
कड़ाके की ठंड की शुरुआत के साथ ही आम आदमी की सबसे बड़ी चिंता भारी-भरकम बिजली बिल को लेकर होती है खासकर गीजर का इस्तेमाल महीने के बजट को बिगाड़ देता है। लेकिन बाजार में अब एक ऐसी तकनीक ने तहलका मचा दिया है, जो बिना एक यूनिट बिजली खर्च किए आपको चौबीसों घंटे उबलता हुआ गर्म पानी देगी, हम बात कर रहे हैं सोलर वाटर हीटर (Solar Water Heater) की, जो इस वक्त ‘जीरो बिजली बिल’ के वादे के साथ लोगों की पहली पसंद बना हुआ है।
बिना बिजली कैसे होता है पानी गर्म?
यह तकनीक पूरी तरह से सौर ऊर्जा पर आधारित है, इसमें लगी खास इवैक्युएटेड ट्यूब कलेक्टर (ETC) कांच की नलियां सूरज की रोशनी से गर्मी को सोखती हैं और उसे पानी में ट्रांसफर कर देती हैं। सबसे खास बात यह है कि इसका इंसुलेटेड स्टोरेज टैंक पानी को 24 से 48 घंटों तक गर्म रखने की क्षमता रखता है, यानी सूरज ढलने के बाद भी रात और सुबह आपको गर्म पानी मिलता रहेगा।
बचत का पूरा गणित: ₹0 खर्च, हजारों की बचत
अगर आप एक साधारण इलेक्ट्रिक गीजर का इस्तेमाल करते हैं, तो सर्दियों के 4 महीनों में एक औसत परिवार का बिजली बिल ₹5,000 से ₹8,000 तक बढ़ जाता है।
- सालाना बचत: एक 100 लीटर का सोलर गीजर साल भर में करीब 1500 यूनिट बिजली की बचत कर सकता है।
- रिटर्न ऑन इन्वेस्टमेंट: इसकी शुरुआती कीमत ₹15,000 से ₹20,000 के बीच है, एक्सपर्ट्स के मुताबिक, अगले 2-3 सालों में यह उतनी बिजली बचा लेता है जितनी इसकी कीमत है, इसके बाद अगले 15-20 साल तक आपको मुफ्त गर्म पानी मिलता है।
सरकार भी दे रही है बढ़ावा
नवीकरणीय ऊर्जा को बढ़ावा देने के लिए भारत सरकार का MNRE मंत्रालय और विभिन्न राज्य सरकारें सोलर उपकरणों पर सब्सिडी और टैक्स में छूट प्रदान कर रही हैं, आप आधिकारिक PM Surya Ghar पोर्टल के माध्यम से सोलर इंस्टॉलेशन से जुड़ी योजनाओं का लाभ उठा सकते हैं।
क्यों है यह बेस्ट विकल्प?
- कोई मेंटेनेंस नहीं: बिजली के गीजर की तरह इसके फटने या शॉर्ट सर्किट होने का कोई डर नहीं है।
- लंबी उम्र: इसकी लाइफ 15 से 20 साल तक होती है।
- पर्यावरण के अनुकूल: इससे कार्बन उत्सर्जन नहीं होता, जो इसे इको-फ्रेंडली बनाता है।
अगर आप भी बिजली के बढ़ते बिल से परेशान हैं, तो टाटा पावर सोलर, वी-गार्ड या हैवेल्स जैसे ब्रांड्स के सोलर वाटर हीटर एक बेहतरीन निवेश साबित हो सकते हैं, इस सर्दी में यह तकनीक न केवल आपके घर को गर्म रखेगी बल्कि आपकी जेब को भी ठंडा नहीं होने देगी।







