
रात होते ही सोलर बैटरी का अचानक डिस्चार्ज हो जाना आज के समय में कई उपभोक्ताओं की आम शिकायत बन चुका है। यह स्थिति तब और गंभीर हो जाती है जब घर की सारी ऊर्जा आपूर्ति इसी सोलर सिस्टम पर निर्भर हो। रिन्यूएबल एनर्जी-Renewable Energy के इस युग में जहां हर कोई सोलर सिस्टम को अपनाने की ओर बढ़ रहा है, वहीं यह समस्या न केवल तकनीकी असंतुलन का संकेत है बल्कि आर्थिक नुकसान का कारण भी बन सकती है।
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कम धूप और खराब चार्जिंग प्रोसेस है मुख्य दोषी
सोलर पैनलों की दक्षता पूरी तरह सूर्य की रोशनी पर निर्भर करती है। यदि पैनलों पर दिन भर सही मात्रा में धूप नहीं पड़ती, या उन पर धूल, पत्तियां या छाया बनी रहती है, तो सोलर बैटरी पूरी तरह चार्ज नहीं हो पाती। ऐसे में रात के समय जब ऊर्जा की आवश्यकता अधिक होती है, तब बैटरी जल्दी डिस्चार्ज हो जाती है। इसके अलावा, खराब चार्ज कंट्रोलर या ओवरलोडेड सिस्टम भी इस समस्या को और बढ़ा सकते हैं।
बैटरी की उम्र और गुणवत्ता भी तय करती है प्रदर्शन
जैसे-जैसे सोलर बैटरी पुरानी होती जाती है, उसकी क्षमता घटने लगती है। विशेषकर लेड-एसिड बैटरियों में चार से पांच वर्षों के भीतर क्षमता में गिरावट आना सामान्य बात है। इसके अतिरिक्त, यदि बैटरी का रखरखाव समय पर न किया जाए—जैसे वॉटर लेवल की जांच या टर्मिनल की सफाई—तो यह जल्दी खराब हो सकती है। खराब गुणवत्ता की बैटरियों का चयन भी जल्दी खत्म होने का एक बड़ा कारण है।
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ऊर्जा खपत का असंतुलन और गलत प्लानिंग बड़ा कारण
कई बार उपभोक्ता अपने घर या संस्थान की वास्तविक ऊर्जा आवश्यकता का आंकलन किए बिना छोटा सोलर सिस्टम इंस्टॉल कर लेते हैं। नतीजतन, दिन में कम चार्ज और रात में ज्यादा खपत के कारण बैटरी जल्दी समाप्त हो जाती है। यदि रात में एयर कंडीशनर, गीजर, फ्रिज, मोटर जैसे उच्च खपत वाले उपकरण चलते हैं तो बैटरी पर भारी दबाव पड़ता है और यह अपने समय से पहले ही डिस्चार्ज हो जाती है।
उन्नत बैटरी तकनीक और सही प्लानिंग जरूरी
आज बाजार में लिथियम-आयन और लिथियम फेरो फॉस्फेट (LiFePO4) जैसी आधुनिक तकनीकों से लैस बैटरियां उपलब्ध हैं, जो न केवल ज्यादा चार्ज स्टोर कर सकती हैं बल्कि लंबी उम्र भी देती हैं। साथ ही, चार्ज कंट्रोलर की गुणवत्ता, सोलर इन्वर्टर की दक्षता और पैनलों की सफाई जैसे बिंदुओं पर ध्यान देना आवश्यक है। अपने उपयोग के अनुसार सिस्टम का आकार तय करना और भविष्य की खपत को ध्यान में रखना भी इस समस्या से बचा सकता है।
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