
आज के दौर में बढ़ती बिजली की दरें और रिन्यूएबल एनर्जी-Renewable Energy की ओर बढ़ता रुझान लोगों को सोलर सिस्टम की ओर आकर्षित कर रहा है। खासकर गर्मियों में जब एयर कंडीशनर (AC) की मांग बढ़ जाती है, तब बिजली बिल आसमान छूने लगता है। ऐसे में सवाल उठता है कि क्या सोलर पैनल की मदद से हम घर में 1.5 टन का इन्वर्टर AC 24×7 चला सकते हैं? जवाब है – हाँ, लेकिन इसके लिए आपको एक संतुलित और सक्षम सोलर सिस्टम की जरूरत होगी जिसमें पर्याप्त सोलर पैनल, बैटरी बैकअप और उपयुक्त इन्वर्टर शामिल हो।
1.5 टन इन्वर्टर AC की औसत ऊर्जा खपत
1.5 टन का इन्वर्टर AC आमतौर पर 1.5 से 2 किलोवाट (kW) बिजली प्रति घंटे की खपत करता है। यदि इसे प्रतिदिन औसतन 8 घंटे चलाया जाए, तो यह लगभग 12 से 16 यूनिट यानी 12 से 16 किलोवाट-ऑवर (kWh) ऊर्जा की खपत करेगा। यह खपत उस समय के अनुसार घट-बढ़ सकती है जब AC थर्मल कटऑफ पर चला जाता है या आउटडोर तापमान अधिक या कम होता है।
कितने सोलर पैनल की होगी जरूरत?
अब सवाल उठता है कि इतनी ऊर्जा खपत के लिए कितने सोलर पैनल की आवश्यकता होगी। सामान्यत: 400-वॉट के सोलर पैनल का चयन किया जाता है, क्योंकि यह सबसे कुशल और बाजार में सहज रूप से उपलब्ध है। यदि आपके क्षेत्र में औसतन प्रतिदिन 5 घंटे की पीक सनलाइट मिलती है, तो एक 400-वॉट का सोलर पैनल लगभग 2 kWh बिजली उत्पन्न कर सकता है। इस आधार पर यदि आपकी दैनिक खपत 12 kWh है, तो आपको 6 सोलर पैनलों की आवश्यकता होगी। वहीं यदि खपत 16 kWh तक जाती है, तो यह संख्या 8 तक पहुँच सकती है।
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इसलिए, 1.5 टन AC को 8 घंटे प्रतिदिन चलाने के लिए औसतन 6 से 8 सोलर पैनल (400-वॉट प्रत्येक) की जरूरत होगी। यह संख्या आपकी क्षेत्रीय धूप की उपलब्धता और मौसम की परिस्थितियों पर भी निर्भर करेगी।
बैटरी बैकअप क्यों है जरूरी?
अगर आप चाहते हैं कि आपका AC सिर्फ दिन में ही नहीं बल्कि रात में भी चले, या फिर बादल वाले दिनों में भी पावर की कोई कमी न हो, तो एक मजबूत बैटरी बैकअप सिस्टम जरूरी हो जाता है। लिथियम-आयन बैटरियाँ इस कार्य के लिए सबसे उपयुक्त मानी जाती हैं क्योंकि इनमें उच्च दक्षता और लंबी उम्र होती है।
दैनिक 12 से 16 kWh ऊर्जा की आवश्यकता को ध्यान में रखते हुए, आपको कम से कम इतनी ही बैटरी क्षमता की आवश्यकता होगी। यानी कि आपके पास 12 से 16 kWh स्टोरेज क्षमता की लिथियम-आयन बैटरियाँ होनी चाहिए जो पूरी रात AC को चलाने में सक्षम हों।
इन्वर्टर और अन्य तकनीकी उपकरणों की भूमिका
सोलर सिस्टम का एक और अहम हिस्सा होता है इन्वर्टर। AC को चलाने के लिए आपको कम से कम 2.5 से 3 kW की क्षमता वाला इन्वर्टर चाहिए होगा, जो सोलर पैनल से आने वाली DC बिजली को AC में परिवर्तित कर सके। इसके साथ ही MPPT (Maximum Power Point Tracking) तकनीक से युक्त चार्ज कंट्रोलर का इस्तेमाल करना चाहिए, जो सोलर पैनल से अधिकतम ऊर्जा खींच सके और बैटरी में कुशलता से स्टोर कर सके।
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सिस्टम डिज़ाइन करते समय ध्यान रखना जरूरी है कि इन सभी घटकों के बीच उचित समन्वय हो, ताकि ऊर्जा की बर्बादी न हो और सिस्टम बिना रुकावट के काम करता रहे।
देहरादून जैसे शहरों के लिए कितना अनुकूल है यह सिस्टम?
यदि आप देहरादून जैसे उत्तर भारत के शहर में रहते हैं, तो आपके लिए यह समाधान और भी अधिक प्रभावी हो सकता है। देहरादून में औसतन प्रतिदिन 4.5 से 5.5 घंटे की पीक सनलाइट मिलती है, जो सोलर पैनलों के लिए आदर्श स्थिति है। इस क्षेत्र में आप 6 से 8 सोलर पैनलों की मदद से प्रतिदिन 12 से 16 kWh बिजली उत्पन्न कर सकते हैं, जिससे आपका AC बिना किसी बाधा के चलता रहेगा।
1.5 टन AC को 24×7 चलाने के लिए सोलर सिस्टम की पूरी योजना
संपूर्ण विश्लेषण के आधार पर यह स्पष्ट है कि 1.5 टन इन्वर्टर AC को सोलर पैनल की मदद से 24×7 चलाया जा सकता है। इसके लिए आपको लगभग 6 से 8 सोलर पैनल (400-वॉट प्रत्येक), 12 से 16 kWh क्षमता की लिथियम-आयन बैटरियाँ, और एक 2.5 से 3 kW का इन्वर्टर सिस्टम लगाना होगा। देहरादून जैसे इलाकों में जहाँ सूरज की रोशनी भरपूर मिलती है, वहाँ यह योजना और भी अधिक सफल हो सकती है।
यदि आप सोलर एनर्जी की इस दिशा में कदम बढ़ाना चाहते हैं, तो एक पेशेवर सोलर इंस्टॉलेशन कंपनी की मदद से यह सिस्टम आसानी से लगाया जा सकता है, जिससे आपका बिजली बिल शून्य के करीब आ सकता है और पर्यावरण के प्रति आपका योगदान भी सुनिश्चित होता है।