
भारत और दुनिया में विंड एनर्जी (Wind Energy) के क्षेत्र में अग्रणी नामों में से एक है सुजलॉन एनर्जी (Suzlon Energy) । यह कंपनी न केवल घरेलू बल्कि अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर भी अपने पैर पसार चुकी है और भारत में विंड एनर्जी का 30% से अधिक मार्केट शेयर रखती है। इसके पास 21 GW की कुल इंस्टॉल्ड कैपेसिटी है, जिसमें से 15+ GW की कैपेसिटी भारत में है। 17 से अधिक देशों में अपनी मौजूदगी दर्ज करा चुकी यह कंपनी अब अगले कदम की ओर बढ़ने के लिए तैयार है।
मोतीलाल ओसवाल की Buy रेटिंग और टारगेट कीमत ₹82
ब्रोकरेज फर्म मोतीलाल ओसवाल ने सुजलॉन एनर्जी के लिए अपनी Buy रेटिंग बनाए रखते हुए ₹82 का टारगेट तय किया है। कंपनी के मजबूत ऑर्डर बुक और आने वाले प्रोजेक्ट्स के बीच यह मूल्य एक आकर्षक निवेश अवसर के रूप में सामने आ रहा है। मौजूदा समय में सुजलॉन एनर्जी का शेयर ₹65 की रेंज में ट्रेंड कर रहा है, और मोतीलाल ओसवाल के अनुसार, इस शेयर में 25% तक की बढ़ोतरी देखने को मिल सकती है।
Suzlon Energy पर बुलिश क्यों हैं ब्रोकरेज?
मोतीलाल ओसवाल ने अपनी रिपोर्ट में कहा कि सुजलॉन एनर्जी का फोकस पूरी तरह से एग्जीक्यूशन (Execution) पर है। आने वाले सालों में कंपनी की संभावनाएं बेहद उज्जवल दिखाई देती हैं। 2QFY26 तक RLMM (रिवाइज्ड लिस्ट ऑफ मॉडल एंड मैन्युफैक्चरर) की नई पॉलिसी लागू होने की उम्मीद है। सुजलॉन एनर्जी का ऑर्डर बुक इस समय रिकॉर्ड स्तर पर है, और कंपनी के पास 5.6 GW के ऑल टाइम हाई पर ऑर्डर हैं। इनमें से 24% ईपीसी (EPC) प्रोजेक्ट्स हैं। अप्रैल 2025 में कंपनी को NTPC से 1544 MW का ऑर्डर भी मिला था, और FY26 तक कंपनी को 4 GW के नए ऑर्डर मिलने की उम्मीद है।
Execution पर जोर Suzon Energy का रणनीतिक कदम
विंड एनर्जी क्षेत्र में सबसे बड़ी चुनौती एग्जीक्यूशन को लेकर रहती है, लेकिन सुजलॉन ने इसे अपनी प्राथमिकता बनाई है। FY25 तक कंपनी ने 4.2 GW की विंड कैपेसिटी जोड़ी, जो 2017 में 5.5 GW थी। विंड एनर्जी का विस्तार तेजी से हो रहा है, और अब कई राज्यों में बड़े पैमाने पर प्रोजेक्ट्स लगाए जा रहे हैं। कंपनी का ध्यान अब मीडियम टर्म में 50% ऑर्डर बुक को EPC प्रोजेक्ट्स से हासिल करने पर है, जो फिलहाल 24% है। इससे कंपनी की वित्तीय स्थिति को भी मजबूती मिलेगी, और भविष्य में बेहतर कैश फ्लो की संभावना है।
Suzlon Energy के मजबूत ऑर्डर बुक और वित्तीय स्थिति
जुलाई 2024 तक सुजलॉन एनर्जी का ऑर्डर बुक 5.6 GW के उच्चतम स्तर पर पहुंच चुका है। इसमें से 24% परियोजनाएं EPC प्रोजेक्ट्स से संबंधित हैं, जो कंपनी के लिए महत्वपूर्ण हैं। इसके अलावा, कंपनी की वित्तीय स्थिति भी काफी सुदृढ़ है, और आने वाले समय में इससे कंपनी के रेवेन्यू में भी वृद्धि की संभावना है। FY26 में कंपनी को कुल 4 GW के नए ऑर्डर मिलने की संभावना है, जिससे उसका कुल ऑर्डर बुक 6.5 GW तक पहुंच सकता है।
Suzlon Energy के शेयरों में निवेश: एक मुनाफे का अवसर
यदि आप सुजलॉन एनर्जी में निवेश करने का सोच रहे हैं, तो यह एक बेहतरीन समय हो सकता है। मोतीलाल ओसवाल द्वारा दिए गए ₹82 के टारगेट प्राइस से इस शेयर में 25% तक की वृद्धि हो सकती है। सुजलॉन एनर्जी के शेयर ने सितंबर 2024 में ₹86 का 52 वीक हाई देखा था, और अब ₹65 के स्तर पर यह एक आकर्षक निवेश अवसर बन चुका है।
रीटेल निवेशकों के पास 25% हिस्सेदारी
सुजलॉन एनर्जी के शेयर में 5612976 रीटेल निवेशकों की हिस्सेदारी है, जो कुल 25.12% है। यह दर्शाता है कि कंपनी के शेयरों में निवेशकों का विश्वास बना हुआ है। दूसरी तरफ, प्रमोटरों की हिस्सेदारी घटकर 13.25% रह गई है। DII/FII की हिस्सेदारी में भी वृद्धि हो रही है। मार्च तिमाही के आधार पर DII और FII की हिस्सेदारी क्रमशः 8.73% और 23.04% थी, जो पिछले साल के मुकाबले बढ़ी है।