
BPCL Wind Power Deal के तहत भारत पेट्रोलियम कॉर्पोरेशन लिमिटेड (BPCL) ने हरित ऊर्जा-Renewable Energy की दिशा में एक बड़ा कदम उठाते हुए Suzlon और Integrum Energy Infrastructure को 100 मेगावाट की पवन ऊर्जा परियोजनाएं सौंपने का निर्णय लिया है। यह सौदा कंपनी की उन रिफाइनरियों के लिए गेम चेंजर साबित होगा जो अब ग्रीन एनर्जी से संचालित होंगी। Suzlon को मध्य प्रदेश में और Integrum को महाराष्ट्र में 50-50 मेगावाट की क्षमता के विंड पावर प्लांट्स स्थापित करने की जिम्मेदारी दी गई है।
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परियोजना की रूपरेखा और तकनीकी शर्तें
इस BPCL Wind Power Deal के अनुसार दोनों कंपनियों को दो वर्षों के भीतर लंप-सम टर्नकी आधार पर यह कार्य पूरा करना होगा। BPCL ने RLMM (Revised List of Models and Manufacturers) में सूचीबद्ध विंड टर्बाइनों की अनिवार्यता भी स्पष्ट की है, जिनकी क्षमता न्यूनतम 2 मेगावाट होनी चाहिए। परियोजना के तहत न सिर्फ निर्माण, बल्कि 10 वर्षों तक संचालन और रखरखाव (O&M) का जिम्मा भी Suzlon और Integrum को ही सौंपा गया है। इस प्रकार BPCL अपनी ऊर्जा आवश्यकताओं को स्थायी स्रोतों से पूरा करने की ठोस नींव रख रहा है।
ग्रीन रिफाइनरी की ओर बढ़ता भारत
BPCL का यह सौदा न केवल उसके कारोबारी दृष्टिकोण को दर्शाता है, बल्कि देश की Renewable Energy नीति के साथ उसके पूर्ण एकरूपता को भी दिखाता है। BPCL की मुंबई और बीना रिफाइनरियों को इन परियोजनाओं से हरित बिजली प्राप्त होगी, जिससे कंपनी के कार्बन फुटप्रिंट में उल्लेखनीय गिरावट आएगी। यह योजना भारत को ग्रीन रिफाइनिंग के वैश्विक नक्शे पर स्थापित करने की दिशा में एक निर्णायक पहल है।
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BPCL का दीर्घकालिक ग्रीन एनर्जी विज़न
BPCL ने वर्ष 2040 तक 10 गीगावाट की हरित ऊर्जा क्षमता विकसित करने का लक्ष्य रखा है। अभी तक कंपनी 31.6MW सौर ऊर्जा, 11.8MW पवन ऊर्जा और 18MW ऊर्जा-कुशल LED लाइटिंग सिस्टम जैसी परियोजनाओं को सफलतापूर्वक लागू कर चुकी है। साथ ही, BPCL ने हाल ही में NTPC की ISTS-संबंधित सौर ऊर्जा परियोजना में 150MW की बोली ₹2.55 प्रति यूनिट की दर से जीत कर Renewable Energy स्पेस में अपनी सक्रिय भागीदारी सिद्ध की है।
हरित भारत की दिशा में एक मील का पत्थर
BPCL Wind Power Deal वास्तव में भारतीय ऊर्जा क्षेत्र के लिए मील का पत्थर है। यह न केवल पारंपरिक ऊर्जा संसाधनों पर निर्भरता को कम करेगा, बल्कि पर्यावरणीय स्थिरता को भी मजबूती देगा। Suzlon और Integrum जैसे अनुभवी खिलाड़ियों की भागीदारी इस परियोजना की सफलता को सुनिश्चित करती है। यह कदम भारत की ऊर्जा सुरक्षा के साथ-साथ जलवायु परिवर्तन से निपटने की रणनीति को भी मजबूती प्रदान करता है।