हैवेल्स 3kW सोलर सिस्टम: जानें कितनी लागत में मिलेगा मुफ्त बिजली का मजा!

क्या आप भी बिजली बिल से परेशान हैं? हैवेल्स का 3kW सोलर सिस्टम आपके घर की बिजली जरूरतों को पूरी तरह से बदल सकता है। इस लेख में जानें इसकी लागत, लाभ और क्यों यह आपके लिए सबसे स्मार्ट सोलर समाधान हो सकता है!

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अब अपने घर पर लगाएं हैवेल्स का सबसे उन्नत 3kW क्षमता का सोलर सिस्टम, पूरी जानकारी लें
अब अपने घर पर लगाएं हैवेल्स का सबसे उन्नत 3kW क्षमता का सोलर सिस्टम, पूरी जानकारी लें

हैवेल्स भारत की प्रमुख कंपनियों में से एक है, जो बिजली और सोलर उपकरण बनाने में अपनी गुणवत्ता और विश्वसनीयता के लिए जानी जाती है। कंपनी के उत्पाद न केवल लंबे समय तक टिकाऊ होते हैं, बल्कि यह Renewable Energy में भी बेहतरीन विकल्प प्रदान करती है। अगर आप अपने घर के बिजली खर्च को कम करना चाहते हैं और मुफ्त बिजली का लाभ उठाना चाहते हैं, तो हैवेल्स 3kW सोलर सिस्टम आपके लिए एक शानदार समाधान हो सकता है।

हैवेल्स 3kW सोलर सिस्टम आपके घर के बिजली खर्च को कम करने और मुफ्त बिजली का आनंद लेने के लिए एक उत्कृष्ट विकल्प है। इसकी उच्च गुणवत्ता और टिकाऊ तकनीक इसे अन्य सोलर विकल्पों से अलग बनाती है। चाहे आप ऑन-ग्रिड विकल्प चुनें या ऑफ-ग्रिड, यह आपके घर की सभी बिजली आवश्यकताओं को पूरा करने में सक्षम है।

हैवेल्स 3kW सोलर सिस्टम: बिजली बचाने का एक स्मार्ट उपाय

हैवेल्स के 3kW सोलर सिस्टम में उपयोग किए गए उपकरण और तकनीक इसे एक उन्नत विकल्प बनाते हैं। यह सिस्टम उन घरों के लिए उपयुक्त है, जहां प्रतिदिन लगभग 15 यूनिट बिजली की खपत होती है। यह सिस्टम बिजली कटौती और महंगे बिजली बिलों से निजात दिलाने में मदद करता है।

सोलर पैनल का चयन: मोनो PERC बनाम पॉलीक्रिस्टलाइन

हैवेल्स दो प्रकार के सोलर पैनल प्रदान करता है:

  1. पॉलीक्रिस्टलाइन पैनल: ये पैनल कम लागत वाले होते हैं, लेकिन इनकी कुशलता थोड़ी कम होती है। इन्हें इनके नीले रंग के आधार पर पहचाना जा सकता है।
  2. मोनो PERC पैनल: ये पैनल महंगे होते हैं लेकिन उच्च दक्षता प्रदान करते हैं। यह प्रतिकूल मौसम में भी बेहतर प्रदर्शन करते हैं और बिजली उत्पादन में अधिक कुशल हैं।

आपके घर की जरूरतों के आधार पर इन दोनों में से किसी एक का चयन किया जा सकता है।

हैवेल्स 3kW सोलर इन्वर्टर: दक्षता और तकनीक

इस सोलर सिस्टम के लिए हैवेल्स का 3.5kVA/48V सोलर इन्वर्टर उपयोग किया जाता है। यह इन्वर्टर MPPT तकनीक से लैस है, जो पैनल से प्राप्त DC पावर को घरेलू उपयोग के लिए AC पावर में परिवर्तित करता है। इसमें 150V तक का ओपन-सर्किट वोल्टेज और 50 एम्पियर की सोलर चार्ज कंट्रोलर रेटिंग होती है, जिससे बिजली का कुशल उपयोग सुनिश्चित होता है।

सोलर बैटरी: ऑफ-ग्रिड सिस्टम का प्रमुख हिस्सा

अगर आप बैटरी बैकअप चाहते हैं, तो हैवेल्स 3kW ऑफ-ग्रिड सिस्टम आपके लिए उपयुक्त है। इस सिस्टम में 100Ah क्षमता की चार सोलर बैटरियों का उपयोग किया जाता है। यह बैटरियां बिजली कटौती के दौरान ऊर्जा प्रदान करती हैं और आपके घर की बिजली की जरूरतों को पूरा करने में सक्षम हैं।

ऑन-ग्रिड बनाम ऑफ-ग्रिड सिस्टम: क्या चुनें?

हैवेल्स 3kW सोलर सिस्टम को ऑन-ग्रिड और ऑफ-ग्रिड दोनों तरीकों से लगाया जा सकता है:

  • ऑन-ग्रिड सिस्टम: इसमें बैटरी का उपयोग नहीं किया जाता और यह ग्रिड से कनेक्ट रहता है। यह विकल्प उन क्षेत्रों के लिए बेहतर है, जहां बिजली कटौती कम होती है।
  • ऑफ-ग्रिड सिस्टम: इसमें बैटरी का उपयोग किया जाता है और यह सिस्टम ग्रिड से स्वतंत्र रूप से काम करता है। यह उन क्षेत्रों में उपयुक्त है, जहां बिजली कटौती की समस्या होती है।

लागत: हैवेल्स 3kW सोलर सिस्टम की कीमत

हैवेल्स 3kW सोलर सिस्टम की लागत इस प्रकार है:

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ऑन-ग्रिड सिस्टम:
  • 3kW सोलर पैनल: ₹1,00,000
  • 3.5kVA सोलर इन्वर्टर: ₹45,000
  • अन्य खर्च (स्थापना और फिटिंग): ₹20,000
  • कुल लागत: ₹1,65,000
ऑफ-ग्रिड सिस्टम:
  • 3kW सोलर पैनल: ₹1,00,000
  • 3.5kVA सोलर इन्वर्टर: ₹45,000
  • चार सोलर बैटरियां (100Ah): ₹40,000
  • अन्य खर्च (स्थापना और फिटिंग): ₹15,000
  • कुल लागत: ₹2,00,000

सोलर सिस्टम के लाभ

  • एक बार निवेश करने के बाद, आप लंबे समय तक मुफ्त बिजली का लाभ उठा सकते हैं।
  • यह आपके मासिक बिजली बिल को काफी हद तक कम कर सकता है।
  • यह पर्यावरण को बचाने में मदद करता है और रिन्यूएबल एनर्जी को बढ़ावा देता है।
  • हैवेल्स के उत्पाद अपनी गुणवत्ता और टिकाऊपन के लिए मशहूर हैं।

हैवेल्स 3kW सोलर सिस्टम से संबंधित प्रश्न

1. हैवेल्स 3kW सोलर सिस्टम लगाने में कितना समय लगता है?
यह सिस्टम लगाने में आमतौर पर 2-3 दिन का समय लगता है।

2. क्या सोलर सिस्टम बारिश में काम करेगा?
हां, मोनो PERC पैनल प्रतिकूल मौसम में भी बिजली उत्पन्न करने में सक्षम हैं।

3. क्या सरकार से सब्सिडी मिलती है?
हां, भारत सरकार Renewable Energy को बढ़ावा देने के लिए सब्सिडी प्रदान करती है।

4. क्या ऑन-ग्रिड सिस्टम में बैटरी जोड़ी जा सकती है?
नहीं, ऑन-ग्रिड सिस्टम में बैटरी का उपयोग नहीं किया जाता।

5. सोलर सिस्टम का जीवनकाल कितना होता है?
हैवेल्स सोलर पैनल 25 वर्षों तक टिक सकते हैं, जबकि इन्वर्टर और बैटरी का औसत जीवनकाल 8-10 वर्ष है।

6. क्या इसे EMI पर खरीदा जा सकता है?
हां, कई फाइनेंस कंपनियां सोलर सिस्टम खरीदने के लिए EMI विकल्प प्रदान करती हैं।

7. क्या हैवेल्स इंस्टॉलेशन सेवाएं भी प्रदान करता है?
हां, हैवेल्स इंस्टॉलेशन और मेंटेनेंस सेवाएं भी प्रदान करता है।

8. क्या सोलर सिस्टम लगाने के लिए सरकारी अनुमति आवश्यक है?
हां, ऑन-ग्रिड सिस्टम के लिए डिस्कॉम से अनुमति लेनी पड़ती है।

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