
प्रधानमंत्री कुसुम योजना (PM-KUSUM) के अंतर्गत राजस्थान में Renewable Energy को बढ़ावा देने के लिए कई प्रतिष्ठित सोलर कंपनियाँ सक्रिय भूमिका निभा रही हैं। इस योजना के तहत किसानों को सोलर पंप और सोलर प्लांट लगाने के लिए सरकार द्वारा 60% तक की सब्सिडी दी जा रही है, जिससे न केवल उनकी ऊर्जा लागत में भारी कमी आ रही है बल्कि उनकी आय में भी वृद्धि हो रही है। राजस्थान राज्य इस योजना के क्रियान्वयन में अग्रणी है, और यहाँ कई प्रमुख कंपनियों ने बड़े पैमाने पर सोलर प्रोजेक्ट्स को अंजाम दिया है।
जोधपुर की Vidyut Energy Systems बनी किसानों की पहली पसंद
राजस्थान के जोधपुर में स्थित Vidyut Energy Systems Pvt. Ltd. एक प्रमुख EPC (Engineering, Procurement, and Construction) कंपनी है, जिसने PM-KUSUM योजना के तहत कई सफल परियोजनाओं को अंजाम दिया है। कंपनी की विशेषज्ञ टीम और टेक्निकल दक्षता के कारण इसे किसानों और सरकारी एजेंसियों का भरोसा प्राप्त है। विशेषकर Component-B और Component-C के तहत इस कंपनी का प्रदर्शन काफी प्रभावशाली रहा है।
INA Solar ने बढ़ाया राज्य का सौर उत्पादन
INA Solar (Insolation Energy) ने PM-KUSUM योजना के Component-A के अंतर्गत राजस्थान में 38.43 मेगावाट की सौर परियोजनाओं की स्थापना की है। इस उपलब्धि के साथ INA Solar राज्य की अग्रणी कंपनियों में शुमार हो गई है। कंपनी की सोलर पैनल निर्माण और इंस्टॉलेशन की क्षमताएँ इसे अन्य कंपनियों से अलग बनाती हैं। यह सौर ऊर्जा उत्पादन के क्षेत्र में तकनीकी सुदृढ़ता और टिकाऊ समाधानों के लिए जानी जाती है।
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जयपुर की SunAlpha Energy ने रचा इतिहास
जयपुर आधारित कंपनी SunAlpha Energy ने भारत का अब तक का सबसे बड़ा 2 मेगावाट का सोलर प्लांट PM-KUSUM योजना के तहत स्थापित किया है। यह प्लांट न केवल तकनीकी दृष्टि से उल्लेखनीय है, बल्कि इसने राजस्थान में सोलर क्षमता को भी नई ऊँचाइयों पर पहुँचा दिया है। यह कंपनी विशेष रूप से Component-C के अंतर्गत किसानों को लाभ पहुँचाने के लिए जानी जाती है।
500 मेगावाट से अधिक की परियोजनाओं के साथ Etrica Power का विस्तार
Etrica Power ने Component-C के तहत जोधपुर, नागौर, चुरू सहित कई जिलों में 500 मेगावाट से अधिक की सोलर परियोजनाएँ सफलतापूर्वक स्थापित की हैं। यह कंपनी Rajasthan Renewable Energy Corporation Limited (RRECL) के साथ मिलकर परियोजनाओं का क्रियान्वयन कर रही है। इसकी व्यापक पहुँच और ग्रामीण क्षेत्रों में सक्रियता इसे किसानों के लिए एक विश्वसनीय विकल्प बनाती है।
Vedansh Solar कर रही है सोलर पार्क विकास में विशेषज्ञता
जयपुर स्थित Vedansh Solar ने सोलर पार्क डेवेलपमेंट और EPC सेवाओं में खास पहचान बनाई है। यह कंपनी किसानों को न केवल सोलर प्लांट लगाने में मदद करती है, बल्कि उन्हें प्रशिक्षण और टेक्निकल सपोर्ट भी उपलब्ध कराती है। कुसुम योजना के तहत इस कंपनी ने छोटे और मध्यम आकार के किसानों को आत्मनिर्भर बनाने में बड़ी भूमिका निभाई है।
Jaipur Vidyut Vitran Nigam Ltd. के तहत अनुमोदित कंपनियों की भूमिका
राजस्थान में Jaipur Vidyut Vitran Nigam Ltd. (JVVNL) के अधीन कई पंजीकृत कंपनियाँ भी सक्रिय हैं जो PM-KUSUM योजना में भाग ले रही हैं। इनमें Solar Square Energy Pvt. Ltd., Visible Energy Solutions, Milan Sour Urja Kendra, Dry Solar Energy Solutions और Maa Gayatri Solar Solutions प्रमुख हैं। ये कंपनियाँ किसानों को ऑन-ग्राउंड इंस्टॉलेशन से लेकर फाइनेंसिंग सहायता तक हर स्तर पर सहयोग कर रही हैं।
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ऑनलाइन आवेदन और संपर्क प्रक्रिया
PM-KUSUM योजना के अंतर्गत लाभ उठाने के लिए इच्छुक किसान pmkusum.rajasthan.gov.in पर जाकर ऑनलाइन आवेदन कर सकते हैं। इस पोर्टल पर पंजीकृत कंपनियों की पूरी सूची, उनके संपर्क विवरण, और आवेदन की विस्तृत प्रक्रिया उपलब्ध है। इसके साथ ही किसान यह भी देख सकते हैं कि कौन-सी कंपनियाँ उनके ज़िले में सेवाएँ प्रदान कर रही हैं।
किसानों के लिए योजना का लाभ
कुसुम योजना किसानों को ऊर्जा आत्मनिर्भरता की ओर ले जाती है। पारंपरिक डीज़ल या बिजली से चलने वाले पंपों की जगह सोलर पंप लगाने से किसानों की लागत घटती है और उनकी आय बढ़ती है। साथ ही, अतिरिक्त सौर ऊर्जा को ग्रिड में बेचने की सुविधा भी किसानों को अतिरिक्त आय का स्रोत प्रदान करती है। यह योजना सतत कृषि (Sustainable Agriculture) और पर्यावरणीय संरक्षण के लिए भी अहम मानी जा रही है।