₹30,000 में बना डाला Mini Power Sation – ऐसा जुगाड़ आपने पहले नहीं देखा होगा!

जानिए कैसे एक साधारण टूल बॉक्स और लोकल मार्केट के पुर्जों से बना यह जुगाड़ पावर कट में बन सकता है आपका सबसे बड़ा सहारा। ऑफ-ग्रिड लाइफ या इमरजेंसी में अब नहीं होगी टेंशन – यह मिनी स्टेशन बदलेगा आपकी जिंदगी!

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Written by Rohit Kumar

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₹30,000 में बना डाला Mini Power Sation – ऐसा जुगाड़ आपने पहले नहीं देखा होगा!
₹30,000 में बना डाला Mini Power Sation – ऐसा जुगाड़ आपने पहले नहीं देखा होगा!

वर्तमान समय में ₹30,000 में मिनी पवार स्टेशन (Mini Power Station) का DIY का तरकीब अब रिन्यूएबल एनर्जी-Renewable Energy के क्षेत्र मे अत्यधिक पसंद किया जा रहा है। क्योंकि यह एक सीमित बजट के साथ-साथ सभी ग्रामीण इलाके मे रहने वाले लोग तथा शहरी इन दोनों इलाकों की बिजली पूर्ति के लिए बहुत ही अच्छा विकल्प है। इसके अलावा आपकी जानकारी के लिए बता दे की स्थानीय बाजार में उपलब्ध कंपोनेंट्स की मदद से यह मिनी पावर स्टेशन एक क्रांतिकारी पहल बनकर उभर रहा है।

क्या है मिनी पवार स्टेशन बैटरी की ताकत

मिनी पवार बैटरी की असली ताकत की बात करे तो यह LiFePO₄ बैटरी, जिसको भारत जैसे देश में बाजार के 12V और 100Ah की क्षमता के साथ लगभग ₹18,000 से ₹22,000 में खरीदा जा सकता है। क्योंकि यह बैटरी आपके लिए पूरी तरह से सेफ है, और साथ ही इसकी जीवनकाल काफी लंबा है। इस बैटरी की हाय पवार कैपिसिटी में ओवरचार्जिंग जैसी दिक्कतों की कोई समस्या नहीं होती है। बल्कि इसमें लगाए गए BMS यानी बैटरी मैनेजमेंट सिस्टम से ओवरचार्ज, ओवरलोड और तापमान से संबंधित सुरक्षा भी सुनिश्चित होती है।

MPPT चार्ज कंट्रोलर: सोलर एनर्जी का स्मार्ट कनवर्जन

Mini Power Station को रिन्यूएबल एनर्जी से चार्ज होने के लिए MPPT चार्ज कंट्रोलर का यूज किया जाता है, जो सोलर पैनल से जुड़े हुए वोल्टेज को ट्रैक कर बैटरी को हाय पवार कैपिसिटी के साथ चार्ज करता है। DIY सोलर सिस्टम की कीमत ₹3,000 से ₹5,000 के बीच है, जो हर DIY Solar System का एक जरूरी हिस्सा है। जो PWM कंट्रोलर्स की तुलना में काफी ज्यादा एफिशिएंट है, खासकर तब जब सौर इनपुट घट-बढ़ रहा हो।

इन्वर्टर मे DC से AC तक ऊर्जा का सफर

बैटरी से निकलने वाली DC पावर को हमारे सामान्य AC उपकरणों के अनुकूल बनाने के लिए 300 से 600 वाट क्षमता का इन्वर्टर जोड़ा गया है। इसकी कीमत लगभग ₹3,000 से ₹4,000 के बीच होती है। यह इन्वर्टर लैपटॉप, LED लाइट्स, वाईफाई राउटर और छोटे होम अप्लायंसेज़ को बिना किसी रुकावट के चलाने में सक्षम होता है। इसने छोटे स्तर पर भी ऊर्जा का बहुउपयोगी समाधान उपलब्ध कराया है, जिसे पहले केवल महंगे सिस्टम्स ही दे पाते थे।

टूल बॉक्स में समाया यह ऊर्जा संयंत्र

मिनी पावर स्टेशन को पोर्टेबल और सुरक्षित बनाने के लिए इसे एक मजबूत टूल बॉक्स या कस्टम इनक्लोजर में फिट किया गया है। इस बॉक्स में HDPE शीट्स या अन्य मजबूत सामग्री से फ्रेम तैयार किया गया है, जिससे उसे आसानी से खोला, बंद और मेंटेन किया जा सके। वायरिंग इस तरह से डिजाइन की गई है कि किसी भी शॉर्ट सर्किट या ओवरलोड की स्थिति से बचाव किया जा सके।

सुरक्षा के विशेष उपाय कूलिंग और फ्यूज़िंग

सिस्टम की दीर्घकालिकता सुनिश्चित करने के लिए इसमें कूलिंग फैन और तापमान नियंत्रक लगाए गए हैं। साथ ही, इनपुट और आउटपुट दोनों पॉइंट्स पर उपयुक्त रेटिंग वाले फ्यूज़ और कट-ऑफ स्विच लगाए गए हैं। ये फीचर्स इस DIY सिस्टम को एक पेशेवर डिजाइन का स्वरूप देते हैं, जो न केवल सुरक्षित है बल्कि दीर्घकालीन उपयोग के लिए उपयुक्त भी।

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लागत और कंपोनेंट्स की उपलब्धता

पूरे सिस्टम की कुल अनुमानित लागत ₹28,000 से ₹30,000 के बीच आती है। इसमें मुख्य रूप से LiFePO₄ बैटरी, MPPT चार्ज कंट्रोलर, इन्वर्टर, DC और USB आउटपुट, वायरिंग, इनक्लोजर, फैन आदि शामिल हैं। ये सभी आइटम्स लोकल इलेक्ट्रॉनिक्स मार्केट या ऑनलाइन ई-कॉमर्स प्लेटफॉर्म्स से आसानी से प्राप्त किए जा सकते हैं, जिससे इसे आम उपभोक्ता भी सहजता से तैयार कर सकता है।

उपयोग की व्यापकता और आपातकालीन स्थिति में राहत

यह मिनी पावर स्टेशन विशेष रूप से उन स्थानों के लिए उपयोगी है जहां बिजली कटौती आम बात है। इसमें मोबाइल, लैपटॉप, राउटर, LED लाइट्स और DC पंखे जैसे उपकरणों को कई घंटों तक चलाया जा सकता है। सीमित पावर खपत की स्थिति में यह एक संपूर्ण रात तक आवश्यक सेवाएं प्रदान कर सकता है। खासकर ग्रामीण इलाकों में यह सिस्टम “बिजली के बिना भी जीवन” की अवधारणा को सच करता है।

ऑफ-ग्रिड और ट्रैवल के लिए उपयोगी समाधान

ऑफ-ग्रिड लाइफस्टाइल, ट्रेकिंग, कैम्पिंग या ट्रैवलिंग के दौरान भी यह मिनी पावर स्टेशन बेहद उपयोगी साबित होता है। इसका वजन अपेक्षाकृत अधिक हो सकता है, लेकिन एक मजबूत कैरी केस या कंधे पर टांगे जा सकने वाले बॉक्स में इसे आसानी से ले जाया जा सकता है। साथ में पोर्टेबल सोलर पैनल जोड़कर इसे कहीं भी चार्ज किया जा सकता है, जिससे यह 100% रिन्यूएबल एनर्जी पर आधारित समाधान बन जाता है।

मेकर्स कम्युनिटी और DIY कल्चर में बढ़ती लोकप्रियता

भारत में DIY प्रोजेक्ट्स को लेकर युवा टेक्नोलॉजी प्रेमियों और मेकर्स कम्युनिटी के बीच काफी उत्साह देखा जा रहा है। यूट्यूब जैसे प्लेटफॉर्म्स पर “बिल्ड योर ओन पावर स्टेशन” टाइटल वाले वीडियो लाखों बार देखे जा रहे हैं। ऐसे कंटेंट से न केवल लोगों को तकनीकी जानकारी मिल रही है, बल्कि रिन्यूएबल एनर्जी के प्रति व्यवहारिक जागरूकता भी बढ़ रही है।

भविष्य की संभावनाएं और विस्तार की दिशा

इस तरह के DIY मिनी पावर स्टेशन को किट के रूप में विकसित कर बाजार में पेश किया जा सकता है, जिसे उपभोक्ता खुद असेंबल कर सकें। इसके साथ ही, ग्रामीण क्षेत्रों में स्वरोजगार और महिला उद्यमिता को प्रोत्साहित करने के लिए इसे एक सामाजिक बिजनेस मॉडल के रूप में भी प्रयोग किया जा सकता है। यदि सरकार की रिन्यूएबल एनर्जी योजनाओं से इसे जोड़ा जाए, तो यह लाखों परिवारों के लिए ऊर्जा का भरोसेमंद स्रोत बन सकता है।

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Rohit Kumar
रोहित कुमार सोलर एनर्जी और रिन्यूएबल एनर्जी सेक्टर में अनुभवी कंटेंट राइटर हैं, जिन्हें इस क्षेत्र में 7 वर्षों का गहन अनुभव है। उन्होंने सोलर पैनल इंस्टॉलेशन, सौर ऊर्जा की अर्थव्यवस्था, सरकारी योजनाओं, और सौर ऊर्जा नवीनतम तकनीकी रुझानों पर शोधपूर्ण और सरल लेखन किया है। उनका उद्देश्य सोलर एनर्जी के प्रति जागरूकता बढ़ाना और पाठकों को ऊर्जा क्षेत्र के महत्वपूर्ण पहलुओं से परिचित कराना है। अपने लेखन कौशल और समर्पण के कारण, वे सोलर एनर्जी से जुड़े विषयों पर एक विश्वसनीय लेखक हैं।

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