Suzlon Energy में FIIs की बड़ी वापसी! सालभर बाद विदेशी निवेशकों ने लिया बड़ा फैसला

सालभर की भारी खरीदारी के बाद अब FIIs ने Suzlon Energy में अचानक की बिकवाली! क्या ये गिरावट निवेश का सुनहरा मौका है या खतरे की घंटी? जानिए DIIs की चाल, ब्रोकरेज का टारगेट और शेयर का भविष्य, इस खास रिपोर्ट में पढ़े बिना निवेश करने की गलती न करें!

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Written by Rohit Kumar

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Suzlon Energy में FIIs की बड़ी वापसी! सालभर बाद विदेशी निवेशकों ने लिया बड़ा फैसला
Suzlon Energy में FIIs की बड़ी वापसी! सालभर बाद विदेशी निवेशकों ने लिया बड़ा फैसला

Suzlon Energy Share को लेकर विदेशी निवेशकों यानी FIIs की गतिविधियां एक बार फिर सुर्खियों में हैं। पिछले एक साल से FIIs यानी Foreign Institutional Investors लगातार इस शेयर में हिस्सेदारी बढ़ा रहे थे, लेकिन दिसंबर 2024 के आंकड़ों में पहली बार हिस्सेदारी में गिरावट देखने को मिली है। यह गिरावट एक साल बाद आई है, जिससे निवेशक सोच में पड़ गए हैं कि क्या यह लंबे समय के निवेश के लिए संकेत है या केवल एक अस्थायी कदम।

FIIs ने घटाई हिस्सेदारी, DIIs की पकड़ मजबूत

एक्सचेंज पर जारी किए गए शेयरहोल्डिंग पैटर्न के अनुसार, दिसंबर 2023 में FIIs की हिस्सेदारी 17.83% थी, जो मार्च 2024 में बढ़कर 19.57%, जून में 21.53%, और सितंबर में 23.72% हो गई थी। लेकिन ताजा डेटा बताते हैं कि दिसंबर 2024 में यह घटकर 22.88% पर आ गई है।

इसके विपरीत, Domestic Institutional Investors यानी DIIs ने अपनी हिस्सेदारी में धीरे-धीरे इजाफा किया है। दिसंबर 2023 में DIIs की हिस्सेदारी 6.15% थी, जो मार्च 2024 में 6.3%, जून में 9.17%, और सितंबर में हल्की गिरावट के बाद दिसंबर 2024 में 9.31% पर पहुंच गई है। इससे स्पष्ट है कि घरेलू निवेशकों का इस शेयर में भरोसा लगातार बना हुआ है।

शेयर प्राइस का हाल: गिरावट के बावजूद लॉन्ग टर्म रिटर्न दमदार

Suzlon Energy Share की कीमतों में हाल ही में गिरावट देखने को मिली है। पिछले एक हफ्ते में शेयर करीब 9% टूटा है। तीन महीनों में 10% की गिरावट और जनवरी 2025 से 11 अप्रैल 2025 तक कुल 16% का नुकसान हुआ है। हालांकि अगर एक साल की बात करें तो अप्रैल 2024 से अप्रैल 2025 के बीच इसने 29% का दमदार रिटर्न दिया है। और अगर तीन साल की अवधि पर नजर डालें तो रिटर्न 300% से भी ज्यादा का रहा है।

ब्रोकरेज का नजरिया: खरीदारी का मौका या सतर्कता?

मार्च 2025 के अंत में आई Motilal Oswal की रिपोर्ट के मुताबिक, Suzlon Energy Share में निवेश की सलाह दी गई है और 70 रुपये का टारगेट प्राइस बताया गया है। यह रिपोर्ट उन निवेशकों के लिए राहत की खबर हो सकती है जो मौजूदा गिरावट से डरे हुए हैं। हालांकि, ध्यान देने वाली बात यह भी है कि यह रिपोर्ट पिछले महीने की है, इसलिए मौजूदा मार्केट सेंटिमेंट में थोड़ा बदलाव हो सकता है।

बिजनेस मॉडल: Suzlon की मजबूती का कारण

Suzlon Energy भारत और वैश्विक स्तर पर रिन्यूएबल एनर्जी-Renewable Energy सेक्टर की प्रमुख कंपनियों में शामिल है। भारत में कंपनी का इंस्टॉल्ड बेस 15GW है, जो देश की कुल विंड एनर्जी का 31% है। वैश्विक स्तर पर इसकी इंस्टॉल्ड क्षमता 20.9GW है।

कंपनी का बिजनेस मॉडल वर्टिकली इंटीग्रेटेड है यानी रिसर्च एंड डेवलपमेंट (R&D) से लेकर मैन्युफैक्चरिंग, सेल्स, प्रोजेक्ट एग्जीक्यूशन और ऑपरेशंस एंड मेंटेनेंस (O&M) तक सारे काम कंपनी खुद करती है। इसके अलावा Suzlon फाउंड्री और फोर्जिंग सेक्टर में भी सक्रिय है जिससे इसके रेवेन्यू सोर्स डाइवर्सिफाई हो गए हैं।

Also ReadPremier Energies Ltd: एनर्जी स्टॉक से मिलेगा तगड़ा फायदा, जानें कितना मिलेगा मुनाफा Premier Energies Ltd ने हाल ही में अपने IPO (Initial Public Offering) के जरिए बाजार में जोरदार एंट्री की है। Renewable Energy सेक्टर की इस कंपनी ने निवेशकों को जबरदस्त रिटर्न देकर सभी का ध्यान खींचा है। IPO से लेकर लिस्टिंग डे तक का प्रदर्शन, मौजूदा शेयर प्राइस, कंपनी की वित्तीय स्थिति और संभावित जोखिम—इन सभी पहलुओं पर नजर डालना निवेशकों के लिए बेहद जरूरी हो जाता है। IPO प्रदर्शन और लिस्टिंग डे की रैली Premier Energies Ltd का IPO मूल्य बैंड ₹427 से ₹450 प्रति शेयर निर्धारित किया गया था। लेकिन जब कंपनी के शेयरों की NSE और BSE पर लिस्टिंग हुई, तो कीमत ₹990 से ₹994.55 तक पहुंच गई। यानी लिस्टिंग के दिन निवेशकों को करीब 120% तक का फायदा हुआ। इससे यह साफ हो गया कि बाजार में इस IPO को लेकर जबरदस्त उत्साह था। इस उत्साह का संकेत IPO के ग्रे मार्केट प्रीमियम (GMP) से पहले ही मिल गया था। GMP लगभग ₹397 तक पहुंच गया था, जोकि इश्यू प्राइस पर 88% प्रीमियम को दर्शाता है। IPO को निवेशकों से जबरदस्त रिस्पॉन्स मिला। कुल मिलाकर इसे 75 गुना सब्सक्रिप्शन मिला, जिसमें QIB (Qualified Institutional Buyers) श्रेणी में 212.42 गुना, NII (Non-Institutional Investors) में 50.98 गुना और रिटेल निवेशकों में 7.44 गुना सब्सक्रिप्शन दर्ज किया गया। इससे यह स्पष्ट हो गया कि सभी वर्गों के निवेशक इस कंपनी में रुचि ले रहे हैं। मौजूदा शेयर मूल्य और विश्लेषण 17 अप्रैल 2025 को Premier Energies Ltd का शेयर प्राइस ₹948.15 पर ट्रेड कर रहा था। हालांकि, विश्लेषकों का औसत टारगेट प्राइस ₹925.25 है, जबकि कुछ विश्लेषकों ने इसे ₹1,228 तक भी प्रोजेक्ट किया है। लेकिन एक अहम बात यह है कि JP Morgan ने हाल ही में कंपनी का टारगेट प्राइस ₹1,170 से घटाकर ₹940 कर दिया है। यह इस ओर संकेत करता है कि विश्लेषक कंपनी के मूल्यांकन को लेकर थोड़े सतर्क हैं। वर्तमान में कंपनी का P/E (Price-to-Earnings) अनुपात 52.7 है, जोकि एक हाई वैल्यूएशन को दर्शाता है। वहीं, EPS (Earnings per Share) ₹16.3 है। वित्तीय प्रदर्शन: मुनाफे में जबरदस्त छलांग Premier Energies Ltd ने FY24 में ₹3,171.31 करोड़ का राजस्व अर्जित किया, जो कि इस क्षेत्र की एक मझोली कंपनी के लिए काफी मजबूत आंकड़ा है। इस अवधि में कंपनी का शुद्ध लाभ ₹231.36 करोड़ रहा, जबकि FY23 में यह आंकड़ा मात्र ₹13.83 करोड़ था। यानी कंपनी ने साल भर में लगभग 1,572% का PAT (Profit After Tax) ग्रोथ दर्ज किया है, जो कि बेहद सराहनीय है। कंपनी की ROE (Return on Equity) 43.73% और ROCE (Return on Capital Employed) 25.65% है। ये आंकड़े यह दिखाते हैं कि कंपनी ने पूंजी का प्रभावी उपयोग करते हुए उच्च लाभप्रदता अर्जित की है। जोखिम और चुनौतियां हालांकि कंपनी का प्रदर्शन शानदार रहा है, लेकिन इसमें कुछ अहम जोखिम भी शामिल हैं जिनका निवेशकों को ध्यान रखना चाहिए। कंपनी की आय का बड़ा हिस्सा कुछ चुनिंदा ग्राहकों से आता है। इस ग्राहक निर्भरता से अगर भविष्य में कोई ग्राहक हटता है या डील में बदलाव होता है, तो कंपनी की कमाई पर प्रभाव पड़ सकता है। इसके अलावा, Premier Energies Ltd अपने कई उपकरण चीन से आयात करती है। इस कारण वैश्विक सप्लाई चेन में किसी भी प्रकार के व्यवधान का असर इसके उत्पादन पर पड़ सकता है। सबसे अहम जोखिम कंपनी का वर्तमान मूल्यांकन है। 52.7 का P/E अनुपात यह दर्शाता है कि निवेशक पहले ही भविष्य की उच्च कमाई को दाम में शामिल कर चुके हैं। ऐसे में यदि कंपनी भविष्य की उम्मीदों पर खरी नहीं उतरी, तो स्टॉक में करेक्शन की संभावना से इनकार नहीं किया जा सकता। दीर्घकालिक नजरिए से निवेश Renewable Energy सेक्टर में Premier Energies Ltd की स्थिति मजबूत होती जा रही है। IPO में जबरदस्त रेस्पॉन्स, लिस्टिंग डे पर शानदार मुनाफा और वित्तीय आंकड़ों में भारी वृद्धि इसे एक आकर्षक निवेश विकल्प बनाती है। हालांकि, हाई वैल्यूएशन और कुछ रणनीतिक जोखिमों के चलते अल्पकालिक निवेशकों को सतर्क रहना चाहिए। लेकिन अगर आप लंबी अवधि के निवेशक हैं और Renewable Energy सेक्टर की संभावनाओं में विश्वास रखते हैं, तो Premier Energies Ltd आपके पोर्टफोलियो में शामिल करने योग्य स्टॉक हो सकता है।

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इंडस्ट्री आउटलुक: अपार संभावनाएं और सरकारी समर्थन

भारत में अभी भी विंड एनर्जी पेनिट्रेशन काफी कम है। जहां भारत में यह आंकड़ा सिर्फ 10.4% है, वहीं UK में यह 30% तक पहुंच चुका है। भारत सरकार का लक्ष्य है कि 2030 तक 100GW की विंड एनर्जी क्षमता विकसित की जाए।

इसके लिए कई नीतियों का सहारा लिया जा रहा है जैसे कि ISTS चार्ज माफी, VGF स्कीम, ग्रीन ओपन एक्सेस और Renewable Purchase Obligation (RPO)। इन सभी उपायों से Suzlon जैसी कंपनियों को सीधा लाभ मिल रहा है।

ग्रोथ आउटलुक: रिकॉर्ड ऑर्डर बुक और तगड़ा CAGR

Suzlon की ऑर्डर बुक फरवरी 2025 तक रिकॉर्ड 5.7GW तक पहुंच चुकी है। कंपनी का अनुमान है कि वित्त वर्ष 2024 से 2027 तक रेवेन्यू, EBITDA और PAT में क्रमशः 51%, 52% और 63% की CAGR दर से ग्रोथ होगी। इसके अलावा EBITDA मार्जिन 14-16% के बीच रहने की संभावना है। Tax Shield के चलते कंपनी को FY27 तक किसी बड़े टैक्स भुगतान का सामना नहीं करना पड़ेगा।

फाइनेंशियल्स और अधिग्रहण से मजबूत स्थिति

कंपनी ने FY22 में Net Debt to EBITDA रेश्यो को 6.6x से घटाकर FY24 में नेट कैश पोजीशन तक पहुंचा दिया है। Suzlon Global Services (SGSL) के साथ मर्जर और Renom Energy Services (जिसमें 76% स्टेक है) का अधिग्रहण कंपनी की O&M क्षमताओं को मल्टी-ब्रांड स्तर पर मजबूत बनाता है।

रिस्क फैक्टर: प्रतिस्पर्धा और पॉलिसी चैलेंज

जहां एक ओर ग्रोथ की संभावनाएं हैं, वहीं दूसरी ओर चुनौतियां भी हैं। चीनी और यूरोपीय कंपनियों से बढ़ती प्रतिस्पर्धा, कीमतों में दबाव, मार्जिन में गिरावट और सरकारी नीतियों में बदलाव जैसे ISTS माफी का खत्म होना कंपनी के लिए जोखिम भरे पहलू हैं। इसके अलावा तकनीकी बदलावों से प्रोडक्ट्स की लागत में बढ़ोतरी भी निवेशकों को चिंतित कर सकती है।

वैल्यूएशन और आगे की रणनीति

Suzlon का Target P/E multiple 34x (FY26E EPS) पर आधारित है और कंपनी का PEG रेश्यो 0.6x है, जो इसे बाकी घरेलू कैपिटल गुड्स कंपनियों की तुलना में सस्ता बनाता है। इसका मतलब यह है कि निवेशकों को लंबी अवधि में यह शेयर बेहतर रिटर्न दे सकता है, बशर्ते कि इंडस्ट्री और पॉलिसी रिस्क मैनेज हो सकें।

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Rohit Kumar
रोहित कुमार सोलर एनर्जी और रिन्यूएबल एनर्जी सेक्टर में अनुभवी कंटेंट राइटर हैं, जिन्हें इस क्षेत्र में 7 वर्षों का गहन अनुभव है। उन्होंने सोलर पैनल इंस्टॉलेशन, सौर ऊर्जा की अर्थव्यवस्था, सरकारी योजनाओं, और सौर ऊर्जा नवीनतम तकनीकी रुझानों पर शोधपूर्ण और सरल लेखन किया है। उनका उद्देश्य सोलर एनर्जी के प्रति जागरूकता बढ़ाना और पाठकों को ऊर्जा क्षेत्र के महत्वपूर्ण पहलुओं से परिचित कराना है। अपने लेखन कौशल और समर्पण के कारण, वे सोलर एनर्जी से जुड़े विषयों पर एक विश्वसनीय लेखक हैं।

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