क्या सोलर पैनल्स के साथ आप भी बिजली का बिल पूरी तरह खत्म कर सकते हैं? जानें, यह कैसे संभव है!

क्या आप भी हर महीने बढ़ते बिजली बिल से परेशान हैं? अब मौका है आज़ादी का! PM Surya Ghar Yojana के तहत लगवाइए सोलर सिस्टम, पाइए ₹78,000 तक की सब्सिडी और हर महीने 300 यूनिट मुफ्त बिजली। सालाना ₹15,000 की बचत और बिजली कंपनियों से हमेशा के लिए छुटकारा जानिए कैसे!

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Written by Rohit Kumar

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क्या सोलर पैनल्स के साथ आप भी बिजली का बिल पूरी तरह खत्म कर सकते हैं? जानें, यह कैसे संभव है!
क्या सोलर पैनल्स के साथ आप भी बिजली का बिल पूरी तरह खत्म कर सकते हैं? जानें, यह कैसे संभव है!

देश में लगातार बढ़ती बिजली की कीमतों और रिन्यूएबल एनर्जी-Renewable Energy के प्रति बढ़ते झुकाव ने सोलर सिस्टम-Solar System को लेकर आम लोगों की दिलचस्पी को बढ़ा दिया है। खासकर केंद्र सरकार की प्रधानमंत्री सूर्य घर योजना-PM Surya Ghar Yojana के बाद यह सवाल और ज़्यादा चर्चा में है कि क्या सोलर सिस्टम लगाकर बिजली का बिल पूरी तरह Zero किया जा सकता है? इस रिपोर्ट में हम इसी सवाल का विश्लेषण करेंगे और बताएंगे कि किन शर्तों और परिस्थितियों में आप अपने बिजली के खर्च से छुटकारा पा सकते हैं।

सोलर पैनल्स से कितनी बिजली मिलती है और कितनी होती है बचत?

सोलर पैनल्स से उत्पन्न बिजली सीधे तौर पर आपके घर की बिजली खपत को पूरा करती है। यदि आपने अपनी मासिक खपत के अनुसार पर्याप्त क्षमता वाला सिस्टम लगवाया है और मौसम भी अनुकूल है, तो 80% से लेकर 100% तक की बिजली की बचत की जा सकती है। गर्मी और धूप वाले इलाकों में यह आंकड़ा 100% तक भी पहुंच सकता है, जिससे आपका बिजली बिल लगभग शून्य हो सकता है।

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हालांकि, ध्यान देने वाली बात यह है कि मीटर चार्ज, लाइन मेंटेनेंस फीस और अन्य नियामकीय शुल्क जैसे कुछ फिक्स्ड चार्ज हर महीने लगते रहते हैं। इस कारण पूरी तरह Zero तो नहीं, लेकिन बिजली बिल “लगभग Zero” जरूर किया जा सकता है।

PM Surya Ghar Yojana से कितना फायदा?

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा शुरू की गई पीएम सूर्य घर योजना का मकसद देश भर के घरों में सोलर एनर्जी-Solar Energy को बढ़ावा देना है। इस योजना के तहत न सिर्फ सोलर सिस्टम पर भारी सब्सिडी दी जा रही है, बल्कि हर महीने 300 यूनिट तक मुफ्त बिजली देने का भी प्रावधान है।

योजना के अनुसार, 1 किलोवाट के सिस्टम पर ₹30,000, 2 किलोवाट पर ₹60,000 और 3 किलोवाट या उससे अधिक के सिस्टम पर ₹78,000 तक की सब्सिडी सरकार द्वारा दी जाती है। इस योजना के तहत आवेदन pmsuryaghar.gov.in पर जाकर किया जा सकता है।

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सबसे बड़ी बात यह है कि अगर आपके सोलर सिस्टम से उत्पन्न बिजली आपकी जरूरत से ज्यादा है, तो आप इसे DISCOM (बिजली वितरण कंपनी) को बेचकर अतिरिक्त आय भी अर्जित कर सकते हैं।

कौन-सा सोलर सिस्टम है आपके लिए बेहतर?

सोलर सिस्टम मुख्य रूप से दो प्रकार के होते हैं—ऑन-ग्रिड और ऑफ-ग्रिड। ऑन-ग्रिड सिस्टम को बिजली ग्रिड से जोड़ा जाता है और यह अतिरिक्त बिजली को सीधे ग्रिड में भेज सकता है। इसमें बैटरी की आवश्यकता नहीं होती, इसलिए इसकी लागत कम होती है और रख-रखाव भी आसान होता है। यह शहरी इलाकों के लिए अधिक उपयुक्त होता है जहां बिजली की उपलब्धता नियमित रहती है।

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दूसरी ओर, ऑफ-ग्रिड सिस्टम उन इलाकों के लिए उपयुक्त होता है जहां बिजली की आपूर्ति अनियमित है। इसमें बैटरी स्टोरेज होता है, जिससे यह ग्रिड से स्वतंत्र रूप से काम करता है। हालांकि, इसकी लागत ज्यादा होती है और बैटरी के रखरखाव में समय-समय पर खर्च भी आता है।

कितनी यूनिट खपत पर कितने किलोवाट का सिस्टम?

यदि आपकी मासिक बिजली खपत लगभग 300 यूनिट है, तो 3 किलोवाट का ऑन-ग्रिड सोलर सिस्टम आपके लिए उपयुक्त रहेगा। एक औसतन 5 किलोवाट के ऑन-ग्रिड सिस्टम की लागत ₹2.5 लाख से ₹3 लाख तक होती है। लेकिन सरकार की सब्सिडी के बाद यह लागत काफी कम हो जाती है। इसके साथ ही, हर महीने 300 यूनिट तक मुफ्त बिजली का लाभ भी आपको मिलता है।

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यदि आपके इलाके में धूप अच्छी आती है और आप इलेक्ट्रिक उपकरण जैसे एसी, फ्रीज, वॉशिंग मशीन का उपयोग करते हैं, तो 3 किलोवाट से 5 किलोवाट तक का सोलर सिस्टम लगाना फायदे का सौदा हो सकता है।

सोलर सिस्टम के पर्यावरणीय और दीर्घकालिक फायदे

सोलर एनर्जी का सबसे बड़ा लाभ यह है कि यह पूरी तरह स्वच्छ और प्रदूषण रहित होती है। इससे कार्बन उत्सर्जन में कमी आती है और पर्यावरण संरक्षण में योगदान होता है। इसके अलावा, सोलर सिस्टम लगवाने से आपके घर की मार्केट वैल्यू भी बढ़ती है। यह निवेश दीर्घकालिक रूप से आर्थिक लाभ और पर्यावरणीय सुरक्षा दोनों प्रदान करता है।

साथ ही, यह सिस्टम कम मेंटेनेंस की मांग करता है और एक बार इंस्टॉल करने के बाद लगभग 20 से 25 वर्षों तक काम करता है। यानि एक बार की लागत से आप दशकों तक मुफ्त या बेहद कम दर पर बिजली प्राप्त कर सकते हैं।

Zero बिल संभव है, बस सही योजना बनानी होगी

अगर आप अपने घर की बिजली खपत को ध्यान में रखकर उपयुक्त क्षमता वाला सोलर सिस्टम चुनते हैं और पीएम सूर्य घर योजना का पूरा लाभ उठाते हैं, तो निश्चित रूप से आप अपने बिजली बिल को Zero के करीब ला सकते हैं। कुछ फिक्स्ड चार्जेस को छोड़ दिया जाए, तो यह सिस्टम आम आदमी के लिए बिजली खर्च से आज़ादी की दिशा में एक बड़ा कदम साबित हो सकता है।

सरकार की ओर से मिल रही सब्सिडी, मुफ्त बिजली और अतिरिक्त आय के अवसर इसे और अधिक आकर्षक बनाते हैं। ऐसे समय में जब बिजली दरें लगातार बढ़ रही हैं, सोलर एनर्जी की ओर कदम बढ़ाना एक समझदारी भरा फैसला हो सकता है।

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Rohit Kumar
रोहित कुमार सोलर एनर्जी और रिन्यूएबल एनर्जी सेक्टर में अनुभवी कंटेंट राइटर हैं, जिन्हें इस क्षेत्र में 7 वर्षों का गहन अनुभव है। उन्होंने सोलर पैनल इंस्टॉलेशन, सौर ऊर्जा की अर्थव्यवस्था, सरकारी योजनाओं, और सौर ऊर्जा नवीनतम तकनीकी रुझानों पर शोधपूर्ण और सरल लेखन किया है। उनका उद्देश्य सोलर एनर्जी के प्रति जागरूकता बढ़ाना और पाठकों को ऊर्जा क्षेत्र के महत्वपूर्ण पहलुओं से परिचित कराना है। अपने लेखन कौशल और समर्पण के कारण, वे सोलर एनर्जी से जुड़े विषयों पर एक विश्वसनीय लेखक हैं।

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