
ACME Solar ने राजस्थान के बीकानेर जिले में अपने 300 मेगावाट क्षमता वाले सोलर पावर प्रोजेक्ट के पहले चरण का सफल संचालन शुरू कर दिया है। इस Renewable Energy परियोजना के पहले चरण में 52.5 मेगावाट सौर ऊर्जा का उत्पादन प्रारंभ हुआ है। इस कदम के साथ ही कंपनी की कुल परिचालन क्षमता बढ़कर 2,592.5 मेगावाट हो गई है, जो भारत की सौर ऊर्जा उत्पादन क्षमता में एक ठोस योगदान है।
ACME Solar Holdings Limited भारत की एक प्रमुख Renewable Energy कंपनी है, जो Utility-Scale सौर, पवन, Hybrid और Firm & Dispatchable Renewable Energy (FDRE) परियोजनाओं के विकास, निर्माण, स्वामित्व और संचालन में संलग्न है। कंपनी की कुल स्थापित क्षमता 6.97 गीगावाट (GW) है, जिसमें से 2.54 GW परिचालन में है और 4.43 GW विभिन्न चरणों में निर्माणाधीन है।
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उच्च सौर विकिरण क्षेत्र में स्थित है यह परियोजना
यह सोलर प्रोजेक्ट बीकानेर के उन क्षेत्रों में स्थापित है जहां भारत का सबसे उच्च सौर विकिरण दर्ज किया गया है। यही कारण है कि यह स्थान सौर ऊर्जा उत्पादन के लिए बेहद उपयुक्त माना जाता है। ACME Sikar सोलर प्रोजेक्ट कुल 1,300 एकड़ भूमि पर फैला हुआ है और यह रणनीतिक रूप से एक विशेष 220 केवी ट्रांसमिशन लाइन के माध्यम से बीकानेर-II ग्रिड से जुड़ा हुआ है, जिससे बिजली की निर्बाध आपूर्ति सुनिश्चित की जा सके। यह परियोजना देश के नवीनीकरणीय ऊर्जा के उद्देश्यों की एक बेहद ही जरूरी योगदान का प्रतिनिधित्व करती है।
ऊर्जा बिक्री का अनूठा मॉडल
इस परियोजना से उत्पन्न होने वाली स्वच्छ ऊर्जा को मर्चेंट मॉडल के तहत पावर एक्सचेंजों में बेचा जाएगा, जिससे यह प्रोजेक्ट व्यावसायिक रूप से भी लाभदायक साबित हो सकता है। वित्तपोषण की बात करें तो यह प्रोजेक्ट PFC लिमिटेड द्वारा समर्थित है, और इसके पूर्ण संचालन के बाद हर साल लगभग 780 मिलियन यूनिट स्वच्छ बिजली उत्पन्न होने की उम्मीद है। यह ऊर्जा उत्पादन कई हजार घरों और व्यवसायों की जरूरतें पूरी करने में सक्षम होगी।
राजस्थान का सोलर प्रोजेक्ट भारत की Renewable Energy रणनीति का एक मजबूत स्तंभ बनकर उभरा है। विशेषकर ACME Solar द्वारा बीकानेर जिले में शुरू किया गया 300 मेगावाट क्षमता वाला प्रोजेक्ट, जिसे “ACME Sikar Solar Project” कहा जाता है, इस क्षेत्र की सौर ऊर्जा क्षमता को एक नए मुकाम तक ले जाता है। आइए समझते हैं कि इस प्रोजेक्ट में ऐसा क्या खास है जो इसे देशभर के सोलर प्रोजेक्ट्स से अलग बनाता है।
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राजस्थान सोलर प्रोजेक्ट में क्या है खास?
1. देश के सबसे अधिक सौर विकिरण वाले क्षेत्र में स्थित
यह प्रोजेक्ट राजस्थान के बीकानेर जिले में स्थित है, जो भारत के सबसे अधिक सोलर रेडिएशन (सौर विकिरण) पाने वाले क्षेत्रों में गिना जाता है। इसका मतलब यह है कि यहां सोलर पैनल्स सालभर भरपूर सूरज की रोशनी से बिजली बना सकते हैं, जिससे उत्पादन क्षमता अधिकतम बनी रहती है।
2. अत्याधुनिक ट्रांसमिशन इंफ्रास्ट्रक्चर
इस प्रोजेक्ट की खास बात यह भी है कि इसमें उत्पन्न ऊर्जा को इनवर्टर स्टेशनों पर एकत्र कर 220 kV की सिंगल सर्किट ट्रांसमिशन लाइन के माध्यम से बीकानेर-II ग्रिड तक पहुंचाया जाता है। यह ट्रांसमिशन व्यवस्था न केवल आधुनिक है, बल्कि बिजली की बेहद ही कम हानि के साथ आपूर्ति सुनिश्चित करती है।
3. विश्वसनीय वित्तपोषण और तकनीकी भागीदारी
इस परियोजना को PFC लिमिटेड द्वारा वित्तीय सहायता मिली है, जिससे इसकी स्थिरता और विश्वसनीयता को बल मिलता है। इसके अलावा, ACME जैसी अनुभवी Renewable Energy कंपनी की भागीदारी इसे तकनीकी रूप से भी उच्च स्तर पर ले जाती है।
4. भविष्य की ऊर्जा रणनीति का हिस्सा
ACME का यह प्रोजेक्ट न सिर्फ वर्तमान में महत्वपूर्ण है, बल्कि यह भारत की दीर्घकालीन ऊर्जा जरूरतों को ध्यान में रखते हुए तैयार किया गया है। यह Green Hydrogen और Hybrid Energy के साथ एकीकृत हो सकने वाला प्लेटफॉर्म बन सकता है।
ACME Solar का व्यापक Renewable Portfolio
ACME Solar Holdings इस समय भारत की अग्रणी एकीकृत Renewable Energy कंपनियों में से एक है। इसका पोर्टफोलियो सौर, पवन, हाइब्रिड और डिस्पैचेबल एनर्जी समाधानों के साथ लगभग 6,970 मेगावाट तक फैला हुआ है। इनमें से 4,377.5 मेगावाट की परियोजनाएं विभिन्न चरणों में क्रियान्वयन के तहत हैं। ऐसे में यह नया चरण न केवल कंपनी के विकास को गति देगा बल्कि भारत के नवीकरणीय ऊर्जा लक्ष्य को भी मजबूती देगा।