5kW सोलर सिस्टम से कितने AC चला सकते हैं? क्या सोलर से AC चलाने के लिए इनवर्टर चाहिए होगा ?

गर्मी में बिजली के भारी बिल से परेशान हैं? जानिए कैसे सिर्फ 5kW का सोलर सिस्टम आपके दो इन्वर्टर AC तक चला सकता है, वो भी बिना ग्रिड बिजली पर निर्भर हुए। क्या इसके लिए इनवर्टर जरूरी है, और रात में AC चलाना कैसे संभव है? ये पूरी जानकारी आपके सोचने का तरीका बदल देगी!

Photo of author

Written by Rohit Kumar

Published on

5kW सोलर सिस्टम से कितने AC चला सकते हैं? क्या सोलर से AC चलाने के लिए इनवर्टर चाहिए होगा ?
5kW सोलर सिस्टम से कितने AC चला सकते हैं? क्या सोलर से AC चलाने के लिए इनवर्टर चाहिए होगा ?

भारत में बढ़ती गर्मी और बिजली की बढ़ती मांग के बीच 5kW सोलर सिस्टम अब आम परिवारों के लिए एक स्मार्ट और सस्ता समाधान बनता जा रहा है। विशेष रूप से जब बात आती है Air Conditioner (AC) जैसे ऊर्जा-गहन उपकरणों को चलाने की, तो यह सवाल आम है कि एक मध्यम आकार का सोलर सिस्टम कितने AC को संभाल सकता है।

विशेषज्ञों का कहना है कि एक 5 किलोवाट की क्षमता वाला सोलर सिस्टम दिन के समय 1 से 2 इन्वर्टर-आधारित AC को चलाने में सक्षम होता है, बशर्ते वे ऊर्जा-कुशल हों और उपयोग सावधानी से किया जाए।

इन्वर्टर AC और बिजली की खपत का संतुलन

आमतौर पर एक 1.5 टन का इन्वर्टर AC लगभग 1.5 से 2 किलोवाट बिजली की खपत करता है। यह इस बात पर निर्भर करता है कि वह किस तापमान पर और कितनी देर तक चल रहा है। इन्वर्टर तकनीक के कारण बिजली की खपत पारंपरिक AC की तुलना में कम होती है, जिससे यह सोलर सिस्टम के साथ बेहतर तालमेल बैठा पाता है।

यदि आपके पास दो 1.5 टन के इन्वर्टर AC हैं और आप उन्हें दिन के समय चलाते हैं, जब सौर पैनल अधिकतम बिजली उत्पन्न करते हैं, तो एक 5kW सोलर सिस्टम इन दोनों को सपोर्ट कर सकता है। हालांकि यह तभी संभव है जब बाकी घर की बिजली खपत सीमित हो या समयबद्ध ढंग से प्रबंधित की जाए।

क्या सोलर से AC चलाने के लिए इनवर्टर जरूरी है?

जी हाँ, इनवर्टर एक अहम हिस्सा है किसी भी सोलर सिस्टम का, खासकर जब आप घर के AC जैसे उपकरण चलाना चाहते हैं। सौर पैनल द्वारा उत्पन्न बिजली DC (Direct Current) होती है, जबकि AC, फ्रिज, वॉशिंग मशीन जैसे अधिकतर घरेलू उपकरण AC (Alternating Current) पर काम करते हैं।

इनवर्टर इस DC बिजली को AC में बदलता है, जिससे आपके उपकरण सौर ऊर्जा से सुचारु रूप से चल पाते हैं। इसके अलावा इनवर्टर दो प्रकार के सिस्टम में भिन्न भूमिका निभाता है — ऑन-ग्रिड और ऑफ-ग्रिड।

यह भी पढें-सोलर पैनल से AC चलाना संभव है? जानिए कितनी क्षमता चाहिए और क्या है लागत

ऑन-ग्रिड सोलर सिस्टम में इनवर्टर ग्रिड से जुड़ा होता है और यदि सोलर से उत्पन्न बिजली बच जाती है, तो उसे ग्रिड में वापस भेजा जा सकता है। वहीं, ऑफ-ग्रिड सिस्टम में इनवर्टर बैटरी से जुड़ा होता है और जब सूरज नहीं निकलता, तब बैटरी से AC को बिजली दी जाती है।

रात के समय AC चलाना: बैटरी स्टोरेज की भूमिका

सौर पैनल दिन के समय सूरज की रोशनी से बिजली उत्पन्न करते हैं। लेकिन रात के समय, जब सौर उत्पादन नहीं होता, तब भी यदि आप AC चलाना चाहते हैं, तो इसके लिए आपको पर्याप्त बैटरी स्टोरेज की जरूरत होगी।

Also Read₹10-₹50 Penny Solar Stocks: मौका या रिस्क?

₹10 से ₹50 के बीच के Penny Solar Stocks – सुनहरा मौका या बड़ा रिस्क? निवेश से पहले जरूर देखें

बैटरी का कार्य दिन में सोलर पैनलों से उत्पन्न अतिरिक्त बिजली को संग्रहित करना होता है, जिसे आप बाद में, जैसे कि रात के समय या बादल छाए रहने पर उपयोग कर सकते हैं। हालांकि बैटरी सिस्टम की लागत अधिक होती है, लेकिन यह आपको ग्रिड से स्वतंत्र बनाता है और पावर कट जैसी स्थिति में भी निरंतर बिजली देता है।

यह भी देखें-5kW सोलर सिस्टम की कीमत क्या है? जानिए कितनी बचत होगी हर महीने!

यदि आप रात में एक AC चलाना चाहते हैं, तो आपको कम से कम 5 से 7 kWh क्षमता की बैटरी चाहिए। लेकिन यदि दो AC चलाने की योजना है, तो इससे अधिक बैकअप स्टोरेज की आवश्यकता होगी, जिससे लागत भी बढ़ेगी।

ऊर्जा दक्षता और स्मार्ट प्लानिंग जरूरी

हालांकि सोलर सिस्टम से AC चलाना संभव है, लेकिन यह तभी व्यवहार्य है जब आप समग्र रूप से ऊर्जा दक्षता (Energy Efficiency) का ध्यान रखें। घर में LED लाइटिंग, ऊर्जा-कुशल पंखे और अन्य उपकरणों का उपयोग करके आप गैर-जरूरी बिजली की खपत को घटा सकते हैं, जिससे सोलर सिस्टम से अधिकतम लाभ उठाया जा सके।

इसके अलावा, स्मार्ट टाइमिंग — जैसे कि दोपहर के गर्म समय में AC चलाना और शाम को प्राकृतिक वेंटिलेशन का उपयोग करना — आपकी सोलर बिजली को और बेहतर तरीके से उपयोग करने में मदद करता है।

सोलर से AC चलाना मुमकिन है, लेकिन योजना के साथ

यदि आप एक ऐसा घर चाहते हैं जो रिन्यूएबल एनर्जी पर चलता हो और बिजली के बिलों से राहत दे सके, तो 5kW सोलर सिस्टम एक अच्छा विकल्प है। लेकिन इसके साथ आपको स्मार्ट प्लानिंग और सही उपकरणों का चयन भी करना होगा।

दिन के समय, जब सौर उत्पादन अपने चरम पर होता है, आप दो इन्वर्टर AC तक चला सकते हैं। इसके लिए एक कुशल इनवर्टर सिस्टम और यदि आवश्यकता हो तो बैटरी स्टोरेज की उचित व्यवस्था होनी चाहिए।

सोलर सिस्टम की खरीद से पहले अपने ऊर्जा उपयोग, उपकरणों की संख्या, और मौसम के अनुसार सौर उत्पादन जैसे पहलुओं का विश्लेषण जरूरी है। एक प्रमाणित सोलर इंस्टॉलर से सलाह लेने पर आपको अनुकूलित समाधान मिल सकता है, जो आपके बजट और जरूरत दोनों के अनुसार हो।

Also ReadLuminous सोलर होम सॉल्यूशन: NXG1100 इन्वर्टर, 150Ah ट्युबलर बैटरी और 150W सोलर मॉड्यूल का भरोसेमंद कॉम्बो

Luminous सोलर होम सॉल्यूशन: NXG1100 इन्वर्टर, 150Ah ट्युबलर बैटरी और 150W सोलर मॉड्यूल का भरोसेमंद कॉम्बो

Author
Rohit Kumar
रोहित कुमार सोलर एनर्जी और रिन्यूएबल एनर्जी सेक्टर में अनुभवी कंटेंट राइटर हैं, जिन्हें इस क्षेत्र में 7 वर्षों का गहन अनुभव है। उन्होंने सोलर पैनल इंस्टॉलेशन, सौर ऊर्जा की अर्थव्यवस्था, सरकारी योजनाओं, और सौर ऊर्जा नवीनतम तकनीकी रुझानों पर शोधपूर्ण और सरल लेखन किया है। उनका उद्देश्य सोलर एनर्जी के प्रति जागरूकता बढ़ाना और पाठकों को ऊर्जा क्षेत्र के महत्वपूर्ण पहलुओं से परिचित कराना है। अपने लेखन कौशल और समर्पण के कारण, वे सोलर एनर्जी से जुड़े विषयों पर एक विश्वसनीय लेखक हैं।

Leave a Comment

हमारे Whatsaap ग्रुप से जुड़ें