
प्रधानमंत्री सूर्य घर मुफ्त बिजली योजना (PM Surya Ghar Muft Bijli Yojana) को लेकर केंद्र सरकार ने हाल ही में एक अहम फैसला लिया है। Renewable Energy को बढ़ावा देने और आम नागरिकों को सस्ती तथा मुफ्त बिजली मुहैया कराने के उद्देश्य से चलाई जा रही इस योजना में अब सोलर रूफटॉप सब्सिडी केवल केंद्र सरकार की ओर से ही दी जाएगी। इससे पहले कुछ राज्य सरकारें भी अपने-अपने स्तर पर अतिरिक्त सब्सिडी देती थीं, लेकिन अब उत्तर प्रदेश जैसे कई राज्यों ने राज्यीय सब्सिडी को समाप्त कर दिया है।
केंद्र सरकार की ओर से नई सब्सिडी दरें घोषित
इस योजना के तहत केंद्र सरकार अब Rooftop Solar Installation के लिए नए सब्सिडी स्लैब लागू कर रही है। नागरिकों को 2 किलोवाट (kW) तक की सोलर क्षमता पर ₹30,000 प्रति किलोवाट की दर से सब्सिडी मिलेगी। यदि सोलर पैनल की क्षमता 3 किलोवाट तक है तो कुल ₹48,000 की सब्सिडी दी जाएगी। वहीं, 3 किलोवाट से अधिक की क्षमता वाले संयंत्रों पर ₹78,000 तक की एकमुश्त सब्सिडी प्रदान की जाएगी।
यह व्यवस्था देशभर में एक समान रूप से लागू होगी, जिससे पारदर्शिता बनी रहेगी और सब्सिडी की प्रक्रिया में किसी तरह की असमानता नहीं होगी।
राज्य सरकारें अब किनारे, नीति अब केवल केंद्र की
उत्तर प्रदेश, बिहार, हरियाणा जैसे कई राज्य सरकारें अब अपने स्तर पर कोई अतिरिक्त राज्यीय सब्सिडी नहीं दे रही हैं। हालांकि, कुछ राज्य जैसे गुजरात, महाराष्ट्र, और केरल में अभी भी स्थानीय सब्सिडी की व्यवस्था लागू है, लेकिन यह पूरी तरह से राज्य की नीति पर निर्भर करता है।
इस बदलाव के चलते अब योजना की समूची जिम्मेदारी केंद्र सरकार के कंधों पर आ गई है, जिससे योजना की संचालन प्रणाली अधिक केंद्रित और एकरूप हो गई है।
आवेदन प्रक्रिया हुई डिजिटल, पोर्टल से पारदर्शिता
प्रधानमंत्री सूर्य घर मुफ्त बिजली योजना के अंतर्गत आवेदन प्रक्रिया को पूरी तरह से ऑनलाइन कर दिया गया है। सभी लाभार्थियों को pmsuryaghar.gov.in पोर्टल के माध्यम से आवेदन करना अनिवार्य है। इस पोर्टल के जरिए ही आवेदन से लेकर अनुमोदन, इंस्टॉलेशन, नेट मीटरिंग और सब्सिडी भुगतान की सभी प्रक्रियाएं पूरी की जाएंगी।
डिजिटल माध्यम से आवेदन प्रक्रिया न केवल पारदर्शी बनी है, बल्कि इससे भ्रष्टाचार की संभावनाएं भी कम हुई हैं। साथ ही, इसका लाभ ग्रामीण और शहरी दोनों इलाकों में समान रूप से पहुंचाया जा सकता है।
योजना के प्रमुख लाभ: हर महीने 300 यूनिट मुफ्त बिजली
इस योजना का सबसे बड़ा लाभ यह है कि लाभार्थियों को हर महीने 300 यूनिट तक की मुफ्त बिजली प्राप्त होगी। इससे ना केवल बिजली बिलों में भारी राहत मिलेगी, बल्कि भारत के ऊर्जा आयात पर निर्भरता भी कम होगी।
इसके साथ ही, सोलर पैनल इंस्टॉलेशन की कुल लागत में लगभग 30% से 50% तक की कमी आ जाती है। इस सब्सिडी से आम नागरिकों को सोलर एनर्जी अपनाने के लिए प्रोत्साहन मिल रहा है, जिससे देशभर में Renewable Energy के क्षेत्र में क्रांतिकारी बदलाव देखा जा रहा है।
सीधे बैंक खाते में ट्रांसफर होगी सब्सिडी
सबसे सराहनीय बात यह है कि सब्सिडी की राशि सीधे लाभार्थी के बैंक खाते में ट्रांसफर की जाती है। इससे बिचौलियों की भूमिका समाप्त हो गई है और सरकारी सहायता सीधे उस व्यक्ति तक पहुंच रही है जो वास्तव में इसका पात्र है।
इस डिजिटल व्यवस्था से योजना में पारदर्शिता और गति दोनों बढ़ी है, जिससे नागरिकों को त्वरित लाभ मिल पा रहा है।
उत्तर प्रदेश में योजना की स्थिति
उत्तर प्रदेश जैसे बड़े राज्य में अब केवल केंद्र सरकार की सब्सिडी उपलब्ध है। राज्य सरकार द्वारा दी जा रही अतिरिक्त सब्सिडी को बंद कर दिया गया है, जिससे आवेदकों को अब केवल केंद्र की ओर से मिलने वाली सहायता पर निर्भर रहना पड़ेगा।
हालांकि, यह व्यवस्था एकरूपता लाने और नीति क्रियान्वयन को सरल बनाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम माना जा रहा है।
आवेदन कैसे करें
यदि आप उत्तर प्रदेश या भारत के किसी भी राज्य में रहते हैं और इस योजना का लाभ उठाना चाहते हैं, तो सबसे पहले pmsuryaghar.gov.in पर जाएं। वहां अपने राज्य और DISCOM (बिजली वितरण कंपनी) का चयन करें और आवश्यक जानकारी भरें।
एक बार आवेदन स्वीकृत हो जाने के बाद सोलर पैनल इंस्टॉल कराएं, फिर नेट मीटरिंग के लिए आवेदन करें। कमिशनिंग प्रमाणपत्र प्राप्त होने के बाद अपना बैंक विवरण दर्ज करें और सब्सिडी की राशि आपके खाते में ट्रांसफर हो जाएगी।
भारत के लिए ऊर्जा स्वतंत्रता की ओर एक और कदम
प्रधानमंत्री सूर्य घर मुफ्त बिजली योजना के तहत केंद्र सरकार की ओर से की गई यह पहल भारत को ऊर्जा के क्षेत्र में आत्मनिर्भर बनाने की दिशा में एक अहम प्रयास है। इससे न केवल आम लोगों को राहत मिलेगी, बल्कि पर्यावरण संरक्षण और ऊर्जा बचत जैसे लक्ष्यों को भी बढ़ावा मिलेगा।