हर साल 15,000 की बचत सिर्फ एक पैनल से – कोई नहीं बताता ये बातें

PM Suryaghar Yojana में मिल रही है ₹1.23 लाख तक की सब्सिडी, 300 यूनिट तक मुफ्त बिजली और अतिरिक्त कमाई का सुनहरा मौका जानिए पूरी डिटेल्स अभी!

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Written by Rohit Kumar

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हर साल 15,000 की बचत सिर्फ एक पैनल से – कोई नहीं बताता ये बातें
हर साल 15,000 की बचत सिर्फ एक पैनल से – कोई नहीं बताता ये बातें

भारत सरकार की महत्वाकांक्षी योजना पीएम सूर्य घर योजना (PM Suryaghar Yojana) अब देश के लाखों नागरिकों के लिए ऊर्जा के क्षेत्र में आत्मनिर्भरता का माध्यम बन रही है। रिन्यूएबल एनर्जी (Renewable Energy) को प्रोत्साहित करने और घर-घर तक सोलर ऊर्जा पहुंचाने के उद्देश्य से शुरू की गई यह योजना न सिर्फ पर्यावरण के लिए फायदेमंद है बल्कि आम आदमी के मासिक खर्चों में भी बड़ी कटौती कर रही है। खास बात यह है कि मात्र एक 3 किलोवाट (kW) का सोलर पैनल सिस्टम लगाकर घर की छत से हर महीने औसतन 300 यूनिट बिजली का उत्पादन संभव हो रहा है, जिससे सालाना ₹15,000 तक की बचत की जा सकती है।

सोलर पैनल से घरों को मिल रही है मुफ्त बिजली और भारी बचत

सरकारी आंकड़ों की मानें तो यदि कोई उपभोक्ता अपने घर पर 3 kW का सोलर पैनल सिस्टम इंस्टॉल करता है, तो वह हर महीने करीब 300 यूनिट बिजली उत्पन्न कर सकता है। यह बिजली घरेलू उपयोग के लिए पर्याप्त होती है, जिससे उपभोक्ता के बिजली बिल में औसतन ₹1,800 से ₹1,875 तक की मासिक बचत हो जाती है। इसी तरह साल भर में यह बचत ₹15,000 के आसपास पहुँच जाती है।

अगर उपभोक्ता इस सिस्टम को ऋण के माध्यम से लगवाता है, तब भी EMI का भुगतान करने के बावजूद महीने में लगभग ₹1,265 की बचत संभव है। यानी सिस्टम खुद को चुकाने के साथ-साथ शुरुआत से ही फायदा देना शुरू कर देता है।

सरकार की सब्सिडी योजना ने घटाई सोलर सिस्टम की लागत

PM Suryaghar Yojana के अंतर्गत केंद्र सरकार 3 किलोवाट तक के घरेलू सोलर सिस्टम पर 40% तक की सब्सिडी प्रदान कर रही है। उदाहरण के लिए, 1 kW सिस्टम पर ₹30,000, 2 kW पर ₹60,000 और 3 kW सिस्टम पर ₹78,000 तक की सब्सिडी उपभोक्ता के बैंक खाते में सीधे ट्रांसफर की जाती है। इससे सोलर सिस्टम की आरंभिक लागत में भारी कमी आती है, जिससे यह आम आदमी के लिए किफायती विकल्प बन गया है।

उत्तर प्रदेश के नागरिकों को मिल रहा है डबल फायदा

उत्तर प्रदेश सरकार भी इस योजना को और अधिक असरदार बना रही है। राज्य सरकार 3 kW तक के सोलर पैनल सिस्टम पर प्रति किलोवाट ₹15,000 की अतिरिक्त सब्सिडी प्रदान कर रही है। यानी अगर कोई उपभोक्ता आगरा जैसे शहर में 3 kW सिस्टम लगवाता है, तो उसे केंद्र और राज्य दोनों से सब्सिडी मिलती है — कुल ₹1,23,000 तक की छूट। इससे सोलर सिस्टम की कीमत बहुत ही कम हो जाती है और इसकी लोकप्रियता तेजी से बढ़ रही है।

अतिरिक्त बिजली बेचकर कमाएं आय

पीएम सूर्य घर योजना का एक और अनूठा पहलू यह है कि इसके माध्यम से आप न केवल मुफ्त बिजली प्राप्त कर सकते हैं, बल्कि अतिरिक्त उत्पन्न बिजली को DISCOM को बेचकर आय का एक नया स्रोत भी बना सकते हैं। यानी सोलर सिस्टम अब एक आय अर्जन का माध्यम भी बनता जा रहा है।

इस सिस्टम की लागत 6 से 8 साल में पूरी तरह से वसूल हो जाती है, और उसके बाद यह लगभग 20 साल तक मुफ्त बिजली देता है। इस वजह से यह योजना न केवल बिजली बिल को खत्म करने में मदद करती है, बल्कि भविष्य में वित्तीय सुरक्षा भी प्रदान करती है।

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पर्यावरण के लिए वरदान है यह योजना

यह योजना केवल आर्थिक लाभों तक सीमित नहीं है। ग्रीन एनर्जी (Green Energy) को बढ़ावा देने के लिए यह एक ठोस कदम है। सोलर पैनल का उपयोग कार्बन उत्सर्जन को कम करता है, जिससे यह जलवायु परिवर्तन के खिलाफ लड़ाई में सहायक सिद्ध हो रहा है। यह पहल पर्यावरण संतुलन बनाए रखने और देश को ऊर्जा के क्षेत्र में आत्मनिर्भर बनाने की दिशा में भी अहम है।

आवेदन प्रक्रिया बेहद सरल, सब्सिडी की गारंटी

PM Suryaghar Yojana का लाभ उठाने के लिए इच्छुक व्यक्ति को केवल pmsuryaghar.gov.in वेबसाइट पर जाकर पंजीकरण करना होता है। वहां आपको अपने राज्य और बिजली वितरण कंपनी (DISCOM) का चयन करना होता है, और फिर ऑनलाइन फॉर्म भरकर जरूरी दस्तावेज अपलोड करने होते हैं। इसके बाद सरकार द्वारा मान्यता प्राप्त विक्रेता से सोलर पैनल इंस्टॉल करवाना होता है।

इंस्टॉलेशन के बाद सब्सिडी की राशि 30 दिनों के भीतर उपभोक्ता के बैंक खाते में ट्रांसफर कर दी जाती है। यह प्रक्रिया पूर्णतः पारदर्शी और डिजिटल है, जिससे उपभोक्ता को किसी प्रकार की असुविधा नहीं होती।

किसके लिए है यह योजना सबसे उपयुक्त?

यदि आपके घर का मासिक बिजली बिल ₹1,500 से ₹2,000 के बीच आता है, तो यह योजना आपके लिए आदर्श है। खासकर उन इलाकों में जहां बिजली कटौती की समस्या बनी रहती है — जैसे छोटे शहर, कस्बे और गांव — वहां यह सोलर सिस्टम एक स्थायी समाधान बन सकता है। यह न केवल ऊर्जा की निर्भरता को समाप्त करता है, बल्कि आपको आत्मनिर्भर भी बनाता है।

अंतिम विचार: हर घर के लिए जरूरी है यह योजना

PM Suryaghar Yojana आज हर उस परिवार के लिए जरूरी बन गई है जो बिजली बिल से राहत चाहता है, पर्यावरण को बचाना चाहता है और साथ ही अपनी आय के नए स्रोत ढूंढ रहा है। सरकार की ओर से दी जा रही भारी सब्सिडी और सरल प्रक्रिया इसे और भी आकर्षक बनाती है। आने वाले समय में यह योजना भारत को सोलर एनर्जी में वैश्विक लीडर बनाने में अहम भूमिका निभा सकती है।

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Rohit Kumar
रोहित कुमार सोलर एनर्जी और रिन्यूएबल एनर्जी सेक्टर में अनुभवी कंटेंट राइटर हैं, जिन्हें इस क्षेत्र में 7 वर्षों का गहन अनुभव है। उन्होंने सोलर पैनल इंस्टॉलेशन, सौर ऊर्जा की अर्थव्यवस्था, सरकारी योजनाओं, और सौर ऊर्जा नवीनतम तकनीकी रुझानों पर शोधपूर्ण और सरल लेखन किया है। उनका उद्देश्य सोलर एनर्जी के प्रति जागरूकता बढ़ाना और पाठकों को ऊर्जा क्षेत्र के महत्वपूर्ण पहलुओं से परिचित कराना है। अपने लेखन कौशल और समर्पण के कारण, वे सोलर एनर्जी से जुड़े विषयों पर एक विश्वसनीय लेखक हैं।

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