INox Solar को ओडिशा सरकार ने दी जमीन, ₹4,000 करोड़ की सोलर फैक्ट्री बनेगी रियलिटी

ओडिशा सरकार ने Dhenkanal में सोलर प्लांट के लिए Inox Solar को दी ज़मीन, 3,400 नौकरियों के साथ राज्य बनेगा रिन्यूएबल एनर्जी हब, जानिए इस ग्रीन इन्वेस्टमेंट से कैसे बदलेगा भारत का फ्यूचर!

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Written by Rohit Kumar

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INox Solar को ओडिशा सरकार ने दी जमीन, ₹4,000 करोड़ की सोलर फैक्ट्री बनेगी रियलिटी
INox Solar को ओडिशा सरकार ने दी जमीन, ₹4,000 करोड़ की सोलर फैक्ट्री बनेगी रियलिटी

Odisha allots land to Inox Solar for ₹4,000 crore solar manufacturing facility—यह खबर देश के रिन्यूएबल एनर्जी-Renewable Energy सेक्टर में बड़ा कदम मानी जा रही है। Inox Clean Energy की सहायक कंपनी Inox Solar को ओडिशा सरकार ने Dhenkanal जिले में एक अत्याधुनिक सोलर सेल और मॉड्यूल निर्माण इकाई स्थापित करने के लिए ज़मीन आवंटित कर दी है। इस परियोजना पर ₹4,000 करोड़ का निवेश किया जाएगा और इससे राज्य में 3,400 से अधिक नई नौकरियां पैदा होने की उम्मीद है।

ग्रीन इन्वेस्टमेंट की दिशा में ओडिशा की बड़ी पहल

Odisha सरकार की यह पहल न केवल ग्रीन इन्वेस्टमेंट को बढ़ावा देती है, बल्कि राज्य को एक इंडस्ट्रियल हब बनाने की दिशा में भी अहम मानी जा रही है। यह प्लांट 4.8 गीगावाट की सालाना उत्पादन क्षमता के साथ भारत के सबसे बड़े सोलर मैन्युफैक्चरिंग प्लांट्स में से एक होगा। इससे न केवल राज्य का आर्थिक विकास तेज़ होगा बल्कि रिन्यूएबल एनर्जी के राष्ट्रीय लक्ष्य की ओर भी एक बड़ा कदम बढ़ेगा।

ओडिशा सरकार और INOXGFL Group की साझेदारी

इस परियोजना को ओडिशा की हाई-लेवल क्लीयरेंस अथॉरिटी (HLCA) से पहले ही मंजूरी मिल चुकी थी। अब ज़मीन के आवंटन के साथ यह योजना पूरी तरह अमल में लाई जा रही है। Odisha के मुख्यमंत्री मोहन चरण माझी ने कहा, “हम प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी के रिन्यूएबल एनर्जी को बढ़ावा देने के विज़न को आगे बढ़ाने में गर्व महसूस कर रहे हैं। यह निवेश न केवल सस्टेनेबल इंडस्ट्रियल ग्रोथ को बढ़ाएगा, बल्कि रोज़गार और आधारभूत संरचना का भी विस्तार करेगा।”

INOXGFL की रणनीति और भविष्य की योजना

INOXGFL Group के एग्ज़ीक्यूटिव डायरेक्टर देवांश जैन ने कहा कि, “हम ओडिशा सरकार के साथ इस ग्रीन एनर्जी मिशन का हिस्सा बनकर गौरवान्वित हैं। यह ज़मीन आवंटन हमें सोलर एनर्जी के क्षेत्र में अपनी मौजूदगी को और मजबूत करने का अवसर देगा। हम वर्ल्ड क्लास मैन्युफैक्चरिंग सॉल्यूशंस के ज़रिए न केवल उद्योगों बल्कि आम नागरिकों को भी सशक्त बनाएंगे।”

उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि यह परियोजना भारत के 2030 तक 500 गीगावाट नॉन-फॉसिल फ्यूल क्षमता प्राप्त करने के लक्ष्य के अनुरूप है। यह निवेश ओडिशा को ग्रीन एनर्जी पावरहाउस में बदलने की दिशा में निर्णायक साबित हो सकता है।

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स्थानीय विकास को मिलेगा बूस्ट

Dhenkanal जैसे अपेक्षाकृत पिछड़े ज़िले में इस तरह की उच्च स्तरीय परियोजना से न केवल सीधे रोज़गार के अवसर पैदा होंगे बल्कि स्थानीय व्यवसाय, परिवहन, शिक्षा और स्वास्थ्य सेवाओं में भी सुधार की उम्मीद है। विशेषज्ञों का मानना है कि सोलर सेक्टर में इस तरह का निवेश आसपास के इलाकों में ancillary industries को भी जन्म देगा, जिससे स्थानीय इकोनॉमी को जबरदस्त फायदा होगा।

नेशनल ग्रीन मिशन के लिए एक प्रेरणा

Odisha में सोलर मैन्युफैक्चरिंग फैसिलिटी की स्थापना न केवल राज्य बल्कि पूरे देश के लिए प्रेरणादायक है। जब देश में रिन्यूएबल एनर्जी पर लगातार ज़ोर दिया जा रहा है, तब Inox Solar की यह परियोजना एक उदाहरण बन सकती है कि कैसे प्राइवेट सेक्टर और सरकार मिलकर पर्यावरणीय स्थिरता के साथ औद्योगिक विकास को भी आगे बढ़ा सकते हैं।

भविष्य में क्या उम्मीदें?

इस परियोजना के पूरा होने पर न केवल सोलर सेल और मॉड्यूल की घरेलू मांग पूरी की जा सकेगी, बल्कि भारत सोलर टेक्नोलॉजी में आत्मनिर्भर बनने की दिशा में भी बड़ी छलांग लगाएगा। साथ ही, निर्यात के नए द्वार भी खुल सकते हैं, जिससे विदेशी मुद्रा में बढ़ोतरी हो सकती है।

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Rohit Kumar
रोहित कुमार सोलर एनर्जी और रिन्यूएबल एनर्जी सेक्टर में अनुभवी कंटेंट राइटर हैं, जिन्हें इस क्षेत्र में 7 वर्षों का गहन अनुभव है। उन्होंने सोलर पैनल इंस्टॉलेशन, सौर ऊर्जा की अर्थव्यवस्था, सरकारी योजनाओं, और सौर ऊर्जा नवीनतम तकनीकी रुझानों पर शोधपूर्ण और सरल लेखन किया है। उनका उद्देश्य सोलर एनर्जी के प्रति जागरूकता बढ़ाना और पाठकों को ऊर्जा क्षेत्र के महत्वपूर्ण पहलुओं से परिचित कराना है। अपने लेखन कौशल और समर्पण के कारण, वे सोलर एनर्जी से जुड़े विषयों पर एक विश्वसनीय लेखक हैं।

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