
राजस्थान के बीकानेर जिले के सीकर क्षेत्र में ACME Solar Holdings ने अपने बहुप्रतीक्षित सोलर प्रोजेक्ट के पहले चरण का सफलतापूर्वक शुभारंभ किया है। इस चरण के तहत 52.5 मेगावाट की सौर ऊर्जा को ग्रिड से जोड़ा गया, जिससे कंपनी की कुल परिचालन क्षमता अब 2,592.5 मेगावाट तक पहुंच गई है। यह परियोजना रिन्यूएबल एनर्जी-Renewable Energy के क्षेत्र में भारत की स्थिति को और मजबूत करती है।
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1,300 एकड़ में फैली है अत्याधुनिक सोलर परियोजना
ACME का यह सोलर प्रोजेक्ट 1,300 एकड़ भूमि में फैला हुआ है, जो भारत के सबसे अधिक सौर विकिरण वाले क्षेत्रों में स्थित है। यह स्थानिक लाभ सौर ऊर्जा उत्पादन की दक्षता को बढ़ाता है। यहां उत्पन्न ऊर्जा को उन्नत इन्वर्टर स्टेशनों पर संग्रहित किया जाता है और फिर 220 kV की सिंगल सर्किट ट्रांसमिशन लाइन के ज़रिए बीकानेर-II ग्रिड तक पहुंचाया जाता है, जिससे सतत और स्थिर ऊर्जा आपूर्ति सुनिश्चित होती है।
वित्तपोषण और उत्पादन क्षमता के आंकड़े
इस प्रोजेक्ट को Power Finance Corporation Ltd (PFC) द्वारा वित्तीय सहायता प्राप्त है। पूरा प्रोजेक्ट चालू हो जाने पर यह प्रति वर्ष लगभग 780 मिलियन यूनिट स्वच्छ ऊर्जा उत्पन्न करेगा। उत्पादन की इस मात्रा को मर्चेंट आधार पर पावर एक्सचेंजों में बेचा जाएगा, जिससे इसका आर्थिक लाभ और भी प्रभावशाली होगा। यह मॉडल निजी खरीदारों के लिए भी आकर्षक अवसर उपलब्ध कराता है।
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भारत के रिन्यूएबल एनर्जी लक्ष्य को मिलेगा बड़ा समर्थन
ACME Solar के इस प्रोजेक्ट का महत्व केवल उत्पादन तक सीमित नहीं है। यह भारत के 2030 तक 500 GW रिन्यूएबल एनर्जी उत्पादन के लक्ष्य में भी सीधा योगदान देता है। कंपनी पहले से ही 2,592.5 मेगावाट उत्पादन क्षमता तक पहुंच चुकी है और 4,377.5 मेगावाट की परियोजनाएं अभी विकास के चरण में हैं। यह विकास स्थानीय स्तर पर रोजगार के नए अवसर भी उत्पन्न करेगा और हरित औद्योगिकीकरण को गति देगा।
ACME Solar प्रोजेक्ट से होने वाले फायदे
ऊर्जा आत्मनिर्भरता को बढ़ावा
ACME Solar का सीकर सोलर प्रोजेक्ट भारत की ऊर्जा आत्मनिर्भरता को मजबूत करता है। जैसे-जैसे भारत अपनी बिजली जरूरतों को स्वच्छ और घरेलू स्रोतों से पूरा करने की ओर बढ़ रहा है, वैसे-वैसे ऐसे प्रोजेक्ट्स आयात पर निर्भरता घटाकर विदेशी मुद्रा की बचत करते हैं और राष्ट्रीय सुरक्षा को ऊर्जा के स्तर पर मज़बूत करते हैं।
स्वच्छ और हरित बिजली का उत्पादन
यह प्रोजेक्ट सालाना लगभग 780 मिलियन यूनिट सौर ऊर्जा उत्पन्न करेगा, जो कि कोयला या गैस आधारित संयंत्रों की तुलना में शून्य कार्बन उत्सर्जन के साथ बिजली देगा। इससे वातावरण में ग्रीनहाउस गैसों का उत्सर्जन कम होगा और जलवायु परिवर्तन के प्रभावों को नियंत्रित करने में मदद मिलेगी।
स्थानीय रोजगार सृजन
प्रोजेक्ट के निर्माण और संचालन के दौरान स्थानीय स्तर पर बड़ी संख्या में लोगों को रोजगार मिलता है। तकनीशियन, मजदूर, इंजीनियर और सुरक्षा कर्मचारियों के लिए यह एक महत्वपूर्ण अवसर होता है। इससे न केवल आजीविका के साधन बढ़ते हैं, बल्कि क्षेत्रीय आर्थिक विकास को भी बढ़ावा मिलता है।
इंफ्रास्ट्रक्चर और सामाजिक विकास
जहां ऐसे मेगा प्रोजेक्ट्स बनते हैं, वहां सड़क, बिजली, संचार और अन्य बुनियादी ढांचे में भी सुधार होता है। कंपनियां अपने सामाजिक उत्तरदायित्व (CSR) के तहत स्कूल, अस्पताल और पेयजल जैसी मूलभूत सुविधाओं में भी निवेश करती हैं, जिससे आसपास के गांवों और कस्बों को स्थायी लाभ मिलता है।
स्थानीय विकास और भविष्य की संभावनाएं
सीकर प्रोजेक्ट की सफलता ACME की तकनीकी क्षमता और संचालन दक्षता को दर्शाती है। इसके साथ ही, यह स्थानीय स्तर पर रोजगार सृजन, इन्फ्रास्ट्रक्चर डेवेलपमेंट और सस्टेनेबल एनर्जी सॉल्यूशंस को गति देगा। भविष्य में इस मॉडल को अन्य राज्यों में दोहराने की भी योजना है, जिससे देशभर में सौर ऊर्जा की पहुंच और योगदान तेजी से बढ़ेगा।