
Suzlon Energy के शेयर पिछले चार महीनों से ₹60 के अहम स्तर के नीचे फंसे हुए हैं। Renewable Energy सेक्टर की इस प्रमुख कंपनी के शेयरों में निवेशक और ट्रेडर्स लगातार यह सवाल उठा रहे हैं कि क्या अब ब्रेकआउट की घड़ी आ चुकी है। 2 मई 2025 को शेयर ₹56.25 पर बंद हुआ, जो पिछले सप्ताह की तुलना में 6.7% की गिरावट को दर्शाता है। इस गिरावट ने शेयर को एक बार फिर ₹60 के मनोवैज्ञानिक अवरोध से नीचे ला दिया है। पिछले चार महीनों में यह स्तर कई बार रेजिस्टेंस के रूप में काम कर चुका है, जिससे निवेशकों की धड़कनें तेज हो गई हैं।
वोलैटिलिटी के बीच बना है टेक्निकल दबाव
Suzlon Energy का 52-सप्ताह का उच्चतम स्तर ₹86.04 और न्यूनतम ₹37.90 रहा है, जो बताता है कि शेयर में काफी उतार-चढ़ाव रहा है। यह वोलैटिलिटी शॉर्ट टर्म ट्रेडर्स के लिए एक अवसर रही है, लेकिन लॉन्ग टर्म निवेशकों के लिए सतर्कता जरूरी हो गई है।
तकनीकी संकेतक फिलहाल कमजोर स्थिति दिखा रहे हैं। RSI यानी Relative Strength Index 38.18 पर है, जो शेयर को ओवरसोल्ड जोन के करीब दिखाता है। यह संकेत देता है कि शेयर में कुछ रिकवरी की संभावना हो सकती है, लेकिन अभी बाजार दबाव में है। वहीं MACD -0.6 पर चल रहा है, जो एक स्पष्ट बिकवाली का संकेत है। इसके साथ ही ADX 48.58 पर है, जो इस समय एक मजबूत ट्रेंड की मौजूदगी को दिखाता है — लेकिन वह ट्रेंड नीचे की ओर है, यानी डाउंसाइड रिस्क अभी बरकरार है।
मूविंग एवरेज संकेत दे रहे हैं सतर्कता का
शेयर के सभी प्रमुख मूविंग एवरेज — 5-दिन, 20-दिन, 50-दिन, 100-दिन और 200-दिन — वर्तमान में “Sell” सिग्नल दे रहे हैं। इसका सीधा मतलब यह है कि अभी बाजार का ट्रेंड नकारात्मक बना हुआ है और निवेशकों को तेजी की किसी भी रणनीति में सतर्कता बरतनी चाहिए। जब तक इन मूविंग एवरेज से ऊपर क्लोजिंग नहीं मिलती, तब तक ब्रेकआउट की पुष्टि नहीं मानी जाएगी।
₹62: तकनीकी ब्रेकआउट का गेमचेंजर स्तर
विश्लेषकों की राय में ₹62 का स्तर Suzlon Energy के लिए एक निर्णायक मोड़ साबित हो सकता है। यदि शेयर ₹62 के ऊपर मजबूत क्लोजिंग देता है, तो यह टेक्निकल ब्रेकआउट का स्पष्ट संकेत होगा। इस स्थिति में शेयर ₹75 से ₹78 तक की तेजी दिखा सकता है, जिससे शॉर्ट टर्म ट्रेडर्स को बेहतर रिटर्न मिलने की संभावना बन सकती है।
फिलहाल ₹61.50 एक मजबूत रेजिस्टेंस बना हुआ है, जहां हाल में मुनाफावसूली देखने को मिली है। दूसरी ओर, ₹54 का स्तर सपोर्ट के रूप में काम कर रहा है। यदि शेयर ₹54 के नीचे फिसलता है, तो ₹51 तक गिरावट संभव है। इसलिए ट्रेडर्स के लिए ₹54 और ₹62 के स्तर बेहद महत्वपूर्ण बन चुके हैं।
“Falling Wedge” पैटर्न से मिला ब्रेकआउट, लेकिन पुष्टि बाकी
हाल ही में Suzlon Energy के शेयर ने “Falling Wedge” पैटर्न से बाहर निकलने की कोशिश की है। यह पैटर्न आमतौर पर एक Bullish संकेत माना जाता है, जो भविष्य में तेजी की संभावना को दर्शाता है। हालांकि, इस पैटर्न का पूर्ण ब्रेकआउट तब तक मान्य नहीं होगा जब तक कि शेयर ₹62 के ऊपर क्लोजिंग न दे। यही कारण है कि बाजार भागीदारों के बीच अभी भी असमंजस की स्थिति बनी हुई है।
एक्सपर्ट्स की सलाह: इन स्तरों पर बन सकती है खरीदारी की रणनीति
शॉर्ट टर्म निवेशकों और ट्रेडर्स के लिए विशेषज्ञों की राय है कि ₹55 से ₹58 के बीच शेयर में सीमित जोखिम के साथ खरीदारी की जा सकती है, बशर्ते कि स्टॉप-लॉस ₹54 पर सख्ती से लागू किया जाए। इस दायरे में ट्रेडिंग करने से संभावित लाभ उठाया जा सकता है, खासकर अगर ब्रेकआउट की पुष्टि मिलती है।
मध्यम अवधि के दृष्टिकोण से, ₹62 के ऊपर क्लोजिंग मिलने की स्थिति में शेयर ₹68 से ₹70 तक का लक्ष्य हासिल कर सकता है। यह रेंज निवेशकों के लिए आकर्षक हो सकती है, लेकिन तभी जब ट्रेंड कंफर्म हो जाए।
दीर्घकालिक निवेशकों के लिए स्थिति थोड़ी जटिल है। पिछले तीन वर्षों में Suzlon ने लगभग 462.5% का रिटर्न दिया है, जो एक असाधारण प्रदर्शन रहा है। हालांकि, विश्लेषकों का मानना है कि अगले 1 से 5 वर्षों में कंपनी की वृद्धि सीमित रह सकती है, खासकर यदि रिन्यूएबल एनर्जी सेक्टर या कंपनी के फंडामेंटल में कोई बड़ा परिवर्तन नहीं होता।
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धैर्य रखें, संकेतों का इंतजार करें
वर्तमान समय में Suzlon Energy ₹55–₹58 के दायरे में समेकन कर रहा है और बाजार ₹62 के स्तर पर नजरें टिकाए हुए है। यदि शेयर इस स्तर को पार करता है, तो तेजी की संभावनाएं खुल सकती हैं। लेकिन यदि ₹54 के नीचे क्लोजिंग मिलती है, तो यह संकेत होगा कि दबाव अभी जारी रहेगा।
इसलिए निवेशकों और ट्रेडर्स के लिए सबसे उपयुक्त रणनीति यह होगी कि वे “Wait and Watch” पॉलिसी अपनाएं। स्पष्ट ब्रेकआउट या ब्रेकडाउन से पहले किसी भी बड़े निर्णय से बचें और अपने स्टॉप-लॉस को सख्ती से फॉलो करें। बाजार में तेजी या मंदी, दोनों ही स्थितियों के लिए तैयार रहना ही इस समय की समझदारी है।