हिंडनबर्ग रिसर्च की नई रिपोर्ट के कारण अडानी ग्रुप के शेयरों में एक बार फिर बड़ा डिक्लाइन देखने को मिला है। पिछले एलिगेशन के बाद चल रही इन्वेस्टिगेशन की रिपोर्ट से अडानी ग्रुप के प्रमुख शेयरों में भारी गिरावट आई है। बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज (BSE) पर अडानी पावर का शेयर ₹619 से नीचे चला गया है, जबकि अडानी एंटरप्राइजेज में 5.27% की गिरावट हुई है और यह ₹3,018.55 पर पहुंच गया है। अडानी ग्रीन एनर्जी और अन्य प्रमुख कंपनियों में भी नकारात्मक प्रभाव देखा गया है।
अडानी ग्रुप के शेयरों की मौजूदा स्थिति
सोमवार को अडानी ग्रुप की विभिन्न कंपनियों के शेयरों में 17% तक की गिरावट हुई। अडानी एनर्जी सॉल्यूशंस ₹915.70 पर आ गया, जबकि अडानी ग्रीन एनर्जी और अडानी टोटल गैस जैसे प्रमुख शेयर भी इस गिरावट से प्रभावित हुए।
- अडानी एंटरप्राइजेज लिमिटेड: 5.27% गिरावट के साथ ₹3,018.55।
- अडानी पावर लिमिटेड: ₹619 से नीचे।
- अडानी टोटल गैस लिमिटेड: 13.39% की गिरावट के बाद ₹753 तक गिरा, हालांकि बाद में ₹829.85 पर थोड़ा रिकवर हुआ।
- अडानी एनर्जी सॉल्यूशंस लिमिटेड: 17.06% की गिरावट के साथ ₹915.70।
इसके अलावा, अडानी विल्मर, अडानी पोर्ट्स, ACC और अंबुजा सीमेंट्स जैसे शेयरों में भी गिरावट दर्ज की गई।
हिंडनबर्ग रिपोर्ट के नए दावे
हिंडनबर्ग रिसर्च ने अपनी नई रिपोर्ट में अडानी ग्रुप से जुड़े एक ऑफशोर फंड और प्रमोटर विनोद अडानी के रोल को लेकर गंभीर सवाल उठाए हैं। रिसर्च फर्म ने यह भी पूछा है कि विनोद अडानी की कंपनी में फाइनेंशियल टाइस से आगे क्या भूमिका है।
हिंडनबर्ग की सिफारिशें SEBI की चेयरपर्सन माधबी पुरी बुच और उनके पति धवल बुच को भेजी गई हैं। रिपोर्ट में अडानी ग्रुप के फाइनेंशियल मैनेजमेंट और विनोद अडानी की वास्तविक इन्वॉल्वमेंट पर सवाल उठाए गए हैं।
एक्सपर्ट की राय: वोलटालिटी से भरा बाजार
एक्सपर्ट का मानना है कि अडानी ग्रुप के शेयरों में यह गिरावट बाजार की वोलटालिटी का हिस्सा हो सकती है। हालांकि, हिंडनबर्ग रिसर्च के दावों का प्रभाव बाजार में स्पष्ट रूप से दिख रहा है।
विशेषज्ञों ने सुझाव दिया है कि इन्वेस्टर्स को सतर्क रहना चाहिए और लंबी अवधि के लिए रणनीतिक निवेश पर ध्यान देना चाहिए।
अडानी ग्रुप की प्रतिक्रिया
अडानी ग्रुप ने अपने बयान में कहा है कि विनोद अडानी प्रमोटर ग्रुप का हिस्सा हैं और उनकी भूमिका केवल सीमित है। कंपनी ने यह भी दावा किया है कि वह नियामक प्रक्रियाओं का पालन करती है और इन आरोपों से उसका संचालन प्रभावित नहीं होगा।
भविष्य की संभावनाएं
मौजूदा स्थिति को देखते हुए, अडानी ग्रुप के शेयरों पर और दबाव आने की संभावना है। इन्वेस्टर्स और मार्केट एनालिस्ट्स अब SEBI की प्रतिक्रिया और अडानी ग्रुप के भविष्य के कदमों पर ध्यान केंद्रित कर रहे हैं।
FAQs
1. हिंडनबर्ग रिसर्च के नए एलिगेशन क्या हैं?
हिंडनबर्ग रिसर्च ने अडानी ग्रुप पर फंड मैनेजमेंट और विनोद अडानी की भूमिका को लेकर सवाल उठाए हैं।
2. अडानी ग्रुप के कौन-कौन से शेयर प्रभावित हुए?
अडानी एंटरप्राइजेज, अडानी पावर, अडानी ग्रीन एनर्जी, अडानी टोटल गैस, और अडानी एनर्जी सॉल्यूशंस सहित कई प्रमुख शेयरों में गिरावट हुई है।
3. शेयरों में कितनी गिरावट आई?
अडानी ग्रुप के शेयरों में 5% से लेकर 17% तक की गिरावट देखी गई।
4. एक्सपर्ट्स का क्या कहना है?
एक्सपर्ट्स का मानना है कि यह गिरावट बाजार की वोलटालिटी का हिस्सा हो सकती है और इन्वेस्टर्स को सतर्क रहना चाहिए।
5. अडानी ग्रुप ने क्या प्रतिक्रिया दी है?
अडानी ग्रुप ने कहा है कि विनोद अडानी केवल प्रमोटर ग्रुप का हिस्सा हैं और कंपनी नियामक प्रक्रियाओं का पालन कर रही है।
6. SEBI की भूमिका क्या है?
SEBI को हिंडनबर्ग की रिपोर्ट मिली है, और इससे जुड़े मामलों की जांच की जा रही है।
7. अडानी ग्रुप के शेयरों का भविष्य कैसा हो सकता है?
शेयरों का प्रदर्शन SEBI की रिपोर्ट और अडानी ग्रुप की जवाबदेही पर निर्भर करेगा।
8. इन्वेस्टर्स को क्या करना चाहिए?
इन्वेस्टर्स को वोलटालिटी को ध्यान में रखते हुए लंबी अवधि की योजनाओं पर ध्यान देना चाहिए और सतर्क रहना चाहिए।