सोलर उपकरणों का प्रयोग आज के समय में तेजी से बढ़ रहा है, इन उपकरणों के प्रयोग से ग्रिड बिजली की निर्भरता को कम किया जा सकता है, ऐसे में यूजर को कम बिजली का बिल प्राप्त होता है, कृषि में सिंचाई करने के लिए किसान सोलर पंप का प्रयोग करते हैं, सोलर पंप को सबमर्सिबल वाटर पंप भी कहा जाता है, इस सोलर पंप को चलाने के लिए सिस्टम में सोलर पैनल जोड़े जाते हैं, सोलर पैनल का प्रयोग कर के सौर ऊर्जा से बिजली बनाने का कार्य किया जाता है, जिसके द्वारा किसान आर्थिक लाभ भी प्राप्त कर सकते हैं।
4 HP सोलर वाटर पंप के लिए सोलर पैनल
यदि आप अपने खेत में 4 एचपी का सोलर वाटर पंप स्थापित करना चाहते हैं तो आपको इसे चलाने के लिए सोलर पैनल को स्थापित करना होता है, इस सोलर पंप को चलाने के लिए आप 450 वाट के 9 सोलर पैनल स्थापित कर सकते हैं, इस क्षमता के सोलर पैनल से सोलर पंप का प्रयोग सही से किया जा सकता है। सोलर पैनल को इस प्रकार स्थापित किया जाता है, कि इनके द्वारा अधिक से अधिक मात्रा में बिजली का उत्पादन किया जा सकता है। इस बिजली का प्रयोग कर के आर्थिक लाभ भी प्राप्त किया जा सकता है। इस पंप को चलाने के लिए लगभग 5 किलोवाट के सोलर पैनल स्थापित किये जाते हैं।
सोलर पैनल को स्थापित करने के लिए लोहे का मजबूत ढांचा तैयार किया जाता है, सोलर पैनल को सूर्य से अधिक ऊर्जा प्राप्त करने के लिए सही दिशा एवं सही कोण पर स्थापित करना चाहिए, जिससे पैनल लंबे समय तक अधिक बिजली प्रदान कर सकते हैं, साथ ही समय-समय पर सोलर पैनल की सफाई भी करनी चाहिए, जिससे उन पर लगने वाली धूप-मिट्टी से सोलर पैनल की क्षमता एवं दक्षता प्रभावित नहीं होती है।
इंवर्टर का चयन करें
4 एचपी क्षमता के सोलर पंप वाले सिस्टम में इंवर्टर भी 4 किलोवाट क्षमता का प्रयोग किया जाता है, सोलर इंवर्टर के द्वारा पैनल से प्राप्त होने वाली बिजली को कंट्रोल किया जाता है, एवं पैनल द्वारा बनाई जाने वाली DC को AC में बदलने का कार्य इसके द्वारा किया जाता है। सोलर पैनल द्वारा असमान रूप से बिजली का उत्पादन किया जाता है, ऐसे में पैनल से बनने वाली बिजली का प्रयोग डायरेक्ट करने से उपकरणों में खराबी आ सकती है। सोलर पैनल से बनने वाली बिजली को सोलर चार्ज कंट्रोलर की सहायता से कंट्रोल किया जाता है।
4 HP सोलर पंप को लगाने का खर्चा एवं सब्सिडी
4 एचपी के सोलर वाटर पंप को लगाने में सोलर पंप, सोलर पैनल एवं अन्य उपकरणों का प्रयोग किया जाता है, इन्हें स्थापित करने में कुल अनुमानित खर्चा लगभग 3.5 लाख से 4 लाख रुपये तक हो सकता है। यह खर्च प्रयोग किये गए उपकरणों के ब्रांड एवं प्रकार पर भी निर्भर करता है, सोलर पंप को चलाने के लिए आप पालीक्रिस्टलाइन एवं मोनोक्रिस्टलाइन प्रकार के सोलर पैनल का प्रयोग कर सकते हैं। कई राज्यों में सोलर पंप लगाने के लिए सरकार नागरिकों को 70% की सब्सिडी प्रदान करती है। ऐसे में कम खर्चे में आप सोलर पंप का लाभ प्राप्त कर सकते हैं।
सोलर सब्सिडी का लाभ प्राप्त करने के लिए आप संबंधित विभाग में पंजीकृत विक्रेता से इन उपकरणों को खरीद एवं स्थापित कर सकते हैं। सोलर सब्सिडी की अधिक जानकारी आप अपने ब्लॉक से प्राप्त कर सकते हैं। एक बार सही से उपकरणों को स्थापित करने के बाद आप लंबे समय तक लाभ उठा सकते हैं। सिस्टम में लगे सोलर पैनल से बनने वाली बिजली को आप सिंचाई कार्य न होने पर ग्रिड को बेच सकते हैं, जिससे आप अपने बिल को कम करने के साथ ही आर्थिक लाभ प्राप्त कर सकते हैं।