प्रधानमंत्री सूर्योदय योजना के तहत सरकार अब नागरिकों को बिजली के भारी बिलों से राहत दिलाने के लिए फ्री सोलर पैनल लगवाने का मौका दे रही है। इस योजना का मुख्य उद्देश्य है देश में Renewable Energy को बढ़ावा देना और बिजली की लागत को कम करना। इस योजना के तहत पात्र नागरिक अपनी छतों पर सोलर पैनल लगवाकर सब्सिडी का लाभ उठा सकते हैं। खास बात यह है कि उत्तर प्रदेश समेत पूरे भारत में इस योजना का विस्तार किया गया है।
सरकार ने इस योजना के तहत छत पर सोलर सिस्टम लगाने के लिए सब्सिडी देने की घोषणा की है, जिससे सोलर पैनल लगाना अब और किफ़ायती हो गया है। आइए जानते हैं इस योजना के तहत मिलने वाली सब्सिडी, आवेदन की प्रक्रिया और अन्य महत्वपूर्ण जानकारियां।
कितनी मिलेगी सब्सिडी?
प्रधानमंत्री सूर्योदय योजना के तहत सोलर पैनल पर सब्सिडी की राशि सिस्टम की क्षमता पर निर्भर करती है।
- 1 किलोवाट सोलर सिस्टम पर ₹30,000 तक की सब्सिडी मिलती है।
- 2 किलोवाट सोलर सिस्टम पर यह राशि बढ़कर ₹60,000 हो जाती है।
- अगर आप 2 किलोवाट से अधिक और 10 किलोवाट तक की क्षमता वाला सोलर सिस्टम लगवाते हैं, तो आपको ₹78,000 तक की सब्सिडी मिलेगी।
- ध्यान देने योग्य बात यह है कि 10 किलोवाट से अधिक के सोलर सिस्टम पर कोई सब्सिडी उपलब्ध नहीं है।
उत्तर प्रदेश सरकार ने राज्य के नागरिकों के लिए अतिरिक्त सब्सिडी देने का ऐलान किया है। राज्य सरकार ₹15,000 से ₹30,000 तक की सब्सिडी प्रदान करती है, जिससे प्रदेश के नागरिकों को सोलर पैनल लगवाने में और भी आसानी होगी।
1 किलोवाट सोलर सिस्टम के लिए सब्सिडी
उत्तर प्रदेश के नागरिकों के लिए 1 किलोवाट रुफटॉप सोलर सिस्टम पर ₹14,500 से लेकर ₹15,000 तक की सब्सिडी मिलती है।
1 किलोवाट सोलर सिस्टम लगवाने की कुल लागत ₹55,000 से ₹80,000 तक हो सकती है। यदि आप 1 किलोवाट से अधिक क्षमता का सोलर सिस्टम लगवाते हैं, तो सब्सिडी राशि घटकर ₹7,294 प्रति किलोवाट हो जाती है।
सोलर सब्सिडी के लिए आवेदन कैसे करें?
प्रधानमंत्री सूर्योदय योजना के तहत सोलर सब्सिडी का लाभ उठाने के लिए आवेदन प्रक्रिया बेहद सरल और ऑनलाइन है।
- राष्ट्रीय रूफटॉप सोलर पोर्टल पर रजिस्ट्रेशन करें:
सबसे पहले राष्ट्रीय रूफटॉप सोलर पोर्टल पर जाएं। - आवश्यक दस्तावेज जमा करें:
पोर्टल पर बिजली बिल और अन्य आवश्यक विवरण जैसे घर का पता, पहचान पत्र आदि अपलोड करें। - व्यवहार्यता रिपोर्ट:
आपके आवेदन के बाद डिस्कॉम (वितरण कंपनी) एक व्यवहार्यता रिपोर्ट तैयार करेगी। यह रिपोर्ट यह सुनिश्चित करेगी कि आप योजना के लिए योग्य हैं या नहीं। - सोलर इंस्टॉलर का चयन करें:
मंजूरी मिलने के बाद आप अपनी पसंद के सोलर इंस्टॉलर का चयन कर सकते हैं। - इंस्टॉलेशन और नेट मीटरिंग:
इंस्टॉलर सोलर सिस्टम स्थापित करेगा और नेट मीटर लगवाएगा। इंस्टॉलेशन पूरा होने के बाद, इंस्टॉलर सोलर इंस्टॉलेशन रिपोर्ट तैयार करेगा। - सब्सिडी का भुगतान:
सब्सिडी की राशि 30 से 60 दिनों के भीतर आपके बैंक खाते में ट्रांसफर कर दी जाएगी।
योजना के लाभ
प्रधानमंत्री सूर्योदय योजना से नागरिकों को न केवल बिजली के बिलों में राहत मिलेगी बल्कि यह देश में Renewable Energy को बढ़ावा देने का एक बड़ा कदम है। सोलर सिस्टम के जरिए आप अपनी जरूरत का बिजली उत्पादन कर सकते हैं, जिससे बिजली पर निर्भरता कम होगी।
यह योजना पर्यावरण के लिए भी फायदेमंद है क्योंकि सोलर एनर्जी स्वच्छ और हरित ऊर्जा का एक प्रमुख स्रोत है।
अक्सर पूछे जाने वाले सवाल
1. प्रधानमंत्री सूर्योदय योजना क्या है?
प्रधानमंत्री सूर्योदय योजना एक सरकारी योजना है जिसके तहत नागरिकों को सब्सिडी के साथ सोलर पैनल लगाने का मौका मिलता है।
2. इस योजना में अधिकतम सब्सिडी कितनी मिल सकती है?
आपको 10 किलोवाट तक के सोलर सिस्टम पर ₹78,000 तक की सब्सिडी मिल सकती है।
3. सोलर पैनल के लिए आवेदन कैसे करें?
आप राष्ट्रीय रूफटॉप सोलर पोर्टल पर आवेदन कर सकते हैं।
4. क्या 10 किलोवाट से बड़े सोलर सिस्टम पर सब्सिडी मिलती है?
नहीं, 10 किलोवाट से बड़े सोलर सिस्टम पर सब्सिडी उपलब्ध नहीं है।
5. उत्तर प्रदेश में 1 किलोवाट सोलर सिस्टम पर कितनी सब्सिडी मिलती है?
उत्तर प्रदेश में 1 किलोवाट सोलर सिस्टम पर ₹14,500 से ₹15,000 तक की सब्सिडी मिलती है।
6. सब्सिडी का भुगतान कितने समय में होता है?
सब्सिडी का भुगतान 30 से 60 दिनों के भीतर आपके बैंक खाते में हो जाता है।
7. क्या यह योजना पूरे भारत में लागू है?
हां, यह योजना पूरे भारत में लागू है।
8. सोलर सिस्टम लगवाने में कुल लागत कितनी हो सकती है?
1 किलोवाट सोलर सिस्टम की लागत ₹55,000 से ₹80,000 के बीच हो सकती है।