BC Jindal Group को 300MW सोलर प्रोजेक्ट की बड़ी डील – SJVN से मिला कॉन्ट्रैक्ट

SJVN से ₹3.32/unit की दर पर मिला बड़ा सोलर प्रोजेक्ट कॉन्ट्रैक्ट, Battery Storage के साथ बनेगा हाईटेक Renewable प्लांट—जानिए कैसे जिंदल ग्रुप बना रहा है 5 GW का पावरहाउस!

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Written by Rohit Kumar

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BC Jindal Group को 300MW सोलर प्रोजेक्ट का कॉन्ट्रैक्ट मिला

BC Jindal Group की Renewable Energy शाखा, जिंदल इंडिया रिन्यूएबल एनर्जी (JIRE), ने एक और बड़ी सफलता अपने नाम कर ली है। कंपनी को SJVN Limited से 300 मेगावाट की सोलर प्लस बैटरी एनर्जी स्टोरेज सिस्टम (BESS) परियोजना का कॉन्ट्रैक्ट मिला है। यह कॉन्ट्रैक्ट SJVN की 1,200 मेगावाट इंटर-स्टेट ट्रांसमिशन सिस्टम (ISTS) से जुड़ी सोलर परियोजना के हिस्से के रूप में प्रदान किया गया है। इस प्रोजेक्ट में 600 मेगावाट/2,400 मेगावाट आवर की Battery Storage की क्षमता शामिल है, जो भारत के ऊर्जा भविष्य की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम मानी जा रही है।

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प्रोजेक्ट की शर्तें और कार्यान्वयन मॉडल

इस डील के तहत BC Jindal Group की इकाई JIRE, 300 मेगावाट की सोलर प्लांट और आवश्यक बैटरी स्टोरेज तैयार करेगी। इस प्रोजेक्ट को बिल्ड-ओन-ऑपरेट (BOO) मॉडल पर लागू किया जाएगा, जिसका अर्थ है कि कंपनी इस प्रोजेक्ट का निर्माण, संचालन और रख-रखाव स्वयं करेगी। इसके लिए जो टैरिफ निर्धारित किया गया है वह ₹3.32 प्रति यूनिट (kWh) है। यह टैरिफ मौजूदा बाजार दरों की तुलना में प्रतिस्पर्धात्मक माना जा रहा है।

बैटरी स्टोरेज और PPA डिटेल्स

सोलर ऊर्जा उत्पादन के साथ-साथ बैटरी एनर्जी स्टोरेज की बात करें तो SJVN ने शर्त रखी है कि प्रत्येक 1 मेगावाट सोलर क्षमता के साथ कम-से-कम 0.5 मेगावाट/2 मेगावाट आवर की BESS क्षमता होना अनिवार्य है। इस परियोजना का Power Purchase Agreement (PPA) साइन होने के 24 महीनों के भीतर इसका संचालन शुरू हो जाएगा और PPA की अवधि 25 वर्षों की होगी। इस प्रोजेक्ट से उत्पन्न बिजली को राज्य उपयोगिताओं और अन्य ग्राहकों को SJVN के माध्यम से आपूर्ति की जाएगी।

SJVN की भूमिका और भारत का Renewable Mission

SJVN Limited भारत सरकार की एक नवरत्न कंपनी है और यह Renewable Energy के क्षेत्र में लगातार तेजी से विस्तार कर रही है। इस डील से यह स्पष्ट है कि सरकार और सार्वजनिक क्षेत्र की कंपनियां भी अब निजी उद्योगों के साथ मिलकर ऊर्जा संक्रमण में सहयोग देने के लिए तैयार हैं। भारत सरकार का लक्ष्य है कि 2030 तक 500 गीगावाट से अधिक Non-Fossil Fuel आधारित बिजली उत्पादन हो, और इस दिशा में इस प्रकार की परियोजनाएं महत्वपूर्ण भूमिका निभा रही हैं।

जिंदल ग्रुप की Renewable रणनीति

BC Jindal Group की यह परियोजना केवल एक कॉन्ट्रैक्ट नहीं, बल्कि कंपनी की Renewable Energy में दीर्घकालिक प्रतिबद्धता को भी दर्शाती है। हाल ही में JIRE ने NHPC से भी 300 मेगावाट सोलर प्लस स्टोरेज प्रोजेक्ट का Letter of Acceptance (LoA) प्राप्त किया था, जो NHPC की ISTS आधारित परियोजना का हिस्सा है। लगातार दो बड़ी परियोजनाओं को हासिल करना कंपनी की रणनीति और तकनीकी क्षमता का प्रमाण है।

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भविष्य की योजनाएं और निवेश

भविष्य की योजनाओं पर नजर डालें तो BC Jindal Group अगले पांच वर्षों में Renewable Energy सेक्टर में लगभग $2.5 बिलियन का निवेश करने की योजना बना रहा है। इसके तहत महाराष्ट्र में 2 GW प्रति वर्ष उत्पादन क्षमता वाला सोलर सेल और मॉड्यूल निर्माण संयंत्र स्थापित किया जा रहा है, जिसे सितंबर 2026 तक चालू करने का लक्ष्य है। कंपनी का उद्देश्य न केवल घरेलू ज़रूरतें पूरी करना है, बल्कि सोलर उत्पादों के निर्यात के क्षेत्र में भी अपनी जगह बनाना है।

5 GW क्षमता और FDRE प्लेटफॉर्म की दिशा में कदम

कंपनी 5 गीगावाट की Renewable Energy क्षमता प्राप्त करने की दिशा में कार्यरत है। इसके लिए वह सोलर, विंड, हाइब्रिड, राउंड-द-क्लॉक (RTC) और Firm Dispatchable Renewable Energy (FDRE) प्लेटफॉर्म्स पर फोकस कर रही है। इस दृष्टिकोण से देखा जाए तो JIRE की रणनीति केवल उत्पादन पर नहीं, बल्कि एक समग्र समाधान देने की है।

BC Jindal Group के लिए कितनी जरुरी है यह डील

BC Jindal Group के लिए यह डील केवल एक और परियोजना हासिल करने का मामला नहीं है — यह रणनीतिक मोड़ है जो कंपनी के Renewable Energy क्षेत्र में दीर्घकालिक दृष्टिकोण को दर्शाता है। आइए समझते हैं कि यह डील उनके लिए इतनी महत्वपूर्ण क्यों है:

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1. 5 GW क्षमता लक्ष्य की दिशा में ठोस प्रगति

BC Jindal Group का लक्ष्य है कि वह विभिन्न स्रोतों — जैसे सोलर, विंड, हाइब्रिड और RTC — के माध्यम से 5 GW Renewable Energy Capacity स्थापित करे। यह डील न केवल इस लक्ष्य को वास्तविकता में बदलने की शुरुआत है, बल्कि यह भविष्य की परियोजनाओं के लिए पायलट केस की तरह भी काम करेगी।

2. बाज़ार में तकनीकी क्षमता का प्रदर्शन

SJVN की यह डील Battery Energy Storage System (BESS) के साथ है, जो तकनीकी दृष्टि से काफी जटिल होती है। इसे हासिल करना दर्शाता है कि जिंदल ग्रुप के पास न सिर्फ सोलर प्लांट लगाने की क्षमता है, बल्कि वह Energy Storage Technology में भी माहिर है।

3. ₹2.5 बिलियन निवेश योजना को बल

कंपनी ने अगले 5 वर्षों में Renewable Energy सेक्टर में लगभग $2.5 बिलियन निवेश करने की योजना बनाई है। यह डील उस निवेश यात्रा का पहला बड़ा और भरोसेमंद कदम है, जो निवेशकों और नीति-निर्माताओं को सकारात्मक संकेत देता है।

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स्वच्छ ऊर्जा में बड़ा योगदान

BC Jindal Group का यह नया कदम भारत की Renewable Energy यात्रा में एक बड़ा योगदान साबित हो सकता है। इस परियोजना से न केवल स्वच्छ ऊर्जा उत्पादन में इज़ाफा होगा, बल्कि यह स्टोरेज क्षमता को भी बढ़ावा देगा, जो कि ग्रिड की स्थिरता और आपूर्ति की विश्वसनीयता के लिए आवश्यक है।

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Rohit Kumar
रोहित कुमार सोलर एनर्जी और रिन्यूएबल एनर्जी सेक्टर में अनुभवी कंटेंट राइटर हैं, जिन्हें इस क्षेत्र में 7 वर्षों का गहन अनुभव है। उन्होंने सोलर पैनल इंस्टॉलेशन, सौर ऊर्जा की अर्थव्यवस्था, सरकारी योजनाओं, और सौर ऊर्जा नवीनतम तकनीकी रुझानों पर शोधपूर्ण और सरल लेखन किया है। उनका उद्देश्य सोलर एनर्जी के प्रति जागरूकता बढ़ाना और पाठकों को ऊर्जा क्षेत्र के महत्वपूर्ण पहलुओं से परिचित कराना है। अपने लेखन कौशल और समर्पण के कारण, वे सोलर एनर्जी से जुड़े विषयों पर एक विश्वसनीय लेखक हैं।

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