भारत के अग्रणी सोलर पैनल मैन्युफैक्चरर INA Solar ने राजस्थान में अपनी तीसरी अत्याधुनिक मैन्युफैक्चरिंग फैसिलिटी की स्थापना की घोषणा की है। कंपनी ने यह नया प्लांट दिल्ली-अजमेर एक्सप्रेसवे पर सावरदा, जयपुर में बनाने का निर्णय लिया है। इस फैसिलिटी की स्थापना से देश के रिन्यूएबल एनर्जी (Renewable Energy) सेक्टर को नई दिशा मिलेगी और भारत के जीरो-कार्बन एमिशन के लक्ष्य को हासिल करने में मदद मिलेगी।
कंपनी ने इस प्रोजेक्ट के लिए ₹400 करोड़ का भारी निवेश किया है। इस फैसिलिटी के जरिए INA Solar अपनी 3GW एनुअल प्रोडक्शन कैपेसिटी स्थापित करेगी और 12,000 मीट्रिक टन एल्युमिनियम फ्रेम का उत्पादन करेगी। इसके अलावा, इस फैसिलिटी के संचालन से 800 से अधिक रोजगार के अवसर भी पैदा होंगे, जिससे स्थानीय विकास को बढ़ावा मिलेगा।
INA Solar का यह निवेश और नई मैन्युफैक्चरिंग फैसिलिटी भारत के रिन्यूएबल एनर्जी सेक्टर में एक बड़ा कदम साबित होगा। इससे न केवल सोलर पैनल की उत्पादन क्षमता में वृद्धि होगी, बल्कि स्थानीय विकास, रोजगार और आत्मनिर्भरता को भी बढ़ावा मिलेगा।
तीसरी मैन्युफैक्चरिंग फैसिलिटी की खासियतें
INA Solar की नई मैन्युफैक्चरिंग फैसिलिटी अत्याधुनिक तकनीक और N-TYPE/TOPCON सोलर पैनल के उत्पादन पर केंद्रित होगी। यह फैसिलिटी कुल 109,000 स्क्वायर मीटर में फैली होगी और पूरी तरह से उन्नत इंफ्रास्ट्रक्चर के साथ बनाई जाएगी।
INA Solar के चेयरमैन मनीष गुप्ता और मैनेजिंग डायरेक्टर विकास जैन ने इस प्रोजेक्ट के उद्देश्यों पर प्रकाश डालते हुए बताया कि यह सुविधा कंपनी के उत्पादन क्षमता को बढ़ाने के साथ-साथ ‘मेक इन इंडिया’ मिशन के अनुरूप भारत में ही विश्वस्तरीय सोलर पैनल और उपकरण तैयार करने पर केंद्रित है।
INA Solar का विज़न और विस्तार
INA Solar के चीफ टेक्निकल ऑफिसर दीपक जैन ने बताया कि कंपनी की BSE और NSE पर मजबूत बाजार उपस्थिति है। यह कंपनी भारत के टॉप 10 सोलर पैनल मैन्युफैक्चरर्स में शामिल है। कंपनी के प्रोडक्ट्स विभिन्न इंटरनेशनल स्टैंडर्ड्स जैसे IEC, ALMM और BIS के अनुरूप हैं, जो यह सुनिश्चित करते हैं कि INA Solar के पैनल हाई क्वालिटी और रिलाएबल हैं।
कंपनी का मुख्य फोकस सरकार के बड़े प्रोजेक्ट्स और योजनाओं पर है, जैसे जल जीवन मिशन, पीएम कुसुम योजना (A/B/C), BSNL प्रोजेक्ट्स और प्रधानमंत्री सूर्य घर योजना। INA Solar इन सभी सरकारी इनिशिएटिव्स में अपनी सहभागिता निभाकर देश में बने उत्पादों के उपयोग को बढ़ावा देती है।
स्थानीय अर्थव्यवस्था और रोजगार पर असर
INA Solar की यह नई मैन्युफैक्चरिंग फैसिलिटी स्थानीय स्तर पर रोजगार और आर्थिक विकास को भी बढ़ावा देगी। 800 से अधिक लोगों को रोजगार मिलने से क्षेत्र में विकास की नई संभावनाएं पैदा होंगी। इसके अलावा, इस प्रोजेक्ट से जयपुर और आसपास के क्षेत्रों में सौर ऊर्जा उपकरणों की सप्लाई बढ़ेगी, जिससे भारत की रिन्यूएबल एनर्जी (Renewable Energy) क्षमताओं में इजाफा होगा।
मेक इन इंडिया और आत्मनिर्भर भारत को मजबूती
INA Solar का यह प्रोजेक्ट मेक इन इंडिया के विजन को मजबूती देगा और सोलर पैनल मैन्युफैक्चरिंग में आत्मनिर्भरता की ओर भारत को आगे बढ़ाएगा। इससे विदेशों से आयातित सोलर इक्विपमेंट पर निर्भरता कम होगी और भारतीय प्रोडक्ट्स को प्रोत्साहन मिलेगा। कंपनी की यह पहल भारत के नेशनल ग्रीन एनर्जी मिशन को भी सपोर्ट करती है।
FAQ:
Q1: INA Solar ने अपनी नई मैन्युफैक्चरिंग फैसिलिटी कहां स्थापित की है?
A1: INA Solar ने अपनी तीसरी मैन्युफैक्चरिंग फैसिलिटी सावरदा, जयपुर, राजस्थान में स्थापित करने की घोषणा की है।
Q2: इस नई फैसिलिटी में कौन-कौन से प्रोडक्ट्स बनाए जाएंगे?
A2: इस फैसिलिटी में N-TYPE/TOPCON सोलर पैनल और 12,000 मीट्रिक टन एल्युमिनियम फ्रेम का उत्पादन किया जाएगा।
Q3: इस प्रोजेक्ट की कुल इन्वेस्टमेंट कितनी है?
A3: INA Solar इस प्रोजेक्ट में कुल ₹400 करोड़ का निवेश कर रही है।
Q4: नई फैसिलिटी की प्रोडक्शन क्षमता क्या होगी?
A4: यह नई फैसिलिटी 3GW एनुअल प्रोडक्शन कैपेसिटी के साथ तैयार की जाएगी।
Q5: INA Solar का मुख्य फोकस किस क्षेत्र में है?
A5: INA Solar का मुख्य फोकस रिन्यूएबल एनर्जी सेक्टर और सरकारी इनिशिएटिव्स जैसे जल जीवन मिशन, पीएम कुसुम योजना और प्रधानमंत्री सूर्य घर योजना पर है।
Q6: इस प्रोजेक्ट से कितने रोजगार के अवसर मिलेंगे?
A6: इस फैसिलिटी से 800 से अधिक रोजगार के अवसर पैदा होंगे।
Q7: INA Solar की नई फैसिलिटी किस मिशन को सपोर्ट करती है?
A7: यह फैसिलिटी मेक इन इंडिया और नेशनल ग्रीन एनर्जी मिशन को सपोर्ट करती है।
Q8: INA Solar के प्रोडक्ट्स किन मानकों के अनुरूप होते हैं?
A8: INA Solar के प्रोडक्ट्स IEC, ALMM और BIS जैसे इंटरनेशनल सर्टिफिकेशन स्टैंडर्ड्स के अनुरूप होते हैं।