
घरेलू उपयोग के लिए 2kW सोलर सिस्टम एक अत्यंत उपयुक्त विकल्प के रूप में सामने आ रहा है, विशेषकर उन परिवारों के लिए जिनका दैनिक बिजली खपत लगभग 8–10 यूनिट (kWh) तक है। यह सिस्टम लाइट्स, पंखे, टीवी, फ्रिज जैसे सामान्य उपकरणों के लिए पर्याप्त बिजली प्रदान कर सकता है। वर्तमान में देश में Renewable Energy को लेकर तेजी से जागरूकता बढ़ रही है, और सरकार भी इसे अपनाने के लिए विभिन्न योजनाएं और सब्सिडी प्रदान कर रही है। ऐसे में यह जानना जरूरी है कि 2kW सोलर सिस्टम के प्रकार, लागत और फायदे क्या हैं।
ऑन-ग्रिड सोलर सिस्टम: नियमित बिजली आपूर्ति वाले क्षेत्रों के लिए बेहतर विकल्प
अगर आपके क्षेत्र में बिजली की सप्लाई नियमित है, तो ऑन-ग्रिड सोलर सिस्टम आपके लिए एक किफायती और प्रभावशाली विकल्प बन सकता है। यह सिस्टम सीधे बिजली ग्रिड से जुड़ा होता है। जब आपके सोलर पैनल निर्धारित आवश्यकता से अधिक बिजली उत्पन्न करते हैं, तो अतिरिक्त बिजली ग्रिड को भेज दी जाती है। इसके बदले में आपको बिजली बिल में क्रेडिट मिलता है, जिसे नेट मीटरिंग कहा जाता है।
इस सिस्टम की सबसे बड़ी खासियत यह है कि इसमें बैटरी की जरूरत नहीं होती, जिससे इसकी स्थापना लागत कम होती है। ऑन-ग्रिड सिस्टम की कार्यक्षमता उन इलाकों में बेहतर होती है जहाँ बिजली की सप्लाई स्थिर और नियमित रहती है।
ऑफ-ग्रिड सोलर सिस्टम: बिजली कटौती वाले इलाकों के लिए आदर्श समाधान
अगर आप ऐसे क्षेत्र में रहते हैं जहाँ बिजली की आपूर्ति अनियमित है या बार-बार कटौती होती है, तो ऑफ-ग्रिड सोलर सिस्टम एक उत्तम विकल्प साबित हो सकता है। यह सिस्टम बैटरी के साथ आता है जिसमें दिन के समय उत्पन्न हुई बिजली को स्टोर किया जाता है और जरूरत के अनुसार इसका उपयोग किया जा सकता है।
ऑफ-ग्रिड सिस्टम बिजली की पूर्ण स्वतंत्रता देता है, लेकिन इसमें बैटरियों की वजह से लागत अधिक होती है और समय-समय पर बैटरी बदलने की आवश्यकता भी हो सकती है। इसके बावजूद, यह सिस्टम दूर-दराज के इलाकों या पहाड़ी क्षेत्रों में बेहद उपयोगी सिद्ध हुआ है।
2025 में 2kW सोलर सिस्टम की लागत और सरकारी सब्सिडी
वर्तमान समय में, सरकार सौर ऊर्जा को बढ़ावा देने के लिए आकर्षक सब्सिडी योजनाएं प्रदान कर रही है। वर्ष 2025 के अनुसार, एक ऑन-ग्रिड सोलर सिस्टम की लागत ₹1.2 लाख से ₹1.4 लाख के बीच है, जबकि ऑफ-ग्रिड सोलर सिस्टम ₹1.8 लाख से ₹2 लाख तक में उपलब्ध है।
प्रधानमंत्री सूर्य घर मुफ्त बिजली योजना (PM Surya Ghar Yojana) के तहत 2kW तक के सिस्टम पर ₹30,000 प्रति kW की सब्सिडी दी जाती है, यानी कुल ₹60,000 की केंद्रीय सब्सिडी। उत्तर प्रदेश जैसे राज्यों में राज्य सरकार द्वारा अतिरिक्त ₹15,000 प्रति kW की सब्सिडी दी जाती है, जिससे कुल सब्सिडी ₹90,000 तक हो सकती है।
इस सब्सिडी के बाद अनुमानित लागत में बड़ी गिरावट देखने को मिलती है: ऑन-ग्रिड सिस्टम की लागत घटकर ₹60,000 से ₹80,000 रह जाती है, जबकि ऑफ-ग्रिड सिस्टम ₹1 लाख से ₹1.2 लाख में आ सकता है।
सोलर सिस्टम के लिए छत की आवश्यकताएं और स्थान का महत्व
2kW सोलर सिस्टम को स्थापित करने के लिए करीब 160 से 200 वर्ग फीट की खुली और धूपदार छत की आवश्यकता होती है। छत ऐसी होनी चाहिए जहाँ दिनभर सीधी धूप आए, ताकि सोलर पैनल अधिकतम बिजली उत्पन्न कर सकें। यदि छत पर छाया पड़ती है या जगह सीमित है, तो सोलर सिस्टम की क्षमता प्रभावित हो सकती है।
क्या आपके लिए 2kW सोलर सिस्टम सही रहेगा?
यह तय करने के लिए कि 2kW सोलर सिस्टम आपके लिए उपयुक्त है या नहीं, पहले यह समझना जरूरी है कि आपकी दैनिक बिजली खपत कितनी है और आपके क्षेत्र में बिजली की आपूर्ति कितनी नियमित है। यदि आप शहरी क्षेत्र में रहते हैं जहाँ बिजली कटौती कम होती है, तो ऑन-ग्रिड सिस्टम आपके लिए आदर्श है — यह सस्ता, टिकाऊ और मेंटेनेंस-फ्री विकल्प है।
वहीं, यदि आप ग्रामीण या दूरस्थ क्षेत्र में रहते हैं, जहाँ बिजली की आपूर्ति सीमित या अस्थिर है, तो ऑफ-ग्रिड सिस्टम एकमात्र समाधान हो सकता है — यद्यपि इसकी शुरुआती लागत अधिक है।
कहां और कैसे करें आवेदन?
यदि आप 2kW सोलर सिस्टम लगवाने की योजना बना रहे हैं, तो आप PM Surya Ghar Yojana की आधिकारिक वेबसाइट पर जाकर आवेदन कर सकते हैं। यहां आपको पात्रता, आवश्यक दस्तावेज और प्रक्रिया से जुड़ी संपूर्ण जानकारी मिलेगी।
सरकार की इस योजना का लाभ उठाकर आप न सिर्फ अपने बिजली बिल में भारी कटौती कर सकते हैं, बल्कि रिन्यूएबल एनर्जी के जरिए पर्यावरण की रक्षा में भी योगदान दे सकते हैं।