टाटा 1KW सोलर पैनल सिस्टम (TATA 1KW Solar Panel System) से घरों और छोटी दुकानों में बिजली की आम जरूरतों को आसानी से पूरा कर सकते हैं। इन पैनल से जनरेट होने वाली बिजली से कई बल्ब, पंखे आदि चलाए जा सकते हैं। टाटा के सोलर पैनल अपनी उच्च गुणवता और टॉप क्वालिटी के परफ़ोर्मेंस के कारण जाने जाते हैं।
टाटा 1KW सोलर पैनल
टाटा 1KW सोलर पैनल से हर दिन 5 यूनिट तक बिजली का उत्पादन किया जा सकता है, इस पैनल का प्रयोग कर के महीने में 150 यूनिट तक बिजली बनाई जा सकती है। महीने में 150 यूनिट बिजली की खोट करने वाले परिवारों के लिए यह बेस्ट सोलर पैनल है।
टाटा पावर सोलर द्वारा बनाए गए सोलर पैनल का उपयोग आवासीय, व्यवसायिक और औद्योगिक क्षेत्रों में किया जाता है। सोलर पैनल सोलर एनर्जी से बिजली को जनरेट करने का काम करते हैं। कंपनी द्वारा पॉलीक्रिस्टलाइन और मोनो PERC प्रकार के पैनल बनाए जाते हैं।
टाटा 1KW सोलर पैनल सिस्टम की जानकारी
सोलर पैनल को ग्राहक ऑनग्रिड और ऑफग्रिड प्रकार से स्थापित करते हैं। ऑनग्रिड सोलर सिस्टम को लगाने पर कम खर्चा होता है, क्योंकि इस सिस्टम में बैटरी नहीं लगती है, इस सिस्टम में पैनल से ग्रिड में बिजली शेयर होती है, जिसे नेट मीटर कैलकुलेट करता है। ऑफग्रिड सोलर सिस्टम में बैटरी का प्रयोग किया जाता है। बैटरी की क्षमता का चयन ग्राहक बिजली की जरूरत के आधार पर कर सकते हैं।
टाटा 1KW सोलर पैनल सिस्टम को लगाने का खर्चा
- 1 किलोवाट सोलर पैनल (330W के 3 पैनल)- 35 हजार रुपये
- सोलर इंवर्टर- 15 हजार रुपये
- अन्य खर्चा- 15 हजार रुपये
- कुल खर्चा- 65 हजार रुपये
अगर आप ऑफग्रिड सोलर सिस्टम को इंस्टाल करते हैं तो ऐसे में आपको बैटरी की कीमत को भी सिस्टम में जोड़ सकते हैं। सोलर सिस्टम को लगाने में मुख्य उपकरणों के अलावा पैनल स्टैन्ड, स्ट्रक्चर, वायर, लाइटिंग अरेस्टर आदि का प्रयोग भी किया जाता है।
केंद्र सरकार और राज्य सरकार नागरिकों को सोलर पैनल लगाने पर सब्सिडी भी देती है, जिसके लिए रजिस्टर्ड वेंडर से सोलर उपकरणों को खरीदना और स्थापित करवाना चाहिए, ऑनग्रिड सोलर सिस्टम पर ही सब्सिडी सरकार द्वारा प्रदान की जाती है। 1 किलोवाट के ऑनग्रिड सिस्टम पर 30 हजार रुपये की सब्सिडी आप प्राप्त कर सकते हैं।