सबसे सस्ता और बेस्ट Waaree 575W N Type Topcon पैनल, हाइब्रिड सिस्टम को बनाएं मजबूत

बाइफेशियल सोलर पैनल को एडवांस तकनीक का सोलर पैनल भी कहा जाता है, ये सोलर पैनल अन्य सोलर पैनल की तुलना में ज्यादा बिजली जनरेट करते हैं।

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सबसे सस्ता और बेस्ट Waaree 575W N Type Topcon पैनल, हाइब्रिड सिस्टम को बनाएं मजबूत
Waaree 575W N Type Topcon

घर पर कुशल सोलर सिस्टम लगाने के लिए आप Waaree 575W N Type Topcon पैनल का प्रयोग कर सकते हैं। यह एक बाइफेशियल तकनीक का सोलर पैनल है, जिसका प्रयोग कर के अधिक बिजली का उत्पादन किया जा सकता है। इस प्रकार के टॉप क्वालिटी के सोलर पैनल लंबे समय तक बिजली बनाने में सक्षम होते हैं।

Waaree 575W N Type Topcon पैनल

Waaree भारत की एक प्रसिद्ध सोलर विनिर्माता कंपनी है, इनके द्वारा अलग-अलग क्षमता में अलग-अलग प्रकार के सोलर पैनल बनाए जाते हैं। बाइफेशियल प्रकार के सोलर पैनल सबसे आधुनिक माने जाते हैं, इस प्रकार के सोलर पैनल दोनों ओर से बिजली का उत्पादन करते हैं, ये सामने की ओर से सूर्य की किरणों से बिजली बनाते हैं, जबकि पीछे की ओर से परावर्तित प्रकाश से बिजली जनरेट करते हैं। इनकी दक्षता अधिक रहती है। Waaree 575W N Type Topcon पैनल का प्रयोग आप सिस्टम में कर सकते हैं।

इस प्रकार लगाएं Waaree 575W N Type Topcon पैनल

  • स्ट्रक्चर डिज़ाइन और फाउंडेशन

सोलर पैनल इंस्टॉलेशन का सबसे महत्वपूर्ण हिस्सा स्ट्रक्चर डिज़ाइन होता है। सही स्ट्रक्चर डिज़ाइन से न केवल सोलर पैनल की स्थायित्व बढ़ता है, बल्कि उनकी प्रदर्शन क्षमता भी अधिकतम होती है। इन्हें लगाने में हाई-राइज स्ट्रक्चर का उपयोग कर सकते हैं, जिससे सोलर पैनल को अधिकतम सूर्य प्रकाश मिलता है। फाउंडेशन तैयार करने के बाद फास्टनर वर्क पर ध्यान दें, ऐसे में पैनल को तेज हवाओं और आंधी से बचाया जा सकता है।

  • सोलर पैनल की दिशा

सोलर पैनल की सही दिशा और स्थान का चयन उनकी प्रदर्शन क्षमता को प्रभावित करता है। सामान्यतः सोलर पैनल को दक्षिण दिशा की ओर लगाकर अधिकतम सूर्य का प्रकाश प्राप्त किया जा सकता है।

  • अरेस्टर और अर्थिंग का महत्व
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सुरक्षा के लिए अरेस्टर और प्रॉपर अर्थिंग का इंस्टॉलेशन बेहद आवश्यक होता है। अरेस्टर के बेस में इंसुलेटर का उपयोग किया जाता है, जिससे अतिरिक्त इंसुलेटर लगाने की आवश्यकता नहीं पड़ती है, और यह अधिक सुरक्षा प्रदान करता है। एक इन्वर्टर और अरेस्टर के लिए दो अलग-अलग अर्थिंग की जाती है, जिससे कोई मिक्सिंग न हो और सुरक्षा बनी रहती है।

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सोलर सिस्टम में इन्वर्टर

सोलर पैनल द्वारा DC के रूप में बिजली जनरेट की जाती है, जिसे AC में बदलने के लिए सोलर इंवर्टर का प्रयोग कर सकते हैं। आप अपने सिस्टम की क्षमता के अनुसार इंवर्टर का चयन कर सकते हैं। यदि आप 3 किलोवाट के सोलर सिस्टम को लगाते हैं तो इसी रेटिंग के इंवर्टर को आप खरीदें।

सोलर पैनल प्रदर्शन

यदि आपके द्वारा 6KW का सोलर सिस्टम लगाया जा रहा है तो ऐसे में आप Waaree 575W N Type Topcon पैनल के 10 पैनल को जोड़ सकते हैं। इनसे कुल 5750 वाट बिजली का उत्पादन किया जा सकता है। सोलर पैनल को एक बार सही से लगाने के बाद आप लंबे समय तक इनका प्रयोग कर सकते हैं, सोलर पैनल को समय-समय पर साफ करते रहना चाहिए। सिस्टम में अपनी जरूरत के अनुसार आप बैटरी जोड़ सकते हैं।

सोलर पैनल को इंस्टाल करने के बाद यूजर को कई लाभ होते हैं, उन्हें बिजली का बिल कम मिलता है, क्योंकि सोलर पैनल का उपयोग करके बिजली बनाने से ग्रिड बिजली की निर्भरता कम होती है। सोलर पैनल को लगाकर पर्यावरण को भी स्वच्छ एवं सुरक्षित किया जा सकता है।

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Solar News

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