EPIC एनर्जी ने अपने निवेशकों को हैरान कर दिया है। पिछले 7 महीनों में इस माइक्रोकैप कंपनी के शेयर ने 6.41 रुपये से 121.85 रुपये तक का सफर तय कर लिया है। यह कुल 1800% की भारी-भरकम छलांग है। बीएसई (BSE) पर यह शेयर लगातार 140 ट्रेडिंग सत्रों तक अपर सर्किट में बंद हुआ है। सोमवार को यह शेयर 2% की तेजी के साथ 121.85 रुपये के अपने मल्टी-ईयर हाई पर बंद हुआ।
EPIC एनर्जी का मार्केट कैप
EPIC एनर्जी वर्तमान में बीएसई के ‘XT’ ग्रुप में ट्रेड करता है, जो सिर्फ बीएसई पर लिस्टेड कंपनियों का ग्रुप है। कंपनी का मार्केट कैप वर्तमान में ₹87.87 करोड़ है। 30 सितंबर 2024 तक कंपनी के पास 7.21 मिलियन आउटस्टैंडिंग इक्विटी शेयर थे। इसमें प्रमोटर्स की 23.27% और रेजिडेंट इंडिविजुअल शेयरधारकों की 64.79% हिस्सेदारी है।
सोलर और ईवी चार्जर मार्केट में EPIC एनर्जी की मौजूदगी
EPIC एनर्जी भारत के सोलर EPC (Engineering, Procurement, and Construction) मार्केट का एक बड़ा नाम है। कंपनी रूफटॉप सोलर और ओपन एक्सेस सोलर एनर्जी मॉडल में सक्रिय है। इसके अलावा, कंपनी LED रेट्रोफिटिंग समाधान भी प्रदान करती है। EPIC एनर्जी को भारत सरकार के ब्यूरो ऑफ एनर्जी एफिशिएंसी से मान्यता प्राप्त है और यह कई सरकारी और निजी संगठनों के साथ काम कर चुकी है।
कंपनी अब ग्राउंड-माउंटेड सोलर प्लांट्स में भी कदम रख रही है। अगले दो वित्तीय वर्षों में 100 मेगावॉट सोलर जनरेशन क्षमता स्थापित करने की योजना कंपनी की FY24 की वार्षिक रिपोर्ट में दी गई है।
EV चार्जर निर्माण में नई साझेदारी
9 सितंबर 2024 को, EPIC एनर्जी ने फेनफियो ऑटोमोटिव प्राइवेट लिमिटेड के साथ एक ज्वाइंट वेंचर की घोषणा की। इस ज्वाइंट वेंचर के तहत कोयंबटूर में एक यूनिट स्थापित की जाएगी, जिसकी वार्षिक उत्पादन क्षमता 15,000 EV चार्जर्स की होगी। इस साझेदारी में EPIC की 76% और फेनफियो की 24% हिस्सेदारी है।
यह ज्वाइंट वेंचर अगले साल 2025 से 80% क्षमता पर काम करते हुए हर साल करीब ₹15 करोड़ का राजस्व उत्पन्न कर सकता है। यह कदम EPIC को इलेक्ट्रिक व्हीकल और सोलर एनर्जी बाजार में और मजबूत करेगा।
भारत में EV चार्जिंग इंफ्रास्ट्रक्चर का बढ़ता बाजार
भारत का EV चार्जर बाजार 2024 से 2030 के बीच 40% की वार्षिक वृद्धि दर (CAGR) से बढ़ने का अनुमान है। Bain की रिपोर्ट के अनुसार, 2030 तक यह बाजार 20 बिलियन अमेरिकी डॉलर तक पहुंच सकता है। तेजी से बढ़ती इलेक्ट्रिक व्हीकल की मांग और सरकार की पहल इस बाजार को नई ऊंचाइयों तक पहुंचाएंगी।
ब्लूमबर्ग के अनुसार, 2030 तक भारत में बिकने वाले हर तीन में से एक वाहन इलेक्ट्रिक होगा। EV चार्जिंग इंफ्रास्ट्रक्चर की बढ़ती जरूरत को पूरा करने के लिए 29 लाख सार्वजनिक चार्जिंग पॉइंट्स की आवश्यकता होगी, जिसके लिए 6 बिलियन अमेरिकी डॉलर का निवेश होगा।
भविष्य की योजनाएं और चुनौतियां
EPIC एनर्जी सोलर और EV चार्जर मार्केट में तेजी से विस्तार कर रहा है। हालांकि, इस क्षेत्र में प्रतिस्पर्धा और टेक्नोलॉजिकल अपग्रेडेशन कंपनी के लिए चुनौतियां पेश कर सकते हैं।