्स की दिशा में भी काम कर रही है। वर्तमान में, कंपनी की ऑपरेशनल एनर्जी कैपेसिटी 2.8GW है और इसके 4.1GW के प्रोजेक्ट्स निर्माणाधीन हैं। कंपनी का लक्ष्य है कि FY28 तक वह अपनी कैपेसिटी को 7.0GW तक पहुंचा सके।

इसके अलावा, ACME Solar अपने प्रोजेक्ट्स के तहत बैटरी लिंक्ड स्टोरेज सिस्टम स्थापित करने की योजना बना रही है, जो बिजली वितरण में नयापन लाने के साथ-साथ वर्ल्ड क्लास टेक्नोलॉजी का भी इस्तेमाल करेगा।

ACME Solar की शेयर प्राइस और ब्रोकरेज की राय

ACME Solar का शेयर पिछले कुछ समय से आईपीओ प्राइस (₹289) से नीचे ट्रेड कर रहा है। फिर भी, ब्रोकरेज हाउसेस इस स्टॉक को लेकर सुपर बुलिश हैं। इलारा कैपिटल ने इस स्टॉक पर BUY रेटिंग दी है और ₹325 का शेयर प्राइस टारगेट सेट किया है, जबकि मोतीलाल ओसवाल ने ₹347 का टारगेट दिया है।

Also ReadFirst Solar बनाएगी 100% Made in India सोलर पैनल – चीन से नहीं लिया जाएगा कोई सामान

First Solar बनाएगी 100% Made in India सोलर पैनल – चीन से नहीं लिया जाएगा कोई सामान

यह स्टॉक दिसंबर 2024 में ₹292 के उच्चतम स्तर तक पहुंच चुका था, जबकि जनवरी 2025 के अंत तक इसने ₹167.5 का लाइफ लो भी देखा। इसके बावजूद, ब्रोकरेज हाउसेस इसके भविष्य के लिए सकारात्मक रुख दिखा रहे हैं। अगर कंपनी के प्रोजेक्ट्स सफलतापूर्वक पूरा होते हैं, तो यह स्टॉक आने वाले महीनों में निवेशकों को अच्छा रिटर्न दे सकता है।

ACME Solar के भविष्य के प्रोजेक्ट्स

ACME Solar अगले कुछ वर्षों में कई बड़े प्रोजेक्ट्स पर काम करने की योजना बना रही है। इसके तहत 2.6GW के FDRE प्रोजेक्ट्स और 750MW के हायब्रिड पावर प्रोजेक्ट्स शामिल हैं। कंपनी का उद्देश्य है कि वह पूरी दुनिया में सस्टेनेबल एनर्जी का एक मजबूत नेटवर्क तैयार करे, जो न केवल भारत बल्कि वैश्विक स्तर पर ऊर्जा संकट का समाधान कर सके।

साथ ही, कंपनी ने यह भी घोषणा की है कि अगले 12-18 महीनों में विभिन्न राज्यों में बैटरी लिंक्ड प्रोजेक्ट्स कमीशन किए जाएंगे, जो ACME Solar को एक और विकासशील मार्ग पर स्थापित करेगा। इन प्रोजेक्ट्स से कंपनी को मौजूदा स्थिति से कहीं अधिक लाभ मिल सकता है।

निवेशकों के लिए टिप्स और भविष्य की दिशा

अब जबकि ACME Solar ने देश का सबसे बड़ा बैटरी एनर्जी स्टोरेज सिस्टम ऑर्डर किया है और ब्रोकरेज हाउसेस ने इस स्टॉक के लिए सुपर बुलिश रेटिंग्स दी हैं, निवेशकों के लिए यह एक अच्छा अवसर हो सकता है। हालांकि, निवेश से पहले, निवेशकों को अपनी रिस्क प्रोफाइल के हिसाब से सोच-विचार कर निर्णय लेना चाहिए। स्टॉक की कीमत आईपीओ प्राइस से नीचे है, लेकिन इसके आने वाले प्रोजेक्ट्स और प्रौद्योगिकियों के विस्तार के साथ, यह स्टॉक आने वाले समय में अच्छा प्रदर्शन कर सकता है।

Also ReadWaaree vs Tata – किसका सोलर सिस्टम ज्यादा पावरफुल और सस्ता?

Waaree vs Tata – किसका सोलर सिस्टम ज्यादा पावरफुल और सस्ता?

Author
Rohit Kumar
रोहित कुमार सोलर एनर्जी और रिन्यूएबल एनर्जी सेक्टर में अनुभवी कंटेंट राइटर हैं, जिन्हें इस क्षेत्र में 7 वर्षों का गहन अनुभव है। उन्होंने सोलर पैनल इंस्टॉलेशन, सौर ऊर्जा की अर्थव्यवस्था, सरकारी योजनाओं, और सौर ऊर्जा नवीनतम तकनीकी रुझानों पर शोधपूर्ण और सरल लेखन किया है। उनका उद्देश्य सोलर एनर्जी के प्रति जागरूकता बढ़ाना और पाठकों को ऊर्जा क्षेत्र के महत्वपूर्ण पहलुओं से परिचित कराना है। अपने लेखन कौशल और समर्पण के कारण, वे सोलर एनर्जी से जुड़े विषयों पर एक विश्वसनीय लेखक हैं।

Leave a Comment

हमारे Whatsaap ग्रुप से जुड़ें