NTPC के लिए 400 MW सोलर मॉड्यूल सप्लाई करेगी Kosol Energie – Khavda प्रोजेक्ट को मिलेगी रफ्तार

550W Bifacial मॉड्यूल्स के जरिए गुजरात के खवड़ा प्रोजेक्ट में ऊर्जा क्रांति! जानिए कैसे Kosol Energie बनी NTPC की पहली पसंद और क्या है इसके पीछे की बड़ी वजह

Photo of author

Written by Rohit Kumar

Published on

NTPC के लिए 400 MW सोलर मॉड्यूल सप्लाई करेगी Kosol Energie – Khavda प्रोजेक्ट को मिलेगी रफ्तार
NTPC के लिए 400 MW सोलर मॉड्यूल सप्लाई करेगी Kosol Energie – Khavda प्रोजेक्ट को मिलेगी रफ्तार

Kosol Energie ने रिन्यूएबल एनर्जी-Renewable Energy क्षेत्र में एक और महत्वपूर्ण कदम उठाया है। कंपनी को गुजरात में स्थित NTPC के 1.6 गीगावॉट Khavda Solar Project के लिए 400 मेगावॉट के पीवी सोलर मॉड्यूल (PV Module) की आपूर्ति का ऑर्डर मिला है। यह ऑर्डर Zetwerk के माध्यम से मिला है, जिसे NTPC ने इस बड़े प्रोजेक्ट के लिए मॉड्यूल सप्लाई का कार्य सौंपा है। Kosol Energie के प्रवक्ता ने जानकारी दी कि इस कुल ऑर्डर में से 55 मेगावॉट की सप्लाई पहले ही साइट पर की जा चुकी है, जबकि शेष 345 मेगावॉट की आपूर्ति अगले दो से तीन महीनों में पूरी कर ली जाएगी।

NTPC के खवड़ा सोलर प्रोजेक्ट के लिए Bifacial Modules की आपूर्ति

Kosol Energie इस परियोजना के तहत 550W मोनो PERC ग्लास-टू-बैकशीट बाइफेशियल मॉड्यूल्स (Mono PERC Glass-to-Backsheet Bifacial Modules) की आपूर्ति कर रही है। ये मॉड्यूल विशेष रूप से गुजरात के खवड़ा जैसे कठोर वातावरण को ध्यान में रखते हुए डिजाइन किए गए हैं। बाइफेशियल मॉड्यूल्स की खासियत यह है कि ये सोलर रेडिएशन को मॉड्यूल के दोनों तरफ से अवशोषित कर सकते हैं, जिससे बिजली उत्पादन की क्षमता बढ़ जाती है।

Category-1 Prime Supplier के रूप में मिली मंजूरी

NTPC द्वारा Kosol Energie को Vendor और Quality Approval मिलने के बाद इसे इस प्रोजेक्ट के लिए Category-1 Prime Supplier के रूप में चयनित किया गया है। यह मान्यता किसी भी सोलर कंपनी के लिए एक बड़ी उपलब्धि मानी जाती है, जिससे Kosol Energie की तकनीकी क्षमता और निर्माण गुणवत्ता की पुष्टि होती है। कंपनी का कहना है कि यह ऑर्डर न केवल व्यापारिक दृष्टिकोण से बल्कि उनकी विश्वसनीयता और प्रतिष्ठा के लिहाज से भी महत्वपूर्ण है।

Kosol Energie की मैन्युफैक्चरिंग कैपेसिटी में विस्तार

Kosol Energie ने हाल ही में अपने सोलर पैनल मैन्युफैक्चरिंग प्लांट की क्षमता को बढ़ाकर 3.1 गीगावॉट कर दिया है। यह फैक्ट्री पूरी तरह से ऑटोमेटेड है और अंतरराष्ट्रीय स्तर की निर्माण प्रक्रियाओं का पालन करती है। इस विस्तार के चलते कंपनी अब बड़ी मात्रा में मॉड्यूल्स का उत्पादन करने में सक्षम है, जिससे भारत में बड़े सोलर प्रोजेक्ट्स की मांग को तेजी से पूरा किया जा सकेगा।

Also Readये है भारत का पहला पूरा सोलर-पावर्ड रेलवे स्टेशन! न दिल्ली, न मुंबई, न हावड़ा – नाम जानकर चौंक जाएंगे

ये है भारत का पहला पूरा सोलर-पावर्ड रेलवे स्टेशन! न दिल्ली, न मुंबई, न हावड़ा – नाम जानकर चौंक जाएंगे

अब तक 2.2 गीगावॉट के प्रोजेक्ट्स की स्थापना

Kosol Energie ने अब तक 2.2 गीगावॉट की सोलर ऊर्जा परियोजनाओं की स्थापना की है, जो रेजिडेंशियल, कमर्शियल और इंडस्ट्रियल सेगमेंट्स में फैली हुई हैं। यह ट्रैक रिकॉर्ड दर्शाता है कि कंपनी ने भारतीय सोलर बाजार में मजबूत उपस्थिति दर्ज कराई है और विभिन्न सेक्टरों की ऊर्जा जरूरतों को पूरा करने में सफल रही है।

गुजरात का खवड़ा सोलर पार्क: भारत का भविष्य

खवड़ा सोलर पार्क, गुजरात के कच्छ जिले में स्थित है और इसे भारत के सबसे बड़े सोलर पार्क्स में से एक माना जाता है। NTPC का यह प्रोजेक्ट 1.6 गीगावॉट की विशाल क्षमता वाला है और यह भारत को ऊर्जा आत्मनिर्भर बनाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण पहल है। इस प्रोजेक्ट के तहत लाखों घरों को सस्ती और स्वच्छ ऊर्जा उपलब्ध कराई जाएगी।

Kosol Energie जैसे घरेलू निर्माता की भागीदारी यह दर्शाती है कि भारत अब सोलर टेक्नोलॉजी के निर्माण और निष्पादन में आत्मनिर्भर बनने की ओर अग्रसर है। यह कदम ‘मेक इन इंडिया’ और ‘ग्रीन इंडिया’ जैसे अभियानों को बल देता है।

Also Readसोलर बैटरी में LiFePO4 vs Lead-Acid: कौन सी बैटरी ज्यादा चलती है और क्यों?

सोलर बैटरी में LiFePO4 vs Lead-Acid: कौन सी बैटरी ज्यादा चलती है और क्यों?

Author
Rohit Kumar
रोहित कुमार सोलर एनर्जी और रिन्यूएबल एनर्जी सेक्टर में अनुभवी कंटेंट राइटर हैं, जिन्हें इस क्षेत्र में 7 वर्षों का गहन अनुभव है। उन्होंने सोलर पैनल इंस्टॉलेशन, सौर ऊर्जा की अर्थव्यवस्था, सरकारी योजनाओं, और सौर ऊर्जा नवीनतम तकनीकी रुझानों पर शोधपूर्ण और सरल लेखन किया है। उनका उद्देश्य सोलर एनर्जी के प्रति जागरूकता बढ़ाना और पाठकों को ऊर्जा क्षेत्र के महत्वपूर्ण पहलुओं से परिचित कराना है। अपने लेखन कौशल और समर्पण के कारण, वे सोलर एनर्जी से जुड़े विषयों पर एक विश्वसनीय लेखक हैं।

Leave a Comment

हमारे Whatsaap ग्रुप से जुड़ें