वरी एनर्जीज़ ने हाल ही में अपने सौर मॉड्यूल बिजनेस में एक बड़ा माइलस्टोन हासिल किया है। कंपनी ने घोषणा की है कि उसे एक प्रमुख नवीकरणीय ऊर्जा कंपनी से 180 मेगावाट पीक (MWp) सौर मॉड्यूल की आपूर्ति के लिए ऑर्डर प्राप्त हुआ है। यह आपूर्ति वित्त वर्ष 2025-26 में शुरू की जाएगी। कंपनी ने इस खबर को सार्वजनिक करते हुए कहा कि इस ऑर्डर के साथ वह भारत में अक्षय ऊर्जा क्षेत्र में अपनी पकड़ को और मजबूत करेगी।
यह घोषणा वारी एनर्जीज़ के लिए एक महत्वपूर्ण क्षण है, क्योंकि इसने बाजार में कंपनी की साख को पुनः स्थापित किया है। इस खबर के बाद कंपनी के शेयरों में भी उछाल देखने को मिला, और वे 1,118 रुपये प्रति शेयर के स्तर तक पहुंच गए। हालांकि, यह उल्लेखनीय है कि पिछले तीन महीनों में वारी एनर्जीज़ के शेयरों में 36 प्रतिशत की गिरावट दर्ज की गई थी। इसके बावजूद, कंपनी की दीर्घकालिक योजनाएं और तकनीकी विशेषज्ञता इसे निवेशकों के लिए एक आकर्षक विकल्प बनाती हैं।
नवीकरणीय ऊर्जा परियोजनाओं में विशेषज्ञता
वरी एनर्जीज़ नवीकरणीय ऊर्जा क्षेत्र में अपनी विशेषज्ञता के लिए जानी जाती है। कंपनी आवासीय, कॉमर्शियल और औद्योगिक उपयोगकर्ताओं के लिए सौर पैनल, इनवर्टर और ऊर्जा भंडारण प्रणालियों के निर्माण में माहिर है। हाल ही में, कंपनी को 105 मेगावाट (DC) ग्राउंड-माउंट सौर ऊर्जा परियोजना के लिए एक इंटेंट लेटर (LOI) भी मिला है। यह परियोजना टर्नकी आधार पर इंजीनियरिंग, खरीद और निर्माण (EPC) सेवाएं प्रदान करने से संबंधित है और इसे वित्त वर्ष 2025-26 में पूरा किया जाएगा।
EPC सेगमेंट में कंपनी का प्रदर्शन हमेशा से बेहतरीन रहा है। तीसरी तिमाही (Q3FY25) में, वारी एनर्जीज़ ने 1,093.99 करोड़ रुपये का ग्राहक राजस्व अर्जित किया, जो कि 1,024.92 MWp की मात्रा पर आधारित था। हालांकि, यह भी ध्यान देने योग्य है कि कंपनी का EBITDA वित्त वर्ष 2025 की तीसरी तिमाही में 18 प्रतिशत घटकर 71 करोड़ रुपये पर आ गया।
वित्तीय प्रदर्शन और लाभांश
वित्तीय मोर्चे पर, वारी एनर्जीज़ ने हाल के तिमाही नतीजों में निराशाजनक प्रदर्शन की रिपोर्ट दी। कंपनी का टैक्स के बाद समेकित लाभ (PAT) 16 प्रतिशत घटकर 53 करोड़ रुपये रह गया, जबकि परिचालन से समेकित राजस्व में 11 प्रतिशत की बढ़ोतरी हुई। हालांकि, कंपनी ने अपने शेयरधारकों को 2 रुपये अंकित मूल्य वाले प्रत्येक इक्विटी शेयर पर 1 रुपये प्रति शेयर का अंतरिम लाभांश देने की घोषणा की है।
इस लाभांश से जुड़े रिकॉर्ड की तारीख 24 जनवरी को निर्धारित की गई है। यह कदम कंपनी की शेयरधारकों के प्रति प्रतिबद्धता को दर्शाता है।
निवेशकों के लिए क्या है खास?
वरी एनर्जीज़ ने हाल के वर्षों में नवीकरणीय ऊर्जा क्षेत्र में अपना मजबूत स्थान बनाया है। इसके सौर मॉड्यूल और EPC सेगमेंट में बेहतरीन प्रदर्शन ने इसे एक स्थिर और दीर्घकालिक निवेश के रूप में पेश किया है। हालांकि, हालिया वित्तीय परिणामों ने निवेशकों को कुछ चिंता में डाला है, लेकिन कंपनी की नई परियोजनाएं और बड़े ऑर्डर इस बात का संकेत देते हैं कि वारी एनर्जीज़ एक बार फिर तेजी से उभरने की क्षमता रखती है।