Ladakh Solar Update: नई सोलर योजना का लद्दाख में स्वागत! कारोबारियों ने सरकार से की ‘जीरो मीटरिंग’ नियम में बदलाव की बड़ी मांग

लद्दाख प्रशासन द्वारा वाणिज्यिक क्षेत्र के लिए शुरू की गई नई कमर्शियल सोलर रूफटॉप सब्सिडी योजना (2025) का केंद्र शासित प्रदेश के व्यापारियों और होटल मालिकों ने तहे दिल से स्वागत किया है, हालांकि, योजना के पूर्ण लाभ को लेकर व्यापारिक समुदायों ने लद्दाख पावर डेवलपमेंट डिपार्टमेंट (LPDD) के सामने 'जीरो मीटरिंग' नियम में संशोधन की एक बड़ी मांग रखी है

Photo of author

Written by Rohit Kumar

Published on

Ladakh Solar Update: नई सोलर योजना का लद्दाख में स्वागत! कारोबारियों ने सरकार से की 'जीरो मीटरिंग' नियम में बदलाव की बड़ी मांग
Ladakh Solar Update: नई सोलर योजना का लद्दाख में स्वागत! कारोबारियों ने सरकार से की ‘जीरो मीटरिंग’ नियम में बदलाव की बड़ी मांग

लद्दाख प्रशासन द्वारा वाणिज्यिक क्षेत्र के लिए शुरू की गई नई कमर्शियल सोलर रूफटॉप सब्सिडी योजना (2025) का केंद्र शासित प्रदेश के व्यापारियों और होटल मालिकों ने तहे दिल से स्वागत किया है, हालांकि, योजना के पूर्ण लाभ को लेकर व्यापारिक समुदायों ने लद्दाख पावर डेवलपमेंट डिपार्टमेंट (LPDD) के सामने ‘जीरो मीटरिंग’ नियम में संशोधन की एक बड़ी मांग रखी है।

यह भी देखें: वैज्ञानिकों खोजी नई सोलर सेल! 30% ज्यादा बिजली और कम धूप में भी फुल बैकअप, अब सोलर पैनल से मिलेगी ज्यादा बिजली

क्या है योजना और व्यापारियों का रुख?

दिसंबर 2025 की ताजा रिपोर्टों के अनुसार, लद्दाख के होटल और गेस्ट हाउस मालिकों ने बिजली बिलों में कटौती और पर्यावरण अनुकूल ऊर्जा की दिशा में इस योजना को एक क्रांतिकारी कदम बताया है, प्रशासन इस योजना के तहत वाणिज्यिक उपभोक्ताओं को ₹15,000 प्रति किलोवाट (अधिकतम ₹6 लाख तक) की सब्सिडी प्रदान कर रहा है, जो 1 किलोवाट से 40 किलोवाट तक के प्रोजेक्ट्स पर लागू है।

‘जीरो मीटरिंग’ बना चिंता का विषय

व्यापारियों का मुख्य विरोध ‘जीरो मीटरिंग’ (Zero Metering) नीति को लेकर है, वर्तमान नियमों के तहत, एक वित्तीय वर्ष (31 मार्च) के अंत में उपभोक्ता द्वारा ग्रिड को दी गई अतिरिक्त बिजली का क्रेडिट ‘जीरो’ यानी शून्य कर दिया जाता है।

Also Readपरोवस्काइट सोलर स्ट्रिप्स: बैटरियों को कहें अलविदा, घर के अंदर भी बनाएं बिजली, जानें कैसे

परोवस्काइट सोलर स्ट्रिप्स: बैटरियों को कहें अलविदा, घर के अंदर भी बनाएं बिजली, जानें कैसे

व्यापारियों का तर्क

  • लद्दाख में सर्दियों के दौरान पर्यटन गतिविधियां थम जाती हैं, जिससे सौर ऊर्जा का उत्पादन तो होता है लेकिन खपत न्यूनतम रहती है।
  •  मौजूदा नियम के कारण सर्दियों में इकट्ठा किया गया बिजली का सरप्लस क्रेडिट मार्च के बाद खत्म हो जाता है, जिससे व्यापारियों को वित्तीय लाभ नहीं मिल पाता।
  •  व्यापारियों ने मांग की है कि इस सरप्लस क्रेडिट को अगले 3 वर्षों तक आगे (Carry Forward) ले जाने की अनुमति दी जाए ताकि वे गर्मियों के पीक सीजन में इसका उपयोग कर सकें।

यह भी देखें: Shakti Pumps: 4 दिन में 45% की तूफानी तेजी! ₹539 करोड़ के सरकारी ऑर्डर्स ने शेयर को बनाया रॉकेट, देखें वजह

बुनियादी ढांचे में सुधार की जरुरत

न्यूज रिपोर्टों के अनुसार, व्यापारियों ने ज़ांस्कर, नुब्रा और चांगथांग जैसे दूरदराज के क्षेत्रों में ग्रिड कनेक्टिविटी और स्टेबलाइजेशन को बेहतर बनाने की भी अपील की है, उनका कहना है कि इन क्षेत्रों में भारी बर्फबारी और बुनियादी ढांचे की कमी के कारण सोलर फीड-इन का लाभ उठाना चुनौतीपूर्ण है।

प्रशासन का लक्ष्य

लद्दाख में वर्तमान में लगभग 10,800 वाणिज्यिक उपभोक्ता हैं, सरकार का लक्ष्य डीजल जनरेटरों पर निर्भरता कम करना और लद्दाख को ‘कार्बन न्यूट्रल’ बनाने की दिशा में तेजी से आगे बढ़ना है, यदि व्यापारियों की मांगों पर विचार किया जाता है, तो इस योजना के तहत सौर ऊर्जा अपनाने वालों की संख्या में बड़ा उछाल आने की संभावना है।

Also ReadSuzlon Energy के शेयर में 6% की बढ़त! एक्सपर्ट्स ने बताए अगले टारगेट – क्या अभी खरीदना सही रहेगा?

Suzlon Energy के शेयर में 6% की बढ़त! एक्सपर्ट्स ने बताए अगले टारगेट – क्या अभी खरीदना सही रहेगा?

Author
Rohit Kumar
रोहित कुमार सोलर एनर्जी और रिन्यूएबल एनर्जी सेक्टर में अनुभवी कंटेंट राइटर हैं, जिन्हें इस क्षेत्र में 7 वर्षों का गहन अनुभव है। उन्होंने सोलर पैनल इंस्टॉलेशन, सौर ऊर्जा की अर्थव्यवस्था, सरकारी योजनाओं, और सौर ऊर्जा नवीनतम तकनीकी रुझानों पर शोधपूर्ण और सरल लेखन किया है। उनका उद्देश्य सोलर एनर्जी के प्रति जागरूकता बढ़ाना और पाठकों को ऊर्जा क्षेत्र के महत्वपूर्ण पहलुओं से परिचित कराना है। अपने लेखन कौशल और समर्पण के कारण, वे सोलर एनर्जी से जुड़े विषयों पर एक विश्वसनीय लेखक हैं।

Leave a Comment

हमारे Whatsaap ग्रुप से जुड़ें