इन सोलर कंपनियों ने मचाया धमाल! पिछले 3 सालों में सबसे ज्यादा ROE देने वाले स्टॉक्स की लिस्ट देखें

पिछले तीन सालों में कुछ सोलर एनर्जी कंपनियों ने निवेशकों को चौंकाते हुए 80% से ज्यादा का ROE दिया है! अगर आप भी सस्ते में बढ़िया रिटर्न देने वाले स्टॉक्स की तलाश में हैं, तो ये रिपोर्ट आपके लिए है। जानिए कौन सी कंपनियाँ बनीं निवेशकों की पसंद और क्या ये आपके पोर्टफोलियो में होनी चाहिए?

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Written by Rohit Kumar

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इन सोलर कंपनियों ने मचाया धमाल! पिछले 3 सालों में सबसे ज्यादा ROE देने वाले स्टॉक्स की लिस्ट देखें
इन सोलर कंपनियों ने मचाया धमाल! पिछले 3 सालों में सबसे ज्यादा ROE देने वाले स्टॉक्स की लिस्ट देखें

भारत में सौर ऊर्जा कंपनियाँ (Solar Energy Companies) पिछले कुछ वर्षों में जबरदस्त प्रदर्शन कर रही हैं। 2022 से 2025 के बीच का समय रिन्यूएबल एनर्जी (Renewable Energy) क्षेत्र के लिए ऐतिहासिक रहा है, खासकर उन कंपनियों के लिए जिन्होंने उच्च रिटर्न ऑन इक्विटी (Return on Equity – ROE) दर्ज किया है। इन तीन वर्षों में निवेशकों को जबरदस्त लाभ देने वाली कंपनियों की सूची सामने आई है, जिसमें कुछ मिडकैप और स्मॉलकैप कंपनियों ने बड़े नामों को भी पीछे छोड़ दिया।

Solarium Green Energy: ROE में सबको पछाड़ने वाली कंपनी

Solarium Green Energy ने 2022 से 2025 के दौरान 80.9% का औसत ROE दर्ज किया है, जो इस अवधि में भारत की किसी भी सूचीबद्ध सौर ऊर्जा कंपनी से सबसे अधिक है। यह कंपनी अपने एसेट-लाइट EPC मॉडल और अंतरराष्ट्रीय प्रोजेक्ट्स में विशेषज्ञता के लिए जानी जाती है। ₹2,000 करोड़ की मार्केट कैप वाली यह कंपनी कम संसाधनों में उच्च रिटर्न देने की क्षमता के कारण निवेशकों की पहली पसंद बन चुकी है।

Waaree Renewables: EPC सेगमेंट में बेमिसाल ग्रोथ

Waaree Renewables ने 72.77% का औसत ROE दिखाया है, जो इसे दूसरे स्थान पर रखता है। कंपनी की EPC ऑर्डर बुक मजबूत है और इसका ग्रोथ ट्रैक रिकॉर्ड निवेशकों को विश्वास दिलाता है। ₹3,500 करोड़ की मार्केट कैप के साथ यह कंपनी बड़े पैमाने पर सोलर प्रोजेक्ट्स को समय पर डिलीवर करने के लिए जानी जाती है। इसके अलावा, इसका व्यावसायिक मॉडल निवेशकों के बीच विश्वसनीयता बढ़ाता है।

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Insolation Energy: मॉड्यूल निर्माण में विशेषज्ञ

Insolation Energy का औसत ROE 55.16% रहा है और इसका 52% का कंपाउंड एनुअल ग्रोथ रेट (CAGR) इसे सबसे तेज़ी से बढ़ती कंपनियों में से एक बनाता है। ₹1,400 करोड़ की मार्केट कैप के साथ यह कंपनी सोलर मॉड्यूल निर्माण में अग्रणी है। कंपनी के पास तकनीकी क्षमता और स्केलेबिलिटी दोनों हैं, जिससे इसे घरेलू और अंतरराष्ट्रीय बाजारों में व्यापक पहचान मिल रही है।

Sahaj Solar: उच्च ग्रोथ क्षमता वाली उभरती कंपनी

Sahaj Solar ने 41.8% का औसत ROE और 131% का 5-वर्षीय CAGR दर्ज किया है, जो इसकी भविष्य की उच्च विकास क्षमता को दर्शाता है। ₹950 करोड़ की मार्केट कैप होने के बावजूद इसने काफी तेजी से ग्रोथ दर्ज की है। कंपनी की रणनीति है कि ग्रामीण और अर्ध-शहरी इलाकों में सोलर इंफ्रास्ट्रक्चर को मजबूत किया जाए, जिससे इसे अनछुए बाजारों में प्रवेश करने का लाभ मिला है।

Oriana Power: इंडस्ट्रियल सोलर EPC में महारथी

Oriana Power ने 37.18% ROE और 2024 में 719% की वार्षिक लाभ वृद्धि दर्ज की है, जो इसे इंडस्ट्रियल सोलर प्रोजेक्ट्स में सबसे शक्तिशाली खिलाड़ी बनाता है। इसकी ₹4,007 करोड़ की मार्केट कैप और तेजी से बढ़ते लाभ इसे निवेशकों के लिए एक आकर्षक विकल्प बनाते हैं। इंडस्ट्रियल और कमर्शियल क्लाइंट्स के लिए विशेष EPC समाधान प्रदान करना इसकी सबसे बड़ी ताकत है।

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Gensol Engineering: कंसल्टिंग और EPC सेवाओं की विशेषज्ञ

Gensol Engineering ने 23.39% ROE के साथ यह दर्शाया है कि वह भी प्रतिस्पर्धा में बनी हुई है। ₹3,634 करोड़ की मार्केट कैप वाली यह कंपनी सोलर कंसल्टिंग और EPC सेवाओं में विशेषज्ञता रखती है। इसके क्लाइंट बेस में कई सरकारी और निजी संस्थान शामिल हैं। कंपनी की स्थिरता और विस्तार योजनाएं निवेशकों को आकर्षित कर रही हैं।

KPI Green Energy: मल्टीबैगर प्रदर्शन लेकिन कम ROE

KPI Green Energy ने पिछले वर्ष में 201% का वार्षिक रिटर्न देकर निवेशकों को चौंका दिया। हालांकि इसका औसत ROE 13.88% रहा, जो अन्य शीर्ष कंपनियों की तुलना में कम है। ₹1,800 करोड़ की मार्केट कैप वाली यह कंपनी मल्टीबैगर स्टॉक्स में गिनी जा रही है। इसकी मजबूत वित्तीय स्थिति और लगातार विस्तार इसे लॉन्ग टर्म में एक मजबूत दावेदार बनाते हैं।

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बड़ी कंपनियाँ पीछे क्यों?

जब हम Adani Green Energy जैसी बड़ी कंपनियों की बात करते हैं, तो ROE के मामले में वे तुलनात्मक रूप से पीछे हैं। उदाहरण के लिए, Adani Green का ROE मात्र 4.91% है, जबकि उसका 5-वर्षीय CAGR 37.86% है। यह दिखाता है कि केवल बड़ी मार्केट कैप होना ही पर्याप्त नहीं, ROE जैसे मूलभूत संकेतकों को भी ध्यान में रखना चाहिए।

निवेशकों के लिए क्या है सीख?

इन आंकड़ों से स्पष्ट है कि सौर ऊर्जा कंपनियों में निवेश करने से पहले ROE, ग्रोथ रेट, और कंपनी की वित्तीय स्थिरता का विश्लेषण आवश्यक है। सिर्फ नाम या मार्केट कैप के आधार पर निवेश करना हमेशा लाभदायक नहीं होता। निवेशकों को सलाह दी जाती है कि वे IPO, शेयर खरीद या लॉन्ग टर्म निवेश से पहले अपने वित्तीय सलाहकार से सलाह लें और खुद भी कंपनी की बैलेंस शीट, प्रबंधन टीम और ग्रोथ प्लान का अध्ययन करें।

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Rohit Kumar
रोहित कुमार सोलर एनर्जी और रिन्यूएबल एनर्जी सेक्टर में अनुभवी कंटेंट राइटर हैं, जिन्हें इस क्षेत्र में 7 वर्षों का गहन अनुभव है। उन्होंने सोलर पैनल इंस्टॉलेशन, सौर ऊर्जा की अर्थव्यवस्था, सरकारी योजनाओं, और सौर ऊर्जा नवीनतम तकनीकी रुझानों पर शोधपूर्ण और सरल लेखन किया है। उनका उद्देश्य सोलर एनर्जी के प्रति जागरूकता बढ़ाना और पाठकों को ऊर्जा क्षेत्र के महत्वपूर्ण पहलुओं से परिचित कराना है। अपने लेखन कौशल और समर्पण के कारण, वे सोलर एनर्जी से जुड़े विषयों पर एक विश्वसनीय लेखक हैं।

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