
Renewable Energy सेक्टर में अग्रणी अवाडा ग्रुप अपनी सोलर मॉड्यूल मैन्युफैक्चरिंग यूनिट के लिए ₹4,000 से ₹5,000 करोड़ के IPO लाने की योजना बना रहा है। कंपनी ने इस IPO के लिए कई प्रमुख इन्वेस्टमेंट बैंकों और कानूनी फर्मों से बातचीत शुरू कर दी है। इस कदम से ग्रुप का उद्देश्य पूंजी जुटाकर अपने विभिन्न कैपिटल एक्सपेंडिचर प्रोजेक्ट्स को आगे बढ़ाना है।
कैपिटल एक्सपेंडिचर के लिए जुटेगा फंड
सूत्रों के अनुसार, IPO से जुटाई जाने वाली अधिकांश राशि का उपयोग कंपनी के कैपिटल एक्सपेंडिचर प्लान को फंड करने में किया जाएगा। इनमें उत्तर प्रदेश में 5 गीगावाट क्षमता की इंटीग्रेटेड सोलर मॉड्यूल और सेल मैन्युफैक्चरिंग फैसिलिटी की स्थापना भी शामिल है। हालांकि, यह प्रक्रिया अभी शुरुआती चरण में है और आगे चलकर योजना में बदलाव की संभावना को नकारा नहीं जा सकता।
कई कंपनियां 2024 में IPO ला चुकी हैं या प्लानिंग में हैं
अवाडा ग्रुप के इस कदम के पीछे एक बड़ा ट्रेंड भी है, जहां साल 2024 में कई सोलर पैनल मैन्युफैक्चरर्स ने IPO के माध्यम से पूंजी जुटाई है या फिर इसके लिए ड्राफ्ट रेड हेरिंग प्रॉस्पेक्टस (DRHP) जमा कर चुके हैं। यह इस बात का संकेत है कि क्लीन एनर्जी सेक्टर में निवेशकों की दिलचस्पी लगातार बढ़ रही है।
विनीत मित्तल की अगुवाई में बना अवाडा ग्रुप
अवाडा ग्रुप की स्थापना वेलस्पन एनर्जी के पूर्व को-फाउंडर विनीत मित्तल ने की थी। ग्रुप को ब्रुकफील्ड जैसी वैश्विक निवेश फर्म से फंडिंग मिली है, जिससे इसके फाइनेंशियल बैकिंग को मजबूती मिली है। यह सहयोग कंपनी को बड़े पैमाने पर प्रोजेक्ट्स प्लान और एक्सीक्यूट करने में सहायक रहा है।
मार्च में हुआ 1.5 गीगावाट की फैक्ट्री का उद्घाटन
मार्च 2025 में अवाडा ग्रुप ने उत्तर प्रदेश के दादरी में 1.5 गीगावाट की सोलर मॉड्यूल गीगा फैक्ट्री का उद्घाटन किया। इसके साथ ही ग्रेटर नोएडा में 5 गीगावाट की इंटीग्रेटेड मैन्युफैक्चरिंग यूनिट की नींव भी रखी गई। वर्तमान में कंपनी रोजाना 5,800 सोलर मॉड्यूल का उत्पादन कर रही है, जो इसके निर्माण क्षमताओं को दर्शाता है।
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महाराष्ट्र में पंप हाइड्रो प्रोजेक्ट्स के लिए ₹15,100 करोड़ का निवेश
अप्रैल में अवाडा ग्रुप ने महाराष्ट्र सरकार के साथ दो बड़े पंप हाइड्रो स्टोरेज प्रोजेक्ट्स के लिए एक MoU साइन किया। ये प्रोजेक्ट्स – पवना फल्यान (2,400 मेगावाट) और सिरसाला (1,200 मेगावाट) – कुल 3,650 मेगावाट की स्टोरेज क्षमता विकसित करेंगे। इन परियोजनाओं में कुल ₹15,100 करोड़ का निवेश प्रस्तावित है।
मध्यप्रदेश में ₹50,000 करोड़ के निवेश के लिए MoU
अवाडा ग्रुप ने मध्यप्रदेश सरकार के साथ ₹50,000 करोड़ के निवेश को लेकर एक और बड़ा MoU साइन किया है। इस समझौते में 6,000 मेगावाट की सोलर एनर्जी, 700 मेगावाट की विंड एनर्जी, 2,100 मेगावाट की बैटरी ऊर्जा भंडारण प्रणाली, और 2,000 मेगावाट के पंप स्टोरेज प्रोजेक्ट्स शामिल हैं। यह निवेश क्लीन एनर्जी इन्फ्रास्ट्रक्चर को नई ऊंचाइयों तक ले जाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है।
Renewable Energy सेक्टर में बढ़ रही हिस्सेदारी
अवाडा ग्रुप की उपस्थिति अब केवल सोलर मॉड्यूल मैन्युफैक्चरिंग तक सीमित नहीं रही है, बल्कि यह ग्रीन हाइड्रोजन, ग्रीन अमोनिया और बैटरी एनर्जी स्टोरेज जैसे क्षेत्रों में भी विस्तार कर रहा है। यह भारतीय Renewable Energy सेक्टर को ग्लोबल लेवल पर प्रतिस्पर्धी बनाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण योगदान है।