
एक सोलर बैटरी को फुल चार्ज होने में कितना समय लगता है, यह सवाल आज के दौर में एक बहुत बड़ा विषय बन चुका है। खासकर तब जब रिन्यूएबल एनर्जी-Renewable Energy की मांग तेजी से बढ़ रही है और भारत सहित दुनिया के कई हिस्सों मे सोलर एनर्जी-Solar Energy को अपनाया जा रहा है। ऐसे में सबसे आम सवाल यह उठता है कि एक सामान्य 12 लेड-एसिड या डीप-साइकिल बैटरी को पूरी तरह चार्ज करने में वास्तव में कितना समय लगता है?
बैटरी फुल चार्ज कितनी तेज धूप से होती है जानिए
एक्सपर्ट और सोलर तकनीकी रिपोर्ट्स के हिसाब से केक 12V की सोलर बैटरी को पूरी तरह से फूल चार्ज होने के लिए 5 से 10 घंटे की सीधी और अच्छी तेज धूप की जरूरत पड़ती है। लेकिन यह टाइम एक जैसा नहीं होता है। इसमें इसके अलावा भी कई अन्य कारक शामिल होते हैं, जैसे कि सोलर पैनल की वॉट क्षमता (Wattage) बैटरी की कैपिसिटी (Ampere-hour),धूप की गुणवत्ता, चार्ज कंट्रोलर की पूरी डिटेल्स।
क्या सोलर पैनल की शक्ति तय करती है चार्जिंग स्पीड
सोलर सिस्टम की क्षमता यानि उसका वांटेज इस बात को सीधे प्रभावित करता है कि चार्जिंग कितनी तेजी से होगी। उदाहरण के लिए एक 200W का सोलर पैनल 12V/100Ah की बैटरी को लगभग 5 से 8 घंटे की तेज धूप चार्ज कर सकती है। वहीं,यदि सोलर पैनल की क्षमता सिर्फ 120W है, तो चार्जिंग समय 10 घंटे या उससे भी हो सकता है।
इसके अलावा यह आंकड़ा तब ही मान्य होता है जब सोलर पैनल साफ हो,और सौर ऊर्जा की ओर लगा हो साथ ही मौसम पूरी तरह साफ हो। यदि छाया या धूल आधिक होती है तो यह चार्जिंग टाइम का पीरियड बढ़ जाता है।
बैटरी की क्षमता बढ़ी तो समय भी बढ़ेगा
12V सोलर बैटरी की क्षमता आमतौर पर 100Ah, 120Ah या 150Ah तक हो सकती है। मान लीजिए बैटरी 100Ah की है तो इसकी कुल ऊर्जा आवश्यकता होती है 12V × 100Ah = 1200Wh (वाट-घंटे)। यदि सोलर पैनल 200W का है और रोज़ाना औसतन 5 घंटे अच्छी धूप मिल रही है, तो वह कुल 1000Wh ऊर्जा पैदा करेगा।
यदि सिस्टम की कुल दक्षता 80% मानी जाए, तो उपयोगी ऊर्जा 800Wh रह जाती है। ऐसे में बैटरी को पूरी तरह चार्ज करने में लगभग 1.5 दिन का समय लग सकता है, यानी 12 से 15 घंटे की सीधी धूप जरूरी होगी।
चार्ज कंट्रोलर की तकनीक का बड़ा असर
सोलर सिस्टम में चार्ज कंट्रोलर एक अनिवार्य घटक होता है, जो बैटरी की ओवरचार्जिंग से सुरक्षा करता है और सोलर पैनल से बैटरी तक ऊर्जा ट्रांसफर करता है। यह कंट्रोलर दो प्रकार का हो सकता है—PWM (Pulse Width Modulation) और MPPT (Maximum Power Point Tracking)।
PWM चार्ज कंट्रोलर अधिकतम 75% दक्षता तक सीमित रहता है जबकि MPPT चार्ज कंट्रोलर 90% या उससे अधिक दक्षता प्रदान कर सकता है। यही कारण है कि MPPT कंट्रोलर का उपयोग करके बैटरी को कम समय में और अधिक प्रभावी तरीके से चार्ज किया जा सकता है।
भारतीय धूप में कितनी तेजी से चार्ज होती है सोलर बैटरी
भारत जैसे देश में, जहां साल भर में 250 से अधिक दिन तेज़ धूप मिलती है, वहां सोलर पैनल से बैटरी चार्जिंग अधिक प्रभावी होती है। सामान्य 100–200W का सोलर पैनल एक 12V/100Ah बैटरी को लगभग 6 से 10 घंटे में पूरी तरह चार्ज कर सकता है। यदि मौसम पूरी तरह साफ हो और पैनल को सही एंगल पर रखा जाए तो यह प्रक्रिया और भी तेज हो सकती है।
MPPT कंट्रोलर के साथ चार्जिंग समय और कम हो सकता है, वहीं छाया, मौसम की अस्थिरता, धूल और बैटरी की स्थिति जैसे कारक इस प्रक्रिया को प्रभावित कर सकते हैं।
चार्जिंग टाइम का सटीक कैलकुलेशन कैसे करें?
मान लीजिए एक व्यक्ति के पास 12V/100Ah की बैटरी है, जिसकी ऊर्जा आवश्यकता है 1200Wh। वह 200W का सोलर पैनल उपयोग करता है जिसे प्रतिदिन 5 घंटे की अच्छी धूप मिलती है।
200W × 5 घंटे = 1000Wh दैनिक ऊर्जा उत्पादन
सिस्टम दक्षता = 80%
उपयोगी ऊर्जा = 800Wh प्रति दिन
तो चार्जिंग समय होगा: 1200Wh ÷ 800Wh = 1.5 दिन यानी लगभग 12–15 घंटे की तेज धूप।
इसका अर्थ यह हुआ कि यदि मौसम लगातार साफ रहता है तो बैटरी को दो दिन में पूरी तरह चार्ज किया जा सकता है।
यह भी पढें-3KW सोलर पर मिल रही बंपर सब्सिडी, अभी लगवा लो, बाद में हाथ मलते रह जाओगे!
सोलर बैटरी को तेजी से चार्ज करने के लिए अपनाएं ये उपाय
चार्जिंग समय को कम करने के लिए सबसे प्रभावी तरीका है कि MPPT चार्ज कंट्रोलर का उपयोग किया जाए। इसके अलावा पैनल को नियमित रूप से साफ रखना, सही दिशा और एंगल में लगाना, धूप के समय को मॉनिटर करना और बैटरी की सेहत की नियमित जांच करना भी ज़रूरी है।
कमज़ोर या पुरानी बैटरी चार्जिंग में ज्यादा समय लेती है, इसलिए समय-समय पर बैटरी मेंटेनेंस भी जरूरी है। यदि जरूरत से कम वॉटेज के पैनल लगे हों, तो चार्जिंग टाइम बहुत अधिक बढ़ सकता है।
सोलर बैटरी चार्जिंग को समझदारी से करें प्रबंधित
कुल मिलाकर, 12V/100Ah की सोलर बैटरी को चार्ज करने में लगने वाला समय इस बात पर निर्भर करता है कि आपके पास कितनी क्षमता वाला सोलर पैनल है, चार्ज कंट्रोलर कौन-सा है, बैटरी कितनी नई है और धूप की उपलब्धता कैसी है। यदि सभी शर्तें अनुकूल हों, तो एक 100–200W पैनल के साथ सौर बैटरी को 5 से 10 घंटे की अच्छी धूप में पूरी तरह चार्ज किया जा सकता है।
यदि सही तकनीक, रखरखाव और प्लानिंग को अपनाया जाए, तो आप सोलर एनर्जी का भरपूर लाभ उठा सकते हैं और अपने एनर्जी खर्च को स्थायी रूप से कम कर सकते हैं।