भारत एक कृषि प्रधान देश है, यहाँ की आबादी का एक बड़ा हिस्सा कृषि क्षेत्र से जुड़ा हुआ है। कृषि को विकसित करने के लिए आधुनिक उपकरणों का प्रयोग किया जा सकता है, साथ ही ऐसे उपकरण किसानों को आर्थिक लाभ भी प्राप्त कर सकते हैं। प्रधानमंत्री किसान उत्थान महाअभियान (PM KUSUM) योजना का लाभ प्राप्त कर किसान अपने खेत में सोलर प्लांट लगा सकते हैं।
सब्सिडी पर सोलर प्लांट
किसान सरकार की योजना का लाभ प्राप्त कर सोलर प्लांट स्थापित कर सकते हैं, सोलर प्लांट के द्वारा हर साल वे 50 लाख रुपये की कमाई कर सकते हैं। किसान अपने कृषि क्षेत्र में 4 एकड़ जिसे 18 बीघा भी कहते हैं, इतने क्षेत्र में लगभग 4 करोड़ खर्च कर के 1 मेगावाट का सोलर प्लांट लगाया जाता है। इस प्लांट के चलने के बाद किसानों को 1.55 करोड़ रुपये की सब्सिडी सरकार द्वारा दी जाएगी। सब्सिडी प्राप्त कर के सोलर प्लांट के निवेश को कम किया जाता है, ऐसे में सोलर प्लांट से बढ़िया कमाई की जा सकती है।
हर दिन कमाएं 12 हजार रुपये
योजना का लाभ प्राप्त कर के किसान 1 मेगावाट तक का सोलर प्लांट लगा सकते हैं, इस सोलर प्लांट के द्वारा हर दिन किसान 12 हजार रुपये कमा सकते हैं, ऐसे में साल भर में किसान अच्छी कमाई कर सकते हैं। सरकार की इस योजना के अंतर्गत 1 मेगावाट से 9.5 मेगावाट क्षमता के सोलर प्लांट लगाए जा सकते हैं। किसान की जमीन का बॉन्ड 25 साल तक के लिए किया जाएगा। सोलर प्लांट की क्षमता के अनुसार किसान अधिक लाभ प्राप्त कर सकते हैं।
सोलर प्लांट से होने वाले अन्य लाभ
सोलर प्लांट को स्थापित करने के बाद इस प्रकार के लाभ भी प्राप्त होते हैं:-
- सोलर प्लांट पर्यावरण को स्वच्छ एवं सुरक्षित रखने में सहयोग करते हैं, ये बिना किसी प्रदूषण को उत्पन्न किये ही बिजली का उत्पादन करते हैं।
- सोलर प्लांट की स्थापना से रोजगार के अवसर भी पैदा होते हैं, ऐसे में बेरोजगारी को कम करने में भी यह सहायक होता है।
- प्लांट को लगाने एवं बिजली उत्पादन करने से आप देश की नवीकरणीय ऊर्जा की क्षमता को बढ़ाने में सहायता करते हैं।
पीएम कुसुम योजना से किसानों को सौर ऊर्जा का लाभ प्राप्त करने में आसानी होती है, सौर ऊर्जा से प्रयोग से हरित भविष्य की ओर बढ़ा जा सकता है, क्योंकि ऐसे उपकरण जीवाश्म ईंधन की निर्भरता को कम करने में सहायक होते हैं, किसानों की आर्थिक स्थिति को मजबूत करने के लिए सोलर पैनल जैसे उपकरण आदर्श विकल्प है।