
देश में बढ़ती गर्मी और बिजली की खपत को देखते हुए अब लोग रिन्यूएबल एनर्जी-Renewable Energy की ओर तेजी से रुख कर रहे हैं। खासतौर पर प्रधानमंत्री सूर्य घर योजना (PM Surya Ghar Yojana) के तहत मिलने वाली सरकारी मदद ने सोलर सिस्टम को और सुलभ बना दिया है। ऐसे में अगर आप अपने 1.5 टन के AC के लिए सोलर पावर सिस्टम लगवाना चाहते हैं तो यह जानना जरूरी है कि इसकी कितनी क्षमता होनी चाहिए। 1.5 टन AC आमतौर पर 1.5 kW से 2 kW बिजली की खपत करता है। यह खपत AC के प्रकार, उसकी स्टार रेटिंग और आपके उपयोग पर निर्भर करती है। इन्वर्टर AC की पावर कंजप्शन कम होती है, जबकि नॉन-इन्वर्टर AC अपेक्षाकृत अधिक बिजली की खपत करता है।
सोलर सिस्टम की क्षमता कैसे निर्धारित होती है
सोलर सिस्टम की क्षमता किलोवाट (kW) में मापी जाती है और यह इस बात पर निर्भर करती है कि आपके घर की दैनिक बिजली की जरूरत कितनी है। उदाहरण के तौर पर यदि आपका 1.5 टन का AC हर घंटे औसतन 1.5 kW बिजली खपत करता है और आप इसे रोजाना 8 घंटे चलाना चाहते हैं, तो आपको प्रतिदिन 12 kWh (किलोवाट-घंटा) बिजली की आवश्यकता होगी।
यहां यह भी ध्यान देना जरूरी है कि सोलर पैनल अपनी पूरी क्षमता से केवल 5 से 6 घंटे प्रतिदिन ही बिजली उत्पन्न कर पाते हैं। इसका मतलब यह है कि 12 kWh बिजली पैदा करने के लिए आपको कम से कम 2.5 kW से 3 kW का सोलर सिस्टम लगवाना होगा, ताकि आप अपने AC को सुचारू रूप से चला सकें।
1.5 टन AC के लिए कितने किलोवाट का सोलर सिस्टम लगाना उचित रहेगा
विशेषज्ञों की मानें तो 1.5 टन के AC को चलाने के लिए 2.5 kW से 3 kW का सोलर पावर सिस्टम पर्याप्त रहेगा। यह क्षमता आपको रोजाना 8 से 10 घंटे तक AC चलाने में मदद करेगी। लेकिन अगर आपके घर में अन्य बिजली के उपकरण जैसे कि लाइट्स, पंखे, फ्रिज, टीवी आदि भी चल रहे हैं तो यह जरूरी हो जाता है कि आप 3 kW से 5 kW का सोलर सिस्टम लगवाएं। इससे आपके घर की कुल बिजली जरूरतें पूरी हो सकेंगी और बिजली बिल से पूरी तरह राहत मिल सकेगी।
पीएम सूर्य घर योजना से मिलेगी सोलर सिस्टम में आर्थिक सहायता
सरकार की पीएम सूर्य घर योजना (PM Surya Ghar Yojana) के तहत घरेलू उपभोक्ताओं को सोलर पैनल लगवाने पर भारी सब्सिडी दी जा रही है। यह योजना रिन्यूएबल एनर्जी-Renewable Energy को बढ़ावा देने और आम नागरिकों को सोलर एनर्जी की ओर प्रोत्साहित करने के लिए शुरू की गई है। इस योजना के तहत आप अपने घर की छत पर सोलर पैनल लगवा सकते हैं और इसके लिए सरकार से 40% तक की सब्सिडी प्राप्त कर सकते हैं। इस तरह सोलर सिस्टम की कुल लागत में आपको काफी राहत मिलती है और लंबे समय में बिजली के खर्च से पूरी तरह छुटकारा मिलता है।
सोलर सिस्टम की लागत और फायदे
सोलर सिस्टम की लागत उसकी क्षमता पर निर्भर करती है। आमतौर पर 2.5 kW से 3 kW का सोलर सिस्टम लगवाने में 1.5 लाख रुपये से 2 लाख रुपये तक का खर्च आ सकता है। हालांकि पीएम सूर्य घर योजना के तहत सब्सिडी मिलने से यह लागत घटकर 1 लाख रुपये से 1.2 लाख रुपये के बीच हो सकती है। इसके अलावा अगर आप 3 kW से 5 kW का सिस्टम लगवाते हैं तो इसकी लागत 2.5 लाख रुपये से 3.5 लाख रुपये तक जा सकती है, लेकिन सब्सिडी मिलने पर यह खर्च भी काफी कम हो सकता है।
लंबे समय में यह सिस्टम न केवल आपके बिजली बिल को शून्य कर देगा बल्कि अतिरिक्त बिजली ग्रिड को बेचकर आप कमाई भी कर सकते हैं। यह एक बार का निवेश है जो 20 से 25 साल तक आपको फायदा देता रहेगा।
क्यों बढ़ रही है सोलर एनर्जी की मांग
बढ़ती बिजली दरें और रिन्यूएबल एनर्जी-Renewable Energy के प्रति लोगों में जागरूकता बढ़ने से सोलर पावर की मांग में जबरदस्त इजाफा हुआ है। इसके साथ ही पीएम सूर्य घर योजना जैसी योजनाओं ने लोगों के लिए इसे और अधिक सुलभ बना दिया है। अब लोग अपने घर की छतों पर सोलर पैनल लगाकर न केवल अपनी बिजली जरूरतें पूरी कर रहे हैं बल्कि पर्यावरण संरक्षण में भी योगदान दे रहे हैं।