शेयर बाजार में आज सबकी नजर इंडोसोलर लिमिटेड शेयर पर टिकी रही. गुरुवार को जैसे ही इसका ट्रेडिंग फिर से शुरू हुआ, कंपनी के शेयर ने रॉकेट की रफ्तार पकड़ ली. जो शेयर कल तक ₹9.71 पर था, वह एक झटके में ₹173.31 तक पहुंच गया. यानी निवेशकों को करीब 1700% का मुनाफा मिल गया.

क्यों बढ़ा शेयर का भाव?
इंडोसोलर लिमिटेड को वारी एनर्जीज ने हाल ही में अधिग्रहित किया है. कंपनी ने जानकारी दी कि उसे NSE और BSE से फिर से ट्रेडिंग की मंजूरी मिल गई है. गुरुवार, 19 जून 2025 से शेयर बाजार में इसका कारोबार दोबारा शुरू हो गया.
गौर करने वाली बात यह है कि इंडोसोलर का पिछला कारोबार जून 2022 में हुआ था, जब यह ₹3.21 पर बंद हुआ था. बीते कुछ सालों से यह पेनी स्टॉक की कैटेगरी में बना हुआ था. लेकिन वारी एनर्जीज के अधिग्रहण के बाद कंपनी की स्थिति में बड़ा बदलाव आया है.
कंपनी के प्रदर्शन में बड़ा सुधार
अधिग्रहण से पहले इंडोसोलर को भारी नुकसान झेलना पड़ा था और अक्टूबर 2018 में इसके खिलाफ दिवालिया प्रक्रिया भी शुरू हो गई थी. लेकिन अब तस्वीर बदल चुकी है, वित्त वर्ष 2025 में कंपनी ने 55 करोड़ रुपये का मुनाफा कमाया, जबकि पिछले साल उसे 15.44 करोड़ रुपये का घाटा हुआ था.
शेयर की खरीद-फरोख्त पर शर्तें
शेयर अब WAAREEINDO स्क्रिप आईडी के तहत ‘T’ ग्रुप में लिस्टेड है. इसका मतलब है कि पहले 10 ट्रेडिंग दिनों तक इसमें इंट्राडे ट्रेडिंग की अनुमति नहीं होगी और हर दिन 5% से ज्यादा का उतार-चढ़ाव नहीं हो सकेगा.
किसके पास है नियंत्रण?
31 मार्च 2025 तक इंडोसोलर लिमिटेड में वारी एनर्जीज की 96.15% हिस्सेदारी थी. यानी कंपनी पर लगभग पूरा नियंत्रण वारी एनर्जीज का ही है.
निवेशकों के लिए क्या संदेश?
इस तरह के मामलों में निवेशकों को सतर्क रहने की जरूरत है. हालांकि कम समय में मोटा मुनाफा जरूर दिखता है, लेकिन ऐसे शेयरों में जोखिम भी उतना ही बड़ा होता है. फिर भी, इंडोसोलर जैसी कंपनियां जब दोबारा उठती हैं, तो बाजार में हलचल जरूर मचाती हैं.